जोगी पर्वत पे बैठा बैठा ध्यान धरे

जोगी पर्वत पे बैठा बैठा ध्यान धरे

 जोगी पर्वत पे बैठा बैठा,
ध्यान धरे,
रखता सबकी खबर,
कल्याण करे,
जोगी पर्वत पे बैठा बैठा,
ध्यान धरे।।

जाने उसको लगी है जी,
किसकी लगन,
बैठा कैलाश पर,
करता किसका भजन,
आंख मूंद के वो तो,
राम राम करे,
जोगी पर्वत पे बैठा बैठा,
ध्यान धरे।।

देवों का देव,
अंतर्यामी है वो,
सबकी झोली है भरता,
भोले दानी है वो,
जिसका सारा जगत,
गुणगान करे,
जोगी पर्वत पे बैठा बैठा,
ध्यान धरे।।

मेरी गौरा मैया का,
श्रृंगार है वो,
'उर्मिल' सृष्टि का,
पालनहार है वो,
जिसकी महिमा का,
वेद बखान करे,
जोगी पर्वत पे बैठा बैठा,
ध्यान धरे।।

जोगी पर्वत पे बैठा बैठा,
ध्यान धरे,
रखता सबकी खबर,
कल्याण करे,
जोगी पर्वत पे बैठा बैठा,
ध्यान धरे।।


रखते सबकी खबर भोलेनाथ
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