कौआ या काग को राजस्थानी भाषा में "कागला" कहा जाता है। इसे कव्वा, कौवा भी कहते हैं। राजस्थानी भाषा में कौआ को कागला कहते हैं लेकिन वाक्य में उपयोग के आधार पर कागलो, कागळो, कागलियो, कागलिया, कागा, हाडा आदि बोला जाता है। कौआ को राजस्थानी भाषा में हाड़ा / हाडा भी बोला जाता है। कौआ की ध्वनि को काँव-काँव कहा जाता है। धूर्त और कपटी व्यक्ति को भी कौआ कह दिया जाता है हिंदी में इसे काग एंव काक भी कहा जाता है। कौआ को धूर्तता का प्रतीक माना जाता है। कागला कोवो का बहुवचन रूप है, एकवचन के लिए "कागलो " बोला जाता है। निचे कुछ उदाहरण देखिए। निचे आप "उड़ उड़ रे काला रे कागला" गीत को सुनिए जिसमें काले कोवे के मुंडेर पर बोलने से पिया जी के आने को जोड़ा गया है.
कौवा गुहार या कौवारोर : बहुत अधिक बोलना, बकबक करना।
कागारोल : कोवो की तरह कांव कांव करना, शोर मचाना।
कौवा गुहार में पड़ना : हाय हुल्लड या शोर में पड़ना / घिरना।
कौवे उडाना : फ़ालतू बैठे रहना, निठल्ला, व्यर्थ के काम करना।
कौआ: एक बड़ा पक्षी जिसमें ज्यादातर चमकदार काली पंख, एक भारी बिल और एक कर्कश आवाज होती है।
अतः इस प्रकार से आपने जाना की "कागला" एक राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसका वाक्य में प्रयोग के आधार पर विविध प्रकार से बोला जाता है। "कागला" शब्द हिंदी के अर्थ/मीनिंग काक, काग, क़ोआ, कोवा, कौव्वा आदि होता है। कागला को अंग्रेजी में Crow कहते हैं। कागला से सबंधित अन्य जानकारियां निचे दी गई हैं।
बहुवचन : कागला, कागलां,
Rajasthani Word Meaning Hindi Rajasthani Dictionary in Hindi
कागला राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसके निम्न उदाहरण हैं, आइये इस शब्द को उदाहरण के माध्यम से समझते हैं। मांसाहारी कौआ, वायस, काक, काग, कव्वा, काक, काग, हाडा, कागा,