सावन आयो रे भोले बाबा सावन आयो रे

सावन आयो रे भोले बाबा सावन आयो रे

सावन आयो रे भोले बाबा, सावन आयो रे ॥२॥
पूजन थाल लेकर थारे मंदिर आयो रे ॥२॥
सावन आयो रे भोले बाबा, सावन आयो रे ॥

झूम-झूम के मेघा बरसे,
पूजन को म्हारो मन तरसे ॥२॥
सच्ची लगन में हिवड़ा हरषे,
ले कांवड़ निकला घर से ॥२॥
महाकाल कृपा से काल भी रोक न पायो रे...
सावन आयो रे...

बम-बम गाऊँ बाबा तुमको,
मनाऊँ भांग धतूरा दूध चढ़ाऊँ ॥२॥
केसर चंदन तिलक लगाऊँ,
रूप नीरखूँ बाबा सुख पाऊँ ॥२॥
थारी भक्ति सेवा से म्हारो मन भरमायो रे...
सावन आयो रे...

करुणाकर करुणा बरसाओ,
दास को अब दर्शन दिखलाओ ॥२॥
विनती मेरी ना ठुकराओ,
मुझको बाबा गले लगाओ ॥२॥
थारी शोभा देखके सबरो मन हरषायो रे...
सावन आयो रे...



Shiv Bhajan 2025 - Sawan Aayo Reee | Harsh Mandloi | Official Video Song | Sawan Special | Bholenath

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Singer & Composer :- Harsh mandloi
Lyricist :- Harsh mandloi & Shobha soni 
Music :- Mayur pandey 
Label :- Sharnagat Digital
Rhythm - Mayank Bais 
 
सावन का महीना वह पवित्र समय है जब प्रकृति और भक्ति का अनूठा संगम हृदय को प्रभु के रंग में रंग देता है। मेघों की गर्जना और बारिश की फुहारों के बीच भक्त का मन भोलेनाथ की भक्ति में डूब जाता है। यह वह मौसम है जब हर भक्त अपने प्रभु के चरणों में पूजन का थाल लेकर, कांवड़ उठाए, उनके दर्शन की लालसा में मंदिर की ओर बढ़ता है। यह भक्ति केवल बाहरी कर्मकांड नहीं, बल्कि हृदय की वह सच्ची लगन है जो भक्त को अपने प्रभु के करीब ले जाती है। भांग, धतूरा, दूध और चंदन से अर्पित यह पूजा, प्रभु के प्रति उस अटूट प्रेम और समर्पण का प्रतीक है, जो भक्त के मन को आनंद और शांति से भर देता है। यह सावन की वह पुकार है, जो भोलेनाथ की कृपा से हर बाधा को पार कर, भक्त को उनके चरणों तक पहुंचाती है।
 
Saroj Jangir Author Admin - Saroj Jangir

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