विरहन तेरी मुरली घनघोरा

विरहन तेरी मुरली घनघोरा

विरहन तेरी मुरली घनघोरा,
घन-घनघोरा, विरहन तेरी मुरली घनघोरा।।

काहे ने पालो, हरे परेवा,
भाई हरे परेवा, काहे ने पालो यो मोरा।
विरहन तेरी मुरली घनघोरा।।

राजा पालो, हरे परेवा,
भाई हरे परेवा, रानी ने पालो यो मोरा।
विरहन तेरी मुरली घनघोरा।।

कहां बसत हैं, हरे परेवा,
भाई हरे परेवा, कहां बसत हैं यो मोरा।
विरहन तेरी मुरली घनघोरा।।

जंगल बसत हैं, हरे परेवा,
भाई हरे परेवा, महल बसत हैं यो मोरा।
विरहन तेरी मुरली घनघोरा।।

कहां चुगत हैं, हरे परेवा,
भाई हरे परेवा, कहां चुगत हैं यो मोरा।
विरहन तेरी मुरली घनघोरा।।

दाना चुगत हैं, हरे परेवा,
भाई हरे परेवा, जंगल चुगत हैं यो मोरा।
विरहन तेरी मुरली घनघोरा।।


कुमाऊनी होली का इतिहास | कुमाऊनी होली पर निबंध | Kumaoni Holi Geet | Kumaoni Holi in Uttarakhand

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

Saroj Jangir Author Admin - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर, आध्यात्मिक भजनगुरु भजन, सतगुरु भजन का संग्रह। इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post