हमारे भोले बाबा को मनालो जिसका दिल चाहे लिरिक्स Hamre Bhole BAba Ko Manalo Lyrics
हमारे भोले बाबा को मनालो जिसका दिल चाहे लिरिक्स Hamre Bhole BAba Ko Manalo Lyrics
हमारे भोले बाबा कि मनालो,जिसका दिल चाहे,
हमारे भोले बाबा को मनालो,
जिसका दिल चाहे।
माथे पे चंद्रमा सोहे गले में,
सर्पों की माला,
लटों में बह रही गंगा,
नहा लो जिसका दिल चाहे,
हमारे भोले बाबा कि मनालो,
जिसका दिल चाहे।
भोले ने अंग भभूती लगाई है,
कमर में मृगछाला है,
हाथ में डम डम डमरू बजालो,
जिसका दिल चाहे
हमारे भोले बाबा कि मनालो,
जिसका दिल चाहे।
भोले की नन्दी की सवारी,
बगल में गौरा महतारी,
गोद में गणपति लाला खिलालो,
जिसका दिल चाहे,
हमारे भोले बाबा कि मनालो,
जिसका दिल चाहे,
हमारे भोले बाबा कि मनालो,
जिसका दिल चाहे।
माथे पे चंद्रमा सोहे गले में,
सर्पों की माला,
लटों में बह रही गंगा,
नहा लो जिसका दिल चाहे,
हमारे भोले बाबा कि मना लो,
जिसका दिल चाहे।
भोले ने अंग भभूती लगाई है,
कमर में मृगछाला है,
हाथ में डम डम डमरू बजालो,
जिसका दिल चाहे,
हमारे भोले बाबा कि मनालो,
जिसका दिल चाहे।
भोले की नन्दी की सवारी,
बगल में गौरा महतारी,
गोद में गणपति लाला खिला लो,
जिसका दिल चाहे,
हमारे भोले बाबा कि मनालो,
जिसका दिल चाहे।
हमारे भोले बाबा को मनालो जिसका दिल चाहे - Shiv Bhakti Geet | Hamare Bhole Baba Ko Manalo Bhakti Geet
शिव: शिव का अर्थ है "कल्याणकारी"। शिव जी को कल्याणकारी देवता माना जाता है। वे अपने भक्तों को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं।
शंकर: शंकर का अर्थ है "शुभकारी"। शिव जी को शुभकारी देवता माना जाता है। वे अपने भक्तों को सभी प्रकार के सुख और समृद्धि प्रदान करते हैं।
शम्भू: शम्भू का अर्थ है "आनंद स्वरूप"। शिव जी को आनंद स्वरूप देवता माना जाता है। वे अपने भक्तों को आनंद और शांति प्रदान करते हैं।
नीलकंठ: नीलकंठ का अर्थ है "नीले गले वाला"। शिव जी ने अमृत विष पीया था, जिससे उनका गला नीला हो गया था।
गंगाधर: गंगाधर का अर्थ है "गंगा को धारण करने वाला"। शिव जी के जटाओं में गंगा नदी विराजमान है।
त्रिशूलधारी: त्रिशूलधारी का अर्थ है "तीन शूल धारण करने वाला"। शिव जी के तीन शूल सृष्टि के तीन गुणों, सृजन, संरक्षण और विनाश का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मृत्युंजय: मृत्युंजय का अर्थ है "मृत्यु पर विजय प्राप्त करने वाला"। शिव जी ने तांडव नृत्य करके मृत्यु को पराजित किया था।
पशुपति: पशुपति का अर्थ है "पशुओं के स्वामी"। शिव जी को पशुओं के स्वामी माना जाता है। वे सभी जीवों के रक्षक हैं।
कर्पूरगौर: कर्पूरगौर का अर्थ है "कर्पूर के समान सफेद"। शिव जी का शरीर कर्पूर के समान सफेद है।
महादेव: महादेव का अर्थ है "महान देवता"। शिव जी को महादेव कहा जाता है क्योंकि वे सभी देवताओं के मुखिया हैं।
शंकर: शंकर का अर्थ है "शुभकारी"। शिव जी को शुभकारी देवता माना जाता है। वे अपने भक्तों को सभी प्रकार के सुख और समृद्धि प्रदान करते हैं।
शम्भू: शम्भू का अर्थ है "आनंद स्वरूप"। शिव जी को आनंद स्वरूप देवता माना जाता है। वे अपने भक्तों को आनंद और शांति प्रदान करते हैं।
नीलकंठ: नीलकंठ का अर्थ है "नीले गले वाला"। शिव जी ने अमृत विष पीया था, जिससे उनका गला नीला हो गया था।
गंगाधर: गंगाधर का अर्थ है "गंगा को धारण करने वाला"। शिव जी के जटाओं में गंगा नदी विराजमान है।
त्रिशूलधारी: त्रिशूलधारी का अर्थ है "तीन शूल धारण करने वाला"। शिव जी के तीन शूल सृष्टि के तीन गुणों, सृजन, संरक्षण और विनाश का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मृत्युंजय: मृत्युंजय का अर्थ है "मृत्यु पर विजय प्राप्त करने वाला"। शिव जी ने तांडव नृत्य करके मृत्यु को पराजित किया था।
पशुपति: पशुपति का अर्थ है "पशुओं के स्वामी"। शिव जी को पशुओं के स्वामी माना जाता है। वे सभी जीवों के रक्षक हैं।
कर्पूरगौर: कर्पूरगौर का अर्थ है "कर्पूर के समान सफेद"। शिव जी का शरीर कर्पूर के समान सफेद है।
महादेव: महादेव का अर्थ है "महान देवता"। शिव जी को महादेव कहा जाता है क्योंकि वे सभी देवताओं के मुखिया हैं।