कर्मा वाले दर्शन करदे लिरिक्स Karma Wale Darshan Karde Lyrics


Yeshu Mashih Stuti Aradhana Worship Songs

कर्मा वाले दर्शन करदे लिरिक्स Karma Wale Darshan Karde Lyrics

कर्मा वाले दर्शन करदे,
कंजका दे विच वसदी माँ,
जेहड़े नाम मैया दा जपदे,
चरणा दे नाल लाउंदी माँ,
कर्मा वाले दर्शन करदे।

एह गल कोई ना जाने मैया,
की की खेड रचाये,
जान गया जो खेल इसदे,
ओ भव जल तर जाए,
एथे भगत ध्यानु वरगया दे एह,
राह पई तकदी माँ,
कर्मा वाले दर्शन करदे।

सच्चे मन नाल सुबह शाम जो,
माँ दा सुमिरन करदे,
वन स्वनिया दाता दे नाल,
झोलिया दर तो भरदे,
जेहड़े सीस निवाउंदे,
सिर ते हथ मेहराँ दा रखदी माँ,
कर्मा वाले दर्शन करदे।

ऋद्धिया सिद्धिया दी,
माँ मालिक,
दर ते दाता वंडे,
ओ दर उत्ते आउंदे माँ दे,
भाग जिहना दे चंगे,
जेहड़े चढ़ के चढ़ाईयां आउंदे,
ओहनू कोल बिठाउंदी माँ,
कर्मा वाले दर्शन करदे।

कंजका पूजन करदे जेहड़े,
थोड़ कोई ना आवे,
हो बाके नूर दे वांगु ओह,
नूरो नूर हो जावे,
भगत नूर जेहे दे,
आपने सिर ते,
हथ एह रखदी माँ,
कर्मा वाले दर्शन करदे।
 
ਕਰਮਾਂ, ਵਾਲੇ ਦਰਸ਼ਨ ਕਰਦੇ, ਕੰਜ਼ਕਾਂ, ਦੇ ਵਿੱਚ ਵੱਸਦੀ ਮਾਂ ll
ਜੇਹੜੇ, ਨਾਮ ਮਈਆ ਦਾ ਜੱਪਦੇ, ਚਰਨਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਲਾਉਂਦੀ ਮਾਂ ll
ਕਰਮਾਂ, ਵਾਲੇ ਦਰਸ਼ਨ ਕਰਦੇ

ਏਹ ਗੱਲ ਕੋਈ ਨਾ, ਜਾਣੇ ਮਈਆ, "ਕੀ ਕੀ ਖ਼ੇਡ ਰਚਾਏ" l
ਜਾਣਦਿਆਂ ਜੋ, ਖੇਲ੍ਹ ਨੇ ਇਸਦੇ, "ਓਹ ਭਵਜਲ ਤਰ ਜਾਏ" ll
ਏਥੇ, ਭਗਤ ਧਿਆਨੂੰ, ਵਰਗਿਆਂ ਦੇ ਏਹ, ਰਾਹ ਪਈ ਤੱਕਦੀ ਮਾਂ,,,
ਕਰਮਾਂ, ਵਾਲੇ ਦਰਸ਼ਨ ਕਰਦੇ

ਸੱਚੇ ਮਨ ਨਾਲ, ਸੁਬਹ ਸ਼ਾਮ ਜੋ, "ਮਾਂ ਦਾ ਸਿਮਰਨ ਕਰਦੇ" l
ਵੰਨ ਸਵੰਨੀਆਂ, ਦਾਤਾਂ ਦੇ ਨਾਲ, "ਝੋਲੀਆਂ ਦਰ ਤੋਂ ਭਰਦੇ" ll
ਜੇਹੜੇ, ਸੀਸ ਨਿਵਾਉਂਦੇ ਸਿਰ ਤੇ, ਹੱਥ, ਮੇਹਰਾਂ ਦਾ ਰੱਖਦੀ ਮਾਂ,,,
ਕਰਮਾਂ, ਵਾਲੇ ਦਰਸ਼ਨ ਕਰਦੇ

ਰਿੱਧੀਆਂ ਸਿੱਧੀਆਂ, ਦੀ ਮਾਂ ਮਲਿਕ, "ਦਰ ਤੇ ਦਾਤਾਂ ਵੰਡੇ" l
ਓਹ ਦਰ ਉੱਤੇ, ਆਉਂਦੇ ਮਾਂ ਦੇ, "ਭਾਗ ਜਿਹਨਾਂ ਦੇ ਚੰਗੇ" ll
ਜੇਹੜੇ, ਚੜ੍ਹ ਕੇ ਚੜ੍ਹਾਈਆਂ ਆਉਂਦੇ, ਓਹਨੂੰ, ਕੋਲ ਬਿਠਾਉਂਦੀ ਮਾਂ,,,
ਕਰਮਾਂ, ਵਾਲੇ ਦਰਸ਼ਨ ਕਰਦੇ

ਕੰਜ਼ਕਾਂ ਪੂਜਣ, ਕਰਦੇ ਜੇਹੜੇ, "ਥੋੜ ਕੋਈ ਨਾ ਆਵੇ" l
ਹੋ ਕਾਕੇ ਨੂਰ ਦੇ, ਵਾਂਗੂ ਓਹੋ, "ਨੂਰੋ ਨੂਰ ਹੋ ਜਾਵੇ" ll
ਭਗਤ ਨੂਰ, ਜੇਹੇ ਦੇ ਆਪਣੇ, ਸਿਰ ਤੇ, ਹੱਥ ਏਹ ਰੱਖਦੀ ਮਾਂ,,,
ਕਰਮਾਂ, ਵਾਲੇ ਦਰਸ਼ਨ ਕਰਦੇ
ਅਪਲੋਡਰ- ਅਨਿਲਰਾਮੂਰਤੀਭੋਪਾਲ
 


KARMA WALE DARSHAN KARDE

 
नवरात्र का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। यह एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जो हर साल चैत्र और आश्विन के महीने में मनाया जाता है। नवरात्र का अर्थ है "नौ रातें"। इन नौ रातों में, भक्त देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं।
नवरात्र का महत्व निम्नलिखित है:
 पवित्रता और मोक्ष: नवरात्र को पवित्रता और मोक्ष प्राप्ति का एक अवसर माना जाता है। इन नौ रातों में, भक्त देवी दुर्गा की आराधना करते हैं, जो शक्ति और ज्ञान की देवी हैं। देवी दुर्गा की कृपा से, भक्त अपने पापों से मुक्त हो जाते हैं और मोक्ष प्राप्त करते हैं।
 भक्ति और समर्पण: नवरात्र भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। इन नौ रातों में, भक्त देवी दुर्गा के प्रति अपनी भक्ति और समर्पण व्यक्त करते हैं। वे देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप करते हैं, भजन गाते हैं और कथाएँ सुनते हैं।
 सामाजिक सद्भाव: नवरात्र सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है। इन नौ रातों में, विभिन्न धर्मों और जातियों के लोग एक साथ मिलकर देवी दुर्गा की पूजा करते हैं। यह त्योहार लोगों को एकजुट करने में मदद करता है।
नवरात्र के दौरान, भक्त कई नियमों का पालन करते हैं। वे सात्विक भोजन करते हैं, मांस, मदिरा और तामसिक भोजन से दूर रहते हैं। वे देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप करते हैं और भजन गाते हैं। नवरात्र के अंत में, भक्त देवी दुर्गा की आरती करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
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