पतंजलि गिलोय घनवटी के फायदे उपयोग डोज Patanjali Gioy Ghanvati Ke Fayde Aur Upyog Nuksan

पतंजलि गिलोय घनवटी के फायदे उपयोग सेवन विधि Patanjali Gioy Ghanvati Ke Fayde Aur Upyog

प्राचीन काल से ही गिलोय का औषधीय महत्व रहा है। वर्तमान युग में भी गिलोय की उपयोगिता बढ़ रही है। इम्यूनिटी पावर को स्ट्रांग बनाने के लिए गिलोय का प्रयोग किया जाता है। प्राकृतिक रूप से यह है आसानी से उपलब्ध हो जाती है तथा इसे आसानी से घर पर भी उगाया जा सकता है। गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर से विषाक्त पदार्थ को दूर कर शरीर को स्वस्थ बनाते हैं। गिलोय का सेवन करने के लिए आप पतंजलि गिलोय घनवटी का प्रयोग भी कर सकते हैं। पतंजलि गिलोय घनवटी आयुर्वेदिक तरीके से बनाई गई औषधि है, जो गिलोय के गुण को वटी के रूप में उपलब्ध करवाती है।
 
पतंजलि गिलोय घनवटी के फायदे उपयोग सेवन विधि Patanjali Gioy Ghanvati Ke Fayde Aur Upyog Nuksan

 

गिलोय घनवटी क्या है What is Giloy Ghanvati in Hindi

गिलोय घनवटी एक आयुर्वेदिक उत्पाद है, और यह वटी /टेबलेट्स फॉर्म आती है , जो  गिलोय से बनाई जाती है । गिलोय को आयुर्वेद में अमृता के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यह कई तरह की बीमारियों के इलाज में फायदेमंद होता है।  गिलोय घनवटी का सेवन करने से शरीर को कई तरह से फायदा होता है। यह शरीर की इम्युनिटी बढ़ाकर संक्रमण से बचाता है। यह भुख में भी सुधार करता है, जिससे वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। गिलोय घनवटी शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करके शरीर को स्वस्थ रखता है। यह डायबिटीज को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। गिलोय घनवटी शरीर के दोषों को संतुलित करके शरीर को स्वस्थ और निरोगी रखता है।


गिलोय घनवटी के सेवन से होने वाले फायदे

आईए जानते हैं पतंजलि गिलोय घनवटी के सेवन से होने वाले फायदे

इम्युनिटी पावर को स्ट्रांग बनता है गिलोय घनवटी

गिलोय घनवटी बदलते मौसम से होने वाले संक्रामक बीमारियों से बचाव करता है, गिलोय घनवटी में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। इससे शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है और संक्रमण से बचाव होता है।
यह सर्दी, जुकाम और वायरल जैसी समस्याओं से हमारा बचाव करता है।
गिलोय घनवटी इम्युनिटी पावर को स्ट्रांग बनाता है। यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो गिलोय के रस से बनाई जाती है। गिलोय में कई तरह के पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं।
गिलोय घनवटी के इम्युनिटी बढ़ाने वाले लाभ निम्नलिखित हैं:
  • यह शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या को बढ़ाता है, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं।
  • यह शरीर में एंटीबॉडी का उत्पादन बढ़ाता है, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
  • यह शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है, जो संक्रमण के कारण हो सकता है।

गिलोय घनवटी से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है

गिलोय घनवटी एक आयुर्वेदिक औषधि है जो गिलोय के रस से बनाई जाती है। गिलोय में कई तरह के पोषक तत्व और औषधीय गुण होते हैं जो शारीरिक दुर्बलता को दूर करने और बुखार को कम करने में मदद करते हैं। गिलोय घनवटी से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है क्योंकि यह शरीर को पोषण प्रदान करती है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है। गिलोय में विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक होते हैं। गिलोय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं, जो शारीरिक दुर्बलता का कारण बन सकता है। गिलोय घनवटी बुखार के उपचार के लिए बहुत ही लाभदायक है क्योंकि इसमें एंटीपायरेटिक गुण होते हैं। गिलोय शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे बुखार कम हो जाता है। गिलोय में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी बुखार के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।

डेंगू के उपचार में भी सहायक है गिलोय घनवटी

डेंगू के उपचार में भी गिलोय घनवटी सहायक है। गिलोय में एंटीपायरेटिक, एंटीवायरल, और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो डेंगू के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। गिलोय घनवटी बुखार को नियंत्रित करने, प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने, और शरीर में एंटीबॉडीज के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करती है। डेंगू के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, और थकान शामिल हैं। गिलोय घनवटी इन लक्षणों को कम करने में मदद करती है। गिलोय घनवटी का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना उचित है।

त्वचा संबंधी समस्याओं में भी कारगर है गिलोय घनवटी

गिलोय त्वचा संबंधी रोगों और एलर्जी को दूर करने में भी सहायक है। गिलोय में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-एलर्जिक गुण होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ रखने और एलर्जी के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। गिलोय में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो त्वचा पर होने वाले संक्रमणों को दूर करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा में सूजन और लालिमा को कम करने में मदद करते हैं। गिलोय में एंटी-एलर्जिक गुण होते हैं, जो एलर्जी के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। गिलोय के सेवन से शरीर में एलर्जी के कारण बनने वाले रसायनों के उत्पादन को कम किया जा सकता है।

डायबिटीज में भी राहत प्रदान करती है गिलोय घनवटी

गिलोय घनवटी डायबिटीज में राहत प्रदान करती है। गिलोय में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, गिलोय इन्सुलिन के उत्पादन को बढ़ावा देने और इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने में भी मदद करती है।

गिलोय घनवटी में एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।  गिलोय घनवटी इन्सुलिन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करती है, जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है। गिलोय घनवटी इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने में मदद करती है, जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।

पाचन संबंधी विकारों में भी लाभदायक होता है गिलोय घनवटी

गिलोय घनवटी पाचन संबंधी विकारों में भी लाभदायक होता है। यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो गिलोय के पौधे से बनाई जाती है। गिलोय में कई गुण होते हैं जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
गिलोय घनवटी अपच और एसिडिटी से भी राहत प्रदान करता है। यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो गिलोय के पौधे से बनाई जाती है। गिलोय में कई गुण होते हैं जो अपच और एसिडिटी को दूर करने में मदद करते हैं। यह पाचन रसों के उत्पादन को बढ़ावा देता है, गैस और सूजन को कम करता है, और पेट को आराम देता है।
 

गिलोय घनवटी से मिलता है खांसी में आराम

पतंजलि गिलोय घनवटी सर्दी, खांसी और जुकाम में आराम प्रदान करती है। इसमें मौजूद प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण सर्दी-खांसी और जुकाम के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।

गिलोय घनवटी में मौजूद एंटीबायोटिक गुण बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं, जो सर्दी-खांसी और जुकाम के लिए जिम्मेदार होते हैं। गिलोय घनवटी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं, जो सर्दी-खांसी और जुकाम के कारण हो सकते हैं। गिलोय घनवटी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं, जिससे सर्दी-खांसी और जुकाम से बचाव करने में मदद मिलती है।
गिलोय घनवटी से खांसी में आराम मिलता है क्योंकि गिलोय में एंटीएलर्जिक गुण होते हैं, गिलोय में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण एलर्जी के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।

गिलोय घनवटी पीलिया में लाभकारी

गिलोय घनवटी पीलिया में लाभकारी है। गिलोय एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो कई बीमारियों के इलाज में उपयोगी है, जिसमें पीलिया भी शामिल है। गिलोय घनवटी गिलोय के रस और अन्य औषधीय जड़ी बूटियों से बनी एक आयुर्वेदिक दवा है। यह पीलिया के लक्षणों को कम करने में मदद करती है, जिसमें त्वचा का पीला होना, गहरे रंग का मूत्र और थकान शामिल हैं। गिलोय घनवटी पीलिया में होने वाले दर्द और बुखार में भी राहत प्रदान करती है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीपायरेटिक गुण होते हैं जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। गिलोय के कई रूप हैं, जिनमें ताजा पत्ते, जूस, सत्व और घनवटी शामिल हैं। पीलिया के लिए, गिलोय घनवटी एक अच्छा विकल्प है। गिलोय घनवटी गिलोय के रस और अन्य औषधीय जड़ी बूटियों से बनी होती है। यह पीलिया के लक्षणों को कम करने में मदद करती है और रोग को ठीक करने में भी मदद कर सकती है। गिलोय घनवटी का उपयोग करने के लिए, आप इसे एक चम्मच से दिन में तीन बार पानी के साथ ले सकते हैं। आप इसे एक काढ़ा बनाकर भी ले सकते हैं।

गिलोय घनवटी के फायदे एनीमिया में

गिलोय घनवटी एनीमिया अर्थात खून की कमी को भी दूर करता है। यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो गिलोय के पौधे से बनाई जाती है। गिलोय में कई गुण होते हैं जो एनीमिया के इलाज में मदद करते हैं। यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देता है, और यह आयरन के अवशोषण में भी मदद करता है।

गठिया में राहत प्रदान करती है गिलोय घनवटी

गिलोय घनवटी गठिया रोग के लिए भी लाभदायक होती है। इसमें एंटी-ऑर्थराइटिक गुण होते हैं, जो जोड़ों में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। गिलोय घनवटी के गठिया रोग में उपयोग के कुछ लाभ निम्नलिखित हैं:

जोड़ों में सूजन और दर्द को कम करता है
जोड़ों को मजबूत बनाता है
गठिया के लक्षणों को कम करता है
हां, गिलोय घनवटी गठिया में राहत प्रदान करती है। गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-रोगजनक गुण होते हैं। ये गुण गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।

गिलोय घनवटी गठिया के कारण होने वाले दर्द, सूजन और जकड़न को कम करने में मदद करती है। यह जोड़ों को नुकसान से भी बचाने में मदद करती है।

अस्थमा में भी है फायदेमंद गिलोय घनवटी

गिलोय घनवटी अस्थमा में भी फायदेमंद होती है। इसमें एंटी-एलर्जिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। अस्थमा रोग के लिए भी गिलोय घनवटी के फायदे अच्छे हैं। गिलोय में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-एलर्जिक और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।

गिलोय घनवटी अस्थमा के कारण होने वाली सांस की तकलीफ, खांसी और सीने में जकड़न को कम करने में मदद करती है। यह श्वसन मार्ग को साफ करने में भी मदद करती है, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है।
 

लीवर के स्वास्थ्य के लिए भी होती है फायदेमंद

गिलोय घनवटी लीवर को स्वस्थ रखने में सहायक होती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और हेपेटोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो लीवर को नुकसान से बचाने में मदद करते हैं।  गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो रक्त को विषाक्त पदार्थों से मुक्त करने में मदद करते हैं। यह लिवर के लिए एक तरह से टॉनिक का काम करती है। गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो लिवर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह लिवर से टॉक्सिन्स को हटाने में भी मदद करती है।
 

शरीर को करे डिटॉक्स

गिलोय घनवटी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो रक्त को शुद्ध करने में मदद करते हैं। यह रक्त में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर रक्त को साफ करती है। गिलोय घनवटी में रेचक गुण होते हैं जो कब्ज को दूर करके आंतों की सफाई करते हैं। इससे शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है। गिलोय घनवटी लिवर के लिए एक बेहतरीन टॉनिक है। यह लिवर को विषाक्त पदार्थों से बचाकर उसे स्वस्थ रखती है। गिलोय घनवटी किडनी के लिए भी फायदेमंद है। यह किडनी को विषाक्त पदार्थों से बचाकर उसे स्वस्थ रखती है। गिलोय घनवटी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। इससे शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। 

पतंजलि गिलोय घनवटी का उपयोग Giloy Ghanvati Tablet Uses in Hindi

पतंजलि गिलोय घनवटी का उपयोग इन सभी समस्याओं के उपचार के लिए किया जा सकता है। गिलोय एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है जिसमें कई औषधीय गुण होते हैं। यह इम्युनिटी को बढ़ाने, वायरल संक्रमणों से लड़ने, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने, सूजन को कम करने, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने में मदद करती है।

गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है और बीमारियों से बचाता है।
गिलोय में एंटीवायरल गुण होते हैं जो वायरल संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं। यह डेंगू, चिकनगुनिया, और अन्य वायरल बुखार के उपचार में उपयोगी हो सकता है।

गिलोय में कई औषधीय गुण होते हैं जो इन बीमारियों से बचाव में मदद कर सकते हैं। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने, सूजन को कम करने, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।

गिलोय में चयापचय को बढ़ाने के गुण होते हैं जो शरीर में वसा को कम करने में मदद करते हैं। यह वजन घटाने के लिए एक प्रभावी उपाय हो सकता है।

गिलोय में कफ को तोड़ने और गले में खराश को कम करने के गुण होते हैं। यह खांसी, जुकाम, और गले के दर्द के उपचार में उपयोगी हो सकता है।

गिलोय में डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।
 

गिलोय घनवटी के सेवन का तरीका How To Use Giloy Ghanvati in Hindi

पतंजलि गिलोय घनवटी की खुराक व्यक्ति की उम्र, स्वास्थ्य और स्थिति के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। आमतौर पर, वयस्कों को दिन में दो बार, प्रत्येक बार दो टैबलेट लेने की सलाह दी जाती है। टैबलेट को भोजन के बाद या दूध के साथ लेना चाहिए।
गिलोय घनवटी एक शक्तिशाली औषधि है, इसलिए इसे उचित मात्रा में लेना चाहिए।
यदि आपको कोई अन्य दवाएं लेनी हैं, तो गिलोय घनवटी लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गिलोय घनवटी लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
 

गिलोय घनवटी की कीमत Giloy Ghanvati Price Hindi

40 ग्राम (60 टैबलेट) पतंजलि गिलोय घनवटी की कीमत मात्र 100-120 रुपए के आसपास है। आप अपने आसपास किसी भी पतंजलि स्टोर से इसे खरीद सकते हैं। साथ ही आप इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। 

पतंजलि गिलोय घनवटी के नुकसान Patanjali Giloy Ghanvati Side Effects in Hindi

पतंजलि गिलोय घनवटी आमतौर पर सुरक्षित होती है। हालांकि, कुछ मामलों में, यह कुछ दुष्प्रभाव पैदा कर सकती है, जो की अधिक मात्रा में इस ओषधि के सेवन से होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
  • पेट खराब होना
  • मतली और उल्टी
  • दस्त
  • सिरदर्द
  • रक्तचाप में कमी
यदि आपको इनमें से कोई भी दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गिलोय घनवटी लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। यदि आपको कोई अन्य दवाएं लेनी हैं, तो गिलोय घनवटी लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
गिलोय घनवटी एक शक्तिशाली औषधि है, इसलिए इसे उचित मात्रा में लेना चाहिए। यदि आप किसी भी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं, तो गिलोय घनवटी लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।
 

गिलोय के अनुपान

  • वात रोगों में: गिलोय को घी के साथ लेने से वात दोष को संतुलित करने में मदद मिलती है।
  • पित्त रोगों में: गिलोय को शक्कर, चीनी या गुड़ के साथ लेने से पित्त दोष को संतुलित करने में मदद मिलती है।
  • कफ रोगों में: गिलोय को शहद के साथ लेने से कफ दोष को संतुलित करने में मदद मिलती है।
  • नेत्र रोगों में: गिलोय को आंवले के रस के साथ लेने से आंखों की दृष्टि में सुधार होता है।
  • आमवात में: गिलोय को सोंठ के साथ लेने से जोड़ों के दर्द और सूजन में राहत मिलती है।
  • प्लेटलेट की कमी में: गिलोय को एलोवेरा के जूस के साथ लेने से प्लेटलेट की संख्या बढ़ती है।
  • स्वाइन फ्लू में: गिलोय को तुलसी के रस के साथ लेने से सर्दी, खांसी और बुखार में राहत मिलती है।

गिलोय घनवटी के चिकित्सीय उपयोग Uses of Giloy Ghanvati in Hindi

  • पुराना बुखार: गिलोय घनवटी पुराने बुखार को ठीक करने में मदद करती है। यह बुखार को कम करने और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करती है।
  • बार-बार निश्चित समय पर आने वाला बुखार: गिलोय घनवटी बार-बार निश्चित समय पर आने वाले बुखार को ठीक करने में मदद करती है। यह बुखार के कारणों को दूर करने और लक्षणों को कम करने में मदद करती है।
  • मच्छर जनित बुखार: गिलोय घनवटी मच्छर जनित बुखार, जैसे डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया को ठीक करने में मदद करती है। यह बुखार के कारणों को दूर करने और लक्षणों को कम करने में मदद करती है।
  • स्वाइन फ्लू: गिलोय घनवटी स्वाइन फ्लू को ठीक करने में मदद करती है। यह बुखार के कारणों को दूर करने और लक्षणों को कम करने में मदद करती है।
  • प्रमेह, कमजोरी, धातु का पतला होना, सुजाक: गिलोय घनवटी प्रमेह, कमजोरी, धातु का पतला होना और सुजाक जैसी बीमारियों को ठीक करने में मदद करती है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और लक्षणों को कम करने में मदद करती है।
  • शारीरिक, मानसिक कमजोरी: गिलोय घनवटी शारीरिक और मानसिक कमजोरी को दूर करने में मदद करती है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करती है।
  • हाथ-पैर में जलन: गिलोय घनवटी हाथ-पैर में जलन को दूर करने में मदद करती है। यह सूजन को कम करने और दर्द को कम करने में मदद करती है।
  • बौद्धिक भ्रम: गिलोय घनवटी बौद्धिक भ्रम को दूर करने में मदद करती है। यह याददाश्त और एकाग्रता में सुधार करने में मदद करती है।
  • यकृत रोग: गिलोय घनवटी यकृत रोग, जैसे हेपेटाइटिस और सिरोसिस को ठीक करने में मदद करती है। यह यकृत को नुकसान से बचाने और कार्य को बेहतर बनाने में मदद करती है।
  • यकृत कमजोरी: गिलोय घनवटी यकृत कमजोरी को दूर करने में मदद करती है। यह यकृत को स्वस्थ रखने और कार्य को बेहतर बनाने में मदद करती है।
  • रक्त शर्करा का बढ़ा स्तर: गिलोय घनवटी रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ावा देने और रक्त में शर्करा की मात्रा को कम करने में मदद करती है।
  • गठिया, यूरिक एसिड का बढ़ जाना: गिलोय घनवटी गठिया और यूरिक एसिड के बढ़ जाने को ठीक करने में मदद करती है। यह सूजन को कम करने और दर्द को कम करने में मदद करती है।

गिलोय क्या है What is Giloy

गिलोय (Tinospora Cordifolia)  एक प्रकार की बेल है, जिसे आयुर्वेद में अमृता, गुडुची, छिन्नरुहा, चक्रांगी आदि नामों से जाना जाता है। यह एक बहुवर्षीय लता है, जिसकी लंबी बेल मोटे रसे की तरह दिखती है। इसके पत्ते पान के पत्तों की तरह होते हैं। गिलोय की पत्तियां, जड़ें और तना तीनों ही भाग सेहत के लिए अच्छे हैं, लेकिन बीमारियों के इलाज में सबसे ज्यादा उपयोग गिलोय के तने या डंठल का ही होता है।
गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और कैंसर रोधी गुण होते हैं। इन्हीं गुणों की वजह से गिलोय कई तरह की बीमारियों से बचाव और इलाज में मदद करती है।

इम्यूनिटी बढ़ाना: गिलोय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जो बीमारियों के लिए जिम्मेदार होते हैं। इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
बुखार, सर्दी और फ्लू से राहत: गिलोय में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बुखार, सर्दी और फ्लू के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।
मधुमेह के प्रबंधन में मदद: गिलोय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रक्त में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
कैंसर के जोखिम को कम करना: गिलोय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं।
त्वचा स्वास्थ्य में सुधार: गिलोय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को नुकसान से बचाते हैं और त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं।
पेट के स्वास्थ्य में सुधार: गिलोय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पेट की समस्याओं जैसे कि अपच, कब्ज और दस्त से राहत दिलाने में मदद करते हैं।

गिलोय का सेवन कैसे करें?

गिलोय का सेवन कई तरह से किया जा सकता है, जैसे कि:
  • काढ़ा बनाकर: गिलोय के तने या डंठल को पानी में उबालकर काढ़ा बनाया जा सकता है।
  • पाउडर बनाकर: गिलोय के तने या डंठल को सुखाकर पाउडर बनाया जा सकता है। इस पाउडर को पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है।
  • जूस बनाकर: गिलोय के तने या डंठल का जूस बनाया जा सकता है।

गिलोय में पाए जाने वाले पोषक तत्व

  • गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड, जो गिलोय के औषधीय गुणों के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
  • टीनोस्पोरिन, एक एंटीऑक्सीडेंट।
  • पामेरिन, एक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट।
  • टीनोस्पोरिक एसिड, एक एंटीवायरल एजेंट।
  • कॉपर, जो रक्त कोशिकाओं के निर्माण और लाल रक्त कोशिकाओं के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
  • आयरन, जो हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए आवश्यक है।
  • फॉस्फोरस, जो हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
  • जिंक, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक है।
  • कैल्शियम, जो हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
  • मैग्नीशियम, जो मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।

पतंजलि गिलोय घनवटी से जुड़े प्रश्न और उत्तर

पतंजलि गिलोय घनवटी के बारे में बताइए patanjali giloy ghanvati ke bare me bataye

पतंजलि गिलोय घनवटी एक आयुर्वेदिक दवा है, जिसमें गिलोय अर्क का इस्तेमाल किया गया है। यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उपयोगी है, जिनमें शामिल हैं:
इम्युनिटी बढ़ाने: गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण होते हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं।
मोटापा कम करने: गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी और चयापचय को बढ़ावा देने वाले गुण होते हैं जो वजन घटाने में मदद कर सकते हैं।
सर्दी, खांसी, जुकाम और वायरल फीवर: गिलोय में एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सर्दी, खांसी, जुकाम और वायरल फीवर के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
डेंगू, पीलिया, डायबिटीज और जोड़ों के दर्द: गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीवायरल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो इन बीमारियों के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।

पतंजलि गिलोय घनवटी के क्या-क्या फायदे हैं patanjali giloy ghanvati ke kya fayde hai

पतंजलि गिलोय घनवटी के क्या-क्या फायदे हैं इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करती है। गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है और बीमारियों से बचाता है।
मोटापा कम करने में मदद करती है। गिलोय में चयापचय को बढ़ाने के गुण होते हैं जो शरीर में वसा को कम करने में मदद करते हैं। यह वजन घटाने के लिए एक प्रभावी उपाय हो सकता है।
सर्दी, खांसी, जुकाम व वायरल फीवर से बचाव में मदद करती है। गिलोय में एंटीवायरल गुण होते हैं जो वायरल संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं। यह डेंगू, चिकनगुनिया, और अन्य वायरल बुखार के उपचार में उपयोगी हो सकता है। डेंगू, पीलिया, डायबिटीज व जोड़ों के दर्द के लिए लाभकारी है। गिलोय में कई औषधीय गुण होते हैं जो इन बीमारियों से बचाव में मदद कर सकते हैं। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने, सूजन को कम करने, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
 

गिलोय घनवटी के फायदे क्या हैं Benefits of Giloy Ghanvati in Hindi

गिलोय घनवटी एक आयुर्वेदिक दवा है जो गिलोय (Tinospora cordifolia) से बनाई जाती है। गिलोय एक बहुपयोगी जड़ी-बूटी है जिसमें कई औषधीय गुण होते हैं। गिलोय घनवटी के निम्नलिखित फायदे हैं:
इम्यूनिटी को बढ़ाती है: गिलोय घनवटी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। यह शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करती है।
बुखार में लाभकारी: गिलोय घनवटी बुखार में बहुत फायदेमंद है। यह बैक्टीरिया, वायरस और अन्य कारणों से होने वाले बुखार को कम करती है।
यकृत की रक्षा करती है: गिलोय घनवटी यकृत की रक्षा करती है। यह यकृत को विषाक्त पदार्थों से बचाती है और यकृत के कार्यों को सुधारती है।
मधुमेह में लाभकारी: गिलोय घनवटी रक्त में शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करती है। यह टाइप 2 मधुमेह के रोगियों के लिए एक अच्छा उपचार है।
सूजन को कम करती है: गिलोय घनवटी शरीर में सूजन को कम करने में मदद करती है। यह गठिया, एलर्जी और अन्य सूजन संबंधी स्थितियों में लाभकारी है।
शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालती है: गिलोय घनवटी शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालती है। यह शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
गिलोय घनवटी को जीवनीय, रसायन कहा जाता है। यह एक आयुर्वेदिक शब्द है जिसका अर्थ है "जीवन देने वाला" या "जहर से बचाने वाला"। गिलोय घनवटी में कई औषधीय गुण होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
The author of this blog, Saroj Jangir (Admin), is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me, shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.
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