सांवरिया वाली सिमरण करणो रे

सांवरिया वाली सिमरण करणो रे

 
सांवरिया वाली सिमरण करणो रे

हा रे, आखिर मरणो रे,
हा रे, आखिर मरणो रे।
साँवरिया वाली सिमरण करनो रे,
आखिर मरणो रे।।

मात-पिता, सूत-बांधव, गोती,
सभी यही रह जावे रे।
अंत समय एकला जाएगा,
किसे रो शरणो रे।
आखिर मरणो रे।
साँवरिया वाली सिमरण करनो रे,
आखिर मरणो रे।। (टेर)

मोह जाल में फँसकर बंदा,
विरथा जमानो खोयो रे।
अंत समय रोवण बैठो,
जम सूँ डरनो रे।
आखिर मरणो रे।
साँवरिया वाली सिमरण करनो रे,
आखिर मरणो रे।। (टेर)

साध-संत की सेवा करनी,
दया-धर्म मन रखना रे।
सुकरत काम कर मेरे बंदे,
मन से हरनो रे।
आखिर मरणो रे।
साँवरिया वाली सिमरण करनो रे,
आखिर मरणो रे।। (टेर)

आयो तू सुकरत रे कारण,
पाप घणेरो किया रे।
पाप किया तो प्रलय में जाएगा,
नरक गिरनेो रे।
आखिर मरणो रे।
साँवरिया वाली सिमरण करनो रे,
आखिर मरणो रे।। (टेर)

राजाराम जी केव दाता,
किस विधि पार उतरणा रे।
राम नाम ह्रदय में रखना,
जिन से तू तरणो रे।
आखिर मरणो रे।
साँवरिया वाली सिमरण करनो रे,
आखिर मरणो रे।। (टेर)



हा रे आखिर मरणों रे || ha re aakhir marno re || shyam vaishnav

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Saroj Jangir Author Admin - Saroj Jangir

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