पांचू आंगळी घी में होणी: (राजस्थानी कहावत/Rajasthani Phrase)
अर्थ (हिंदी): इस कहावत का अर्थ है जीवन में चारों ओर से लाभ और सुख की प्राप्ति। यह तब कहा जाता है जब किसी के जीवन में सभी चीजें उनकी उम्मीदों और इच्छाओं के अनुसार चल रही हों। "पांचू आंगळी घी में होणी" उस स्थिति को दर्शाता है जब व्यक्ति हर पहलू में संतुष्ट और खुश रहता है। यह कहावत यह भी दर्शाती है कि अनुकूल परिस्थितियाँ व्यक्ति को मानसिक और भौतिक दोनों रूप से खुशहाल बनाती हैं। पांचू आंगळी घी में होणी :- चारों ओर से लाभ होना। सुख से दिन कटना। हिंदी में इसे कहेंगे पाँचों अंगुली का घी में होना। इस राजस्थानी कहावत का अर्थ है की जीवन सुखपूर्ण रूप से कटना, मजे में होना।
Meaning in English: The phrase "पांचू आंगळी घी में होणी" translates to having all fingers dipped in ghee, symbolizing a state of complete prosperity and happiness. It signifies a life filled with benefits and comfort, where everything goes as desired.
विस्तृत अर्थ (हिंदी): "पांचू आंगळी घी में होणी" एक ऐसी स्थिति का वर्णन करता है जिसमें व्यक्ति का हर पहलू सुखद और संतोषजनक हो। यह कहावत यह बताती है कि जब जीवन में सभी चीजें सही दिशा में होती हैं, तो व्यक्ति मानसिक और भौतिक रूप से संपन्न और खुश रहता है। यह कहावत जीवन में अच्छे समय और सुखद परिस्थितियों का प्रतीक है।
The proverb "पांचू आंगळी घी में होणी" metaphorically describes a situation of complete contentment and prosperity. It portrays a life where all aspects are favorable, and the individual experiences both material and emotional well-being. The phrase is often used to symbolize times of success and fulfillment, encouraging gratitude for favorable circumstances.
राजस्थानी कहावत "पांचू आंगळी घी में होणी" का अर्थ है चारों ओर से सुख और लाभ का अनुभव करना। यह कहावत बताती है कि जब जीवन में सभी चीजें सही और अनुकूल होती हैं, तो व्यक्ति संतुष्टि और आनंद का अनुभव करता है। "पांचू आंगळी घी में होणी" जीवन के सुखद और संपन्न समय का प्रतीक है, जो मानसिक और भौतिक दोनों रूप से खुशी प्रदान करता है। यह कहावत अनुकूल परिस्थितियों में आभार प्रकट करने और जीवन के अच्छे समय का आनंद लेने की प्रेरणा देती है।
विस्तृत अर्थ (हिंदी): "पांचू आंगळी घी में होणी" एक ऐसी स्थिति का वर्णन करता है जिसमें व्यक्ति का हर पहलू सुखद और संतोषजनक हो। यह कहावत यह बताती है कि जब जीवन में सभी चीजें सही दिशा में होती हैं, तो व्यक्ति मानसिक और भौतिक रूप से संपन्न और खुश रहता है। यह कहावत जीवन में अच्छे समय और सुखद परिस्थितियों का प्रतीक है।
The proverb "पांचू आंगळी घी में होणी" metaphorically describes a situation of complete contentment and prosperity. It portrays a life where all aspects are favorable, and the individual experiences both material and emotional well-being. The phrase is often used to symbolize times of success and fulfillment, encouraging gratitude for favorable circumstances.
राजस्थानी कहावत "पांचू आंगळी घी में होणी" का अर्थ है चारों ओर से सुख और लाभ का अनुभव करना। यह कहावत बताती है कि जब जीवन में सभी चीजें सही और अनुकूल होती हैं, तो व्यक्ति संतुष्टि और आनंद का अनुभव करता है। "पांचू आंगळी घी में होणी" जीवन के सुखद और संपन्न समय का प्रतीक है, जो मानसिक और भौतिक दोनों रूप से खुशी प्रदान करता है। यह कहावत अनुकूल परिस्थितियों में आभार प्रकट करने और जीवन के अच्छे समय का आनंद लेने की प्रेरणा देती है।
जब किसी व्यक्ति को हर तरफ से लाभ और सुख की प्राप्ति होती है, तो ऐसी स्थिति को व्यक्त करने के लिए "पांचों उंगलियां घी में" मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। यह मुहावरा आमतौर पर तब उपयोग में लिया जाता है, जब किसी के जीवन में सब कुछ उनकी इच्छा और उम्मीदों के अनुसार हो रहा हो। इस ब्लॉग के माध्यम से आप "पांचों उंगलियां घी में" मुहावरे का वाक्य प्रयोग और इसकी गहराई से व्याख्या के बारे में जानेंगे।
मुहावरे का परिचय: मुहावरे उन वाक्यांशों को कहते हैं, जिनके माध्यम से किसी बात को मजेदार, प्रभावी और संक्षिप्त तरीके से प्रस्तुत किया जाता है। इनमें शब्दों का सीधा अर्थ न लेकर उसे प्रतीकात्मक रूप से समझाया जाता है। मुहावरे भाषा को रोचक और अभिव्यक्तिपूर्ण बनाते हैं।
पांचों उंगलियां घी में मुहावरे का विस्तृत अर्थ: इस मुहावरे का मतलब है, व्यक्ति को हर क्षेत्र में लाभ होना और उसके जीवन में सुख-संपन्नता का वास होना। उदाहरण के लिए, जब अनुराग की विदेश में नौकरी लगी, तो उसका जीवन बेहतर हो गया और इस स्थिति को "पांचों उंगलियां घी में" कहकर व्यक्त किया गया।
पांचों उंगलियां घी में मुहावरे का वाक्य प्रयोग:
मुहावरे का परिचय: मुहावरे उन वाक्यांशों को कहते हैं, जिनके माध्यम से किसी बात को मजेदार, प्रभावी और संक्षिप्त तरीके से प्रस्तुत किया जाता है। इनमें शब्दों का सीधा अर्थ न लेकर उसे प्रतीकात्मक रूप से समझाया जाता है। मुहावरे भाषा को रोचक और अभिव्यक्तिपूर्ण बनाते हैं।
पांचों उंगलियां घी में मुहावरे का विस्तृत अर्थ: इस मुहावरे का मतलब है, व्यक्ति को हर क्षेत्र में लाभ होना और उसके जीवन में सुख-संपन्नता का वास होना। उदाहरण के लिए, जब अनुराग की विदेश में नौकरी लगी, तो उसका जीवन बेहतर हो गया और इस स्थिति को "पांचों उंगलियां घी में" कहकर व्यक्त किया गया।
पांचों उंगलियां घी में मुहावरे का वाक्य प्रयोग:
- गौरी का बंद बिजनेस चलने के बाद उसकी पांचों उंगलियां घी में हैं।
- उपेंद्र ने जब जिंदगी का पहला केस जीता तो उसकी पांचों उंगलियां घी में थी।
- शानवी ने UPSC परीक्षा में पास होने के बाद महसूस किया कि उसकी पांचों उंगलियां घी में हैं।
- ईशान को 50 लाख का पैकेज मिलने के बाद ऐसा लगा जैसे उसकी पांचों उंगलियां घी में हैं।
- जब रोहन का सपना पूरा हुआ, तो उसके माता-पिता ने कहा कि उसकी पांचों उंगलियां घी में हैं।
Author - Saroj Jangir
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