खुल गए भाग हमारे गजानन घर में पधारे

खुल गए भाग हमारे गजानन घर में पधारे

खुल गए, भाग हमारे, गजानन, घर में पधारे ॥
घर में, पधारे देवा, घर में पधारे ।
खुल गए, भाग हमारे, गजानन, घर में पधारे ॥

रिद्धि, सिद्धि को, संग ले आए ।
शुभ ,और लाभ के, थापे लगाए ॥
क़र्ज़ पूर्ण, होंगे हमारे, गजानन, घर में पधारे...
खुल गए, भाग हमारे, गजानन...

पहले, पूजूं, तुम को गणपति ।
रहे हमेशा, घर में, सुख संपत्ति ॥
तुम हो, नाथ हमारे, गजानन, घर में पधारे...
खुल गए, भाग हमारे, गजानन...

भोले, जी के, तुम हो प्यारे ।
गौरा, मां के, तुम हो दुलारे ॥
कार्तिक के, भाई न्यारे, गजानन, घर में पधारे...
खुल गए, भाग हमारे, गजानन...

मंगल, करते, सब भक्तों का ।
संकट, हरते, सब भक्तों का ॥
घर घर, पूजे जाते, गजानन, घर में पधारे...
खुल गए, भाग हमारे, गजानन...

गणेश भजन दिल छू लेगा खुल गए भाग्य हमारे गजानन घर में पधारे भरपूर आनंद सुनके झूम जाओगे

गजानन के घर में पधारने से मन खिल उठता है, जैसे भाग्य का ताला खुल जाए। रिद्धि-सिद्धि साथ लाए, शुभ-लाभ की थाप दी—हर कर्ज, हर चिंता मिटाने वाले गणपति घर में आए।

सबसे पहले उनकी पूजा, क्योंकि वे सुख-समृद्धि के रक्षक हैं। भोले के लाडले, गौरा के दुलारे, कार्तिक के भाई—ऐसे गजानन हर दिल को प्यारे। भक्तों का मंगल करते, संकट हरते, हर घर में उनकी जय-जयकार।

उनके चरणों में शीश झुकाओ, तो सारा आलम रंग में रंग जाता है। गणपति का आगमन बस प्रेम और विश्वास का आलम लाता है, जैसे कोई अनमोल खजाना घर में बिखर जाए।

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