हरि म्हारो सुणज्यो अरज महाराज लिरिक्स Hari Mharo Sunjyo Araj Lyrics मीरा बाई पदावली Padawali Meera Bai Bhajan Lyrics Hindi मीरा भजन
हरि म्हारो सुणज्यो, अरज महाराज।मैं अबल बल नाहिं, गोसाई; राखो अबके लाज।
रावरी होइ कणीरे जाऊँ, है हरि हिवडारो साज।
हयको वपु धरि दैते संघार्यो, सार्यों देवन को काज।
मीराँ के प्रभु और न कोई, तुम मेरे सिरताज।।
(अरज=बिनती, रावरी होई=तुम्हारी होकर,
कणी रे=कहाँ पर, हिवडारो=हृदय का, साज= शोभा, हय=हयग्रीव, वपु=शरीर, दैत=दैत्य, राक्षस, संघार्यो=मारा, सार्यौ=सिद्ध किया, सिरताज=स्वामी)