लोकसभा चुनाव 2019 में नरेंद्र मोदी की जीत के प्रमुख कारण

नरेन्द्र मोदी की जीत के कारण : लोक सभा चुनाव २०१९ 

श्री नरेन्द्र मोदी को फिर से लोगों फिर से भारत की बागडोर सँभालने के लिए चुना है, और जो प्रचंड विजय श्री नरेंद्र मोदी जी ने बीजेपी को दिलाई है वह अप्रत्याशित है । भारत के इतिहास में संभवतया ये पहली बार है जिसमे देश की जनता ने एक व्यक्ति में इतनी आस्था दिखाई है। मेरी नजर में हिन्दू समाज के अलावा मुस्लिम समाज के लोगों ने भी दिल खोल कर वोट दिए हैं जो की एक अच्छी बात है। ऐसा नहीं है की केवल कमजोर विपक्ष के कारण ही बीजेपी को विजय मिली है, बल्कि बीजेपी या सन्देश आम जन तक पहुंचने में सफल हुयी है की अन्य कोई भी दल ऐसा नहीं है जो सब लोगों को एक साथ लेकर चल सके। जानने की कोशिस करते हैं की श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को जो बहुमत मिला है उसके क्या कारण हो सकते हैं। 
 
 १. बात नहीं काम : ये जीत नरेंद्र मोदी की है - श्री नरेंद्र मोदी जी ने बातों की बजाय काम पर फोकस किया है और लोगों ने उनके कार्य और कार्य करने के तरीके को सराहा भी है। लोकसभा चुनाव २०१९ भी मोदी के चेहरे पर ही लड़ा गया है जिसका फायदा बीजेपी को प्राप्त हुआ है। क्षेत्रीय प्रत्याशिओं ने भी मोदी के नाम पर वोट मांगे हैं और मोदी की जनसभाओं में स्वंय मोदी ने कहा की उनका एक एक वोट मुझे ही जाने वाला है। नरेंद्र मोदी के द्वारा छोटी से छोटी योजनाओं को विशाल पैमाने पर पेश करना उनकी एक कला है। स्वच्छ भारत मुहीम इसका एक उदाहरण है जिसके सकारात्मक परिणाम निकले हैं। लगातार काम करने और छुट्टी न लेकर मोदी ने लोगों को सन्देश दिया है की उनकी सरकार काम के प्रति गंभीर है। उनके कार्य करने की प्रवर्ति के कारण इसका सन्देश लोगों को मिला और बीजेपी के क्षेत्रीय दफ्तरों पर भी इसका असर दिखाई देता है। ५० प्रतिशत वोट शेयर को अपने हाथ में ले लेना नरेंद्र मोदी की कुशल रणनीति का ही परिणाम है। यह साफ़ है की कांग्रेस के पास कोई नेतृत्व नहीं है जो नरेंद्र मोदी का मुकाबला कर सके। कमजोर विपक्ष के बावजूद विपक्षी पार्टियों के द्वारा किया गया गठजोड़ भी कोई लाभ नहीं दिखा सका। हिन्दू राष्ट्रवाद के ब्रांड एम्बेडेसर बनकर उभरे हैं नरेंद्र मोदी। उन्होंने विश्व में मजबूत भारत को पेश किया। भारत के पक्ष को दूसरे देशों ने सुना और तरफदारी भी की जो की भारतीय लोगों के लिए गौरव की बात है। सिस्टम की खामियों को बीजेपी ने पहचाना और उनके सुधार के लिए कदम उठाये जो लोगों ने पसंद किये।

एक विशेष बात है बीजेपी की दीर्घकालीन नीतियां। २००४ का चुनाव जितने के बाद मोदी सरकार ने २०१९ के चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी थी। वे इस दम्भ में कतई नहीं थे की उन्होंने चुनाव जीत लिया है और सरकार उनके हाथों में हैं। हिंदी भाषी क्षेत्रों में कृषि पर आधारित वोटरों को लुभाने के लिए सरकार ने राजस्थान और मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों से सबक लेते हुए और अधिक कार्य किया जिसका परिणाम उन्हें लोक सभा चुनावों में मिला। कुल मिलाकर मोदी की साफ़ छवि का लाभ बीजेपी को मिला।

२  डिजिटल भारत : बीजेपी ने भारत के समस्त सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं को ऑनलाइन जोड़ने का कार्य किया है जिससे आम जन को काफी लाभ हुआ है। मसलन किसान अब ऑनलाइन अपनी जमीन का नक्शा प्राप्त कर सकते हैं। बात छोटी सी है लेकिन पहले केसीसी या किसी अन्य कार्य के लिए पटवारी, तहसीलदार ऑफिस के सैंकड़ों चक्कर लगाने पड़ते थे। बैंकिंग क्षेत्र की ऑनलाइन सेवाओं का लाभ आम जन को प्राप्त हुआ है। आधार नंबर से सभी सरकारी योजनाओं के जुड़ने से धांधली की गुंजाइस कम हुयी है। डिजिटल इण्डिया नीति के तहत गाँव गाँव तक इंटरनेट सुविधा का विस्तार हुआ है। परिपत्रों के ऑनलाइन होने से लोगों को बहुत सुविधा हुयी है। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए भीम एप्प भी लांच किया गया है।



३ सबके हाथ में जमीन : भले ही सीधे सरकार ने किसी को जमीन न दी हो लेकिन फिर भी नोटेबंदी और ऑनलाइन जमीन की खरीद फरोख्त और बेनामी सम्पति के कानून के कारन भूमाफिया वर्ग चौपट हो चूका है। आसमान को छू रही कीमते आज कुछ कम हुयी है।

४ आतंकवाद पर निति : बीजेपी ने अपने कार्यकाल में आंतकवाद को समाप्त करने सबंधी जो कार्य किये उनको लोगों ने खूब सराहा है और विपक्ष की आलोचनाओं को सुनने के बाद यह निर्णय लिया की आतंकवाद के उन्मूलन पर बीजेपी की निति कारगर है। बात जम्मू कश्मीर की हो या बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक की हो लोगों ने यह माना है की बीजेपी ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर यह संदेश दिया है की भारत अब किसी कीमत पर सरहदी आतंकवाद को सहन नहीं करेगा और अमेरिका और अन्य राष्ट्रों की तरह जवाबी कार्यवाही करने में कोई देरी नहीं करेगा। एक विचारणीय बात है की जब बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा हमला किया गया तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किसी राष्ट्र ने भारत की आलोचना नहीं की, बल्कि इसे उचित कदम माना जो की एक अहम् घटना है। इसके लिए मोदी जी को श्रेय देना चाहिए क्यों की ये उनकी कूटनीति ही है जिसके करना भारत को राजनितिक रूप मान्यता मिली। पाकिस्तान को उसके किये की सजा देने की भावना को लोगों ने सराहा है। इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिला है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक के लोगों को एक सूत्र में पिरोने का कार्य बीजेपी ने किया है। 
 ५ मजबूर नहीं मजबूत सरकार का सन्देश : बीजेपी की सभी सभाओं में नरेंद्र मोदी और बीजेपी के प्रत्याशियों ने राष्ट्रवाद के मुद्दे को अहम् बनाकर विपक्षी पार्टियों के गठजोड़ को मजबूर गठजोड़ और मजबूर सरकार का लेबल दिया जो लोगों ने समझा। मतदाताओं ने साफ़ तौर से मजबूर गठजोड़ को नकार कर मजबूत सरकार को चुना। बीजेपी ने लोगो को भरोसा दिलाया की बीजेपी ही एकमात्र विकल्प है जो मजबूत सरकार दे सकती है इसके लिए बालाकोट और कश्मीर में आतंकवाद रोकथाम के लिए उठाये गए कदमों का हवाला दिया जिसे लोगों ने स्वीकार किया है। एनडीए घटक दलों के दबाव के बावजूद पांच सालो के कार्यकाल बिना किसी बड़े विवाद के पूर्ण करना मजबूत सरकार का प्रतीक है।

६ राष्ट्रिय सुरक्षा नीति : भारतीय सेनाओं को सुदृढ़ बनाने सबंधी कार्यों को लोगों ने पसंद किया है। सेनाओं के लिए नयी तकनीक और विमानों की खरीद की आवश्यकता को मोदी जी के कार्यकाल में बल मिला है। तटवर्ती इलाकों की सुरक्षा में बीजेपी के कार्यकाल में सुदृढ़ता मिली है।

७ सैनको का कल्याण : सैनिकों के कल्याण हेतु वैन रेंक वन पेंशन का निर्णय लेकर सैनिक वर्ग के लोगों में पहचान बना पाने में सफलता।

८ स्वच्छ भारत अभिमान : प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभिमान के तहत पुरे देश में साफ सफाई के प्रति लोगों को जागरूक किया है। सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में इस हेतु अभियान चलाये गए हैं। पुरे देश में इस अभियान को बीजेपी द्वारा मिशन की तरह प्रस्तुत किया गया जिसे लोगों ने खूब सराहा है।

९ नोटबंदी : 8 नवंबर 2016 को 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए गए। नोटबंदी अभियान के कुछ सकारात्मक और कुछ नकारात्मक परिणाम निकले लेकिन आम लोगों ने इसका यह मतलब निकाला की काले धन के सफाये के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। कुछ हद तक इसके परिणाम लोगों ने पसंद भी किये हैं। नोटबंदी से 16.6 खरब नोट सिस्टम में वापस आये और 16 हजार करोड़ रुपये को छोड़कर सभी कैश बैंक में जमा हो जाने से बिना हिसाब वाले पैसों का पता चला। 21,000 लोगों ने 4,900 करोड़ रुपये मूल्य का कालाधन लोगों ने सरकार के समक्ष समर्पण किया। नोटबंदी से डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा मिला और ऑनलाइन पेमेंट को बल मिला और केश डीलिंग में पारदर्शिता आयी। इसके साथ ही फर्जी कंपनियों का भंडाफोड़ हुआ और कश्मीर में आतंकवाद की फंडिक कम हुयी।



१० जनधन योजना : जनधन योजना के तहत गरीब लोगों और ग्रामीण लोगों के खाते खुलवाए गए। एक अनुमान के अनुसार ९० हजार करोड़ रुपये इस योजना के तहत लोगों ने बैंकों में जमा करवाए हैं तथा साथ जी जन धन योजना के तहत खाता धारकों की संख्या 294.8 मिलियन तक पहुंच चुकी है। इस बात में कोई दो राय नहीं है की आम जन लोगों को इस योजना से बहुत लाभ प्राप्त हुआ है।

११ उज्ज्वला योजना : गरीब और ग्रामीण महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन जारी किये गए हैं। इस योजना से हर घर तक गैस चूल्हे को पहुंचाने की नरेंद्र मोदी की योजना की सफलता मिली।

सडकों का निर्माण : देश में सडकों का निर्माण युद्ध स्तर पर हुआ है। सभी प्रमुख राज्यों के लिए नेशनल हाईवे बनाये गए हैं। इसके लिए भारतमाला सड़क योजना का निर्माण किया गया है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुल 83,677 किलोमीटर रोड बनाने का प्रोजेक्ट है जिसके लिए 5.35 लाख करोड़ रुपये का इस्टीमेट है.

१२ गरीब सर्वणो को आरक्षण : समाज में दलित लोगों के कल्याण के लिए मोदी के कार्य सराहनीय हैं इसके साथ ही मोदी ने गरीब सर्वर्णों के लिए आरक्षण देकर लोगों के दिलों में जगह बनायीं और सवर्ण वोट बैंक को सुनिश्चित किया है। संविधान में संशोधन करके गरीब सवर्ण वर्ग को आरक्षण देना ऐतिहासिक कदम है और इसकी जरूरत भी थी।

१३ जनसुरक्षा योजना : प्रधानमंत्री के द्वारा जनसुरक्षा योजना के तहत आम जन का २ लाख तक का बीमा किया गया है जिसके कारन आम लोगों में मोदी के प्रति आकर्षण पैदा हुआ है। इस योजना से आबादी के एक बड़े हिस्से को बीमित किया गया है और इसका लाभ आम लोगों तक पंहुचा भी है। इसका सालाना प्रीमियम केवल १२ रूपये रखा गया है जो की एक प्रशंशनीय कार्य है।
१४ बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजना : मोदी सरकार ने लिंगानुपात के दर को बढ़ाने और लड़कियों के लिए शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजना का आरम्भ किया जिसका सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुआ है। लड़कियों के शिक्षा के स्तर में काफी बढ़ोत्तरी हुयी और लिंगानुपात में थी सफलता प्राप्त हुयी है। इस योजना को माननीय श्री प्रधान मंत्री ने हरीयाणा से २२ जनवरी २०१५ को लागू किया है। इस योजना के लिए १०० करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है और लड़कियों की पढ़ाई और विवाह के लिए सरकारी स्तर पर आर्थिक सहायता दी जाती है। ८० सी के तहत टैक्स में भी इस योजना के तहत लाभ दिया गया है। 

कमजोर विपक्ष : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत के कारणों में उनके कार्य और योजनाओं के आलावा कमजो विपक्ष भी एक अहम् कारण रहा है। मेरे मुताबिक प्रधानमंत्री को जीत तो मिलनी ही थी लेकिन इस प्रचंड बहुमत का एक कारण कमजोर विपक्ष भी रहा है। लोगों ने देखा की मोदी का कोई विकल्प अभी मौजूद नहीं हैं। विपक्ष की पार्टियों के द्वारा गठबंधन को मोदी ने अपनी सभाओं में कमजोर सरकार का विकल्प बताया जो लोगों ने माना भी। अन्य सभी धुर विरोधी पार्टियों के एक मंच पर एकत्रित होने पर लोगों ने इसका मतलब निकाला की सभी पार्टियां मोदी को ही क्यों हराना चाहती हैं ? इसका फायदा साफ़ रूप से बीजेपी को मिला है। कांग्रेस पार्टी का परिवारवाद भी इसमें एक अहम् कारण रहा है। राहुल गाँधी के कारन कांग्रेस को फायदा कम और नुक्सान ज्यादा हुआ है। लोगों ने इस बात को महसूस किया है की एक ही परिवार के लोगों का कब्ज़ा कांग्रेस पार्टी पर रहा है। आम कार्यकर्त्ता और संघर्ष करके आये लोगों का कांग्रेस में कोई स्थान नहीं है, इसी सोच का लाभ सीधे बीजेपी को मिला है। 

इसके आलावा मोदी द्वारा जारी सुकन्या समृद्धि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्टार्ट अप इंडिया, प्रधानमंत्री MUDRA बैंक योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, अटल पेंशन योजना आदि योजनाओं ने लोगों को आकर्षित किया जिसका लाभ बीजेपी को मिला और उन्हें लोकसभा चुनाव २०१९ में प्रचंड बहुमत मिला है। मोदी ने जीत के बाद दिए अपने भाषण में कहा की कोई गलती हो सकती है लेकिन वे बदनीयत से कोई कार्य नहीं करेंगे। देशवाशियों को उन्होंने कहा की उनके द्वारा किये गए कार्यों को वे परखें और उसके परिणामों की समीक्षा करें। विपक्ष न क्या कहा इस पर उनका ध्यान नहीं है बल्कि वे तो चुनाव के नतीजों के रोज भी कार्य कर रहे थे। उन्होंने जनता का धन्यवाद देते हुए कहा की जनता ने उनकी झोली भर दी है। 

आशा है की नरेंद्र मोदी आगामी ५ वर्षों में समस्त अधूरे कार्यों को पूर्ण करेंगे और इसी तरह देश को वैश्विक पटल पर गौरान्वित करते रहेंगे।



प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी जी के राडार पर बयान के बाद राडार की कार्यप्रणाली खंगालने की आवश्यकता
Next Post Previous Post