लक्ष्मी का वास हो जिस घर में उस घर में रोज दिवाली है
(मुखड़ा) लक्ष्मी का वास हो जिस घर में, उस घर में रोज़ दिवाली है।। (अंतरा 1) तुमसे ही इज़्ज़त, मान मिले, हर आशाओं का फूल खिले। झोली फैलाए जग सारा, माता के सभी सवाली हैं।
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में, उस घर में रोज़ दिवाली है।। (अंतरा 2)
खुशियाँ तुझसे, तुम बिन ग़म है, कृपा बिन ये आँखें नम हैं। है चाँद-सा मुखड़ा, माँ, तेरा, जिसपे सूरज की लाली है।
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में, उस घर में रोज़ दिवाली है।। (अंतरा 3)
तेरे चरण जहाँ जाते, माता, खुशियों से दामन भर जाता। जिस जगह पे वास ना तेरा हो, सब लगता खाली-खाली है।
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में, उस घर में रोज़ दिवाली है।। (अंतरा 4)
महिमा तेरी, माँ, न्यारी है, 'शिवपुरी' चरणों का पुजारी है। जाते हैं दिन सँवर उनके, जिनपे नज़रें माँ डाली हैं।
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में, उस घर में रोज़ दिवाली है।। (अंतरा 5)
विष्णु जी हैं जग के पालक, मैया, तू है धन संचालक। निर्धन को तू धनवान करे, हर बात तेरी, माँ, निराली है।
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में, उस घर में रोज़ दिवाली है।। (अंतिम पुनरावृत्ति)
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में, उस घर में रोज़ दिवाली है।।
लक्ष्मी का वास Lakshmi Ka Vaas Ho Jis Ghar Mein I DEEPAWALI SPECIAL, ANJALI JAIN,Kabhi Lakshmi Banke
Devi Bhajan: Lakshmi Ka Vaas Ho Jis Ghar Mein Singer: Anjali Jain Music Director: Dhananjay Mishra Lyricist: Ashok Sheopuri