तेरी कटि जाए बाधा जीवन की
तेरी कटि जाए बाधा जीवन की
तेरी कटि जाए बाधा जीवन की
करि परिकम्मा गोवर्धन की
तेरी कटि जाए बाधा जीवन की
करि परिकम्मा गोवर्धन की
परिकम्मा गोवर्धन की
तेरी कटि जाए बाधा जीवन की
करि परिकम्मा गोवर्धन की
श्री गिरिराज की शरण जो आवै
चौरासी के बंद छुडावै
मिट जाए तृष्णा भटकन की
बांके गिरधर की बांकी झांकी
अनुपम अद्भुत छठा यहाँ की
जय बोलो राधा मोहन की
जतीपुरा में जब आवैगौ
दूध जलेबी वहाँ पावैगौ
चढ़ जाए मस्ती कीर्तन की
भक्तों का ये मान ले कहना
धाम गोवर्धन आते रहना
कृपा होए सब संतन की
करि परिकम्मा गोवर्धन की
तेरी कटि जाए बाधा जीवन की
करि परिकम्मा गोवर्धन की
परिकम्मा गोवर्धन की
तेरी कटि जाए बाधा जीवन की
करि परिकम्मा गोवर्धन की
श्री गिरिराज की शरण जो आवै
चौरासी के बंद छुडावै
मिट जाए तृष्णा भटकन की
बांके गिरधर की बांकी झांकी
अनुपम अद्भुत छठा यहाँ की
जय बोलो राधा मोहन की
जतीपुरा में जब आवैगौ
दूध जलेबी वहाँ पावैगौ
चढ़ जाए मस्ती कीर्तन की
भक्तों का ये मान ले कहना
धाम गोवर्धन आते रहना
कृपा होए सब संतन की
तेरी कटि जाए बाधा जीवन की
Teree Kati Jae Baadha Jeevan Kee
Kari Parikamma Govardhan Kee
Teree Kati Jae Baadha Jeevan Kee
Kari Parikamma Govardhan Kee
Parikamma Govardhan Kee
Teree Kati Jae Baadha Jeevan Kee
Kari Parikamma Govardhan Kee
Shree Giriraaj Kee Sharan Jo Aavai
Chauraasee Ke Band Chhudaavai
Mit Jae Trshna Bhatakan Kee
Baanke Giradhar Kee Baankee Jhaankee
Anupam Adbhut Chhatha Yahaan Kee
Jay Bolo Raadha Mohan Kee
Jateepura Mein Jab Aavaigau
Doodh Jalebee Vahaan Paavaigau
Chadh Jae Mastee Keertan Kee
Bhakton Ka Ye Maan Le Kahana
Dhaam Govardhan Aate Rahana
Krpa Hoe Sab Santan Kee
Kari Parikamma Govardhan Kee
Teree Kati Jae Baadha Jeevan Kee
Kari Parikamma Govardhan Kee
Parikamma Govardhan Kee
Teree Kati Jae Baadha Jeevan Kee
Kari Parikamma Govardhan Kee
Shree Giriraaj Kee Sharan Jo Aavai
Chauraasee Ke Band Chhudaavai
Mit Jae Trshna Bhatakan Kee
Baanke Giradhar Kee Baankee Jhaankee
Anupam Adbhut Chhatha Yahaan Kee
Jay Bolo Raadha Mohan Kee
Jateepura Mein Jab Aavaigau
Doodh Jalebee Vahaan Paavaigau
Chadh Jae Mastee Keertan Kee
Bhakton Ka Ye Maan Le Kahana
Dhaam Govardhan Aate Rahana
Krpa Hoe Sab Santan Kee
तेरी कट जाए बाधा जीवन की तू कर परिकर्मा गोवर्धन की-बृज भाव : गोवर्धन एक पर्वत है जो भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले में स्थित है। यह ब्रजभूमि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो भगवान कृष्ण की लीलाओं का स्थल है। गोवर्धन पर्वत की ऊंचाई 762 मीटर (2,500 फीट) है। यह एक पवित्र स्थान है, और इसे गोवर्धन गिरि या गिरिराज के नाम से भी जाना जाता है। गोवर्धन पर्वत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक प्रसिद्ध हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान कृष्ण ने इंद्र देव के प्रकोप से ब्रजवासियों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी एक उंगली पर उठा लिया था। इस घटना को गोवर्धन पूजा के रूप में मनाया जाता है, जो दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
विनम्र निवेदन: वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें। यदि कोई त्रुटि / सुधार हो तो आप मुझे यहाँ क्लिक करके ई मेल के माध्यम से भी सम्पर्क कर सकते हैं। धन्यवाद।
