अनिकेत नाम का मतलब, अर्थ, राशि Aniket Meaning Hindi
अनिकेत एक संस्कृत भाषा का शब्द है. अनिकेत का हिंदी अर्थ सन्यासी, किसी एक स्थान पर स्थाई रूप से नहीं रहने वाला, साधू, घुमंतू, यायावरी प्रवृति का व्यक्ति आदि होता है। भगवान शिव का एक नाम अनिकेत भी है। अनिकेत शब्द के पर्यायवाची शब्द होते हैं अस्थिर; ख़ानाबदोश; खाना बदोश घुमंतू, इत्यादि।
किसी व्यक्ति के नाम के अर्थ के रूप में अनिकेत का अर्थ सर्वयापी, शक्ति सम्पन्न होता है।
जैसे की भगवत गीता में अनिकेत शब्द का उल्लेख मिलता है.
तुल्यनिन्दास्तुतिर्मौनी सन्तुष्टो येनकेनचित्।
अनिकेतः स्थिरमतिर्भक्तमान्मे प्रियो नरः।।
तुल्यनिन्दास्तुतिर्मौनी सन्तुष्टो येनकेनचित्।
अनिकेतः स्थिरमतिर्भक्तमान्मे प्रियो नरः।।
"अनिकेत" संस्कृत शब्द है जिसका हिंदी अर्थ "सन्यासी, किसी एक स्थान पर स्थाई रूप से नहीं रहने वाला, साधू, घुमंतू, यायावरी प्रवृत्ति का व्यक्ति आदि होता है।" हाँ, यह भगवान शिव का एक अन्य नाम भी है।
"अनिकेत" के पर्यायवाची शब्द जैसे "अस्थिर", "ख़ानाबदोश", "खाना बदोश", "घुमंतू" आदि भी सही हैं, जो इसके अर्थ के समान विशेषता रखते हैं। ये सभी शब्द उस व्यक्ति या वस्तु का वर्णन करते हैं जो स्थानिक अवस्थाओं से नहीं बँधा हुआ होता है और घूमता फिरता होता है।
संस्कृत में एक ही शब्द के विभिन्न पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग किया जाता है जो उस शब्द के विभिन्न अर्थों को व्यक्त करते हैं। "अनिकेत" भी ऐसा ही एक शब्द है जिसके कई अर्थ हो सकते हैं। संस्कृत भाषा में यह एक सामान्य प्रक्रिया है।
"अनिकेत" के पर्यायवाची शब्द जैसे "अस्थिर", "ख़ानाबदोश", "खाना बदोश", "घुमंतू" आदि भी सही हैं, जो इसके अर्थ के समान विशेषता रखते हैं। ये सभी शब्द उस व्यक्ति या वस्तु का वर्णन करते हैं जो स्थानिक अवस्थाओं से नहीं बँधा हुआ होता है और घूमता फिरता होता है।
संस्कृत में एक ही शब्द के विभिन्न पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग किया जाता है जो उस शब्द के विभिन्न अर्थों को व्यक्त करते हैं। "अनिकेत" भी ऐसा ही एक शब्द है जिसके कई अर्थ हो सकते हैं। संस्कृत भाषा में यह एक सामान्य प्रक्रिया है।
जिसके पास घर न हो ' को ' अनिकेत ' कहा जाता है ।
अनिकेत का एक अर्थ ख़ाना-बदोश भी होता है जिससे भाव है की ऐसा व्यक्ति जो अपने खाने पीने, घरेलु सामान को अपने साथ में रखता है और स्थान स्थान पर विचरण करता है। उसका कोई एक स्थाई मकाम नहीं होता है।
अनिकेत नाम लड़कों (पु) का होता है, मतलब की यह नाम लड़कों का रखा जाता है। यद्यपि लड़कों का यह नाम कॉमन नहीं है, फिर भी कुछ लोगों के द्वारा अनिकेत नाम को रखा जाता है।
अनिकेत के नाम की राशि Mesh/मेष Aries (zodiac sign ) होती है। राशि चक्र में मेष
राशि प्रथम राशि होती है। मेष राशि का चिन्ह मेंढा/ पुरुष भेड़ होता है।
मेष राशि का सम्बद्ध पूर्व दिशा से होता है और मेष राशि का स्वामी गृह
'मंगल' होता है। मेष राशि का तत्व 'अग्नि' होता है।
मेष जातकों का शुभ अंक : 9
मेष जातकों का शुभ रंग : सफ़ेद
मेष जातकों का शुभ दिन : मंगलवार
मेष जातकों का शुभ रत्न : मूँगा
मेष जातकों का शुभ रंग : सफ़ेद
मेष जातकों का शुभ दिन : मंगलवार
मेष जातकों का शुभ रत्न : मूँगा
अनिकेत नाम की मित्र राशि मिथुन और सिंह होती है।
अनिकेत मेष राशि से सबंधित नाम है। मेष राशि के लोग कार्य को फुर्ती/तेजी से करते
हैं। मेष राशि से सबंध रखने के कारण अनिकेत नाम के व्यक्ति आशावादी और
आत्मकेंद्रित होते हैं। अनिकेत के नाम के व्यक्ति निडर और झुझारू स्वभाव के
होते हैं और शीघ्र हार नहीं मानते हैं। अनिकेत नाम के व्यक्ति चूँकि मेष राशि
से सबंधित होते हैं इसलिए ये बहुमुखी प्रतिभा के धनी, जिंदादिल होते हैं।
मेष
राशि के लोग जहाँ उपरोक्त गुणों को धारण करते हैं वहीँ पर अनिकेत नाम के
व्यक्ति मेष राशि के प्रभाव के कारण ज़िद्दी, अनुशासन को कम मानने वाले और
दूसरों से अधिक अपेक्षा रखने वाले होते हैं।
अनिकेत नाम के व्यक्ति गुसैल और कुछ चिड़चिड़े होते हैं। अनिकेत नाम के व्यक्ति की राशि मेष होने के कारण इनको मंगल इनके स्वामी होते हैं इसलिए (जिनका जन्म 30 मार्च से 8 अप्रैल के मध्य हो ) भगवान शिव की पूजा आराधना सर्वोत्तम मानी जाती हैं।
अनिकेत नाम के व्यक्ति गुसैल और कुछ चिड़चिड़े होते हैं। अनिकेत नाम के व्यक्ति की राशि मेष होने के कारण इनको मंगल इनके स्वामी होते हैं इसलिए (जिनका जन्म 30 मार्च से 8 अप्रैल के मध्य हो ) भगवान शिव की पूजा आराधना सर्वोत्तम मानी जाती हैं।
भगवान
शिव आसानी से अपने भक्तों पर दया करते हैं, और इनकी पूजा अर्चना भी
क्लिष्ट नहीं होती है। वैसे जन्म के लग्न के मुताबिक़ यह तय होता है की आपको
किस देव की पूजा करनी चाहिए। लेकिन वृहद स्तर पर ॐ नम: शिवाय’ मन्त्र मेष
राशि के व्यक्तियों के लिए कल्याणकारी होता है। 20 मार्च से 18 अप्रैल के
मध्य जन्म लेने वाले मेष राशि से सबंधित व्यक्तियों के लिए ॐ गं गणाधिपतये
नत:’ मन्त्र शुभ रहता है। इस प्रकार मेष राशि के व्यक्तियों को अपने
मूलाक्षर, जन्मतिथि के अनुसार श्री गणेश, श्री शिव एवं श्री विष्णु जी की
पूजा करके अभीष्ट को प्राप्त करना हितकर होता है।