अंकधारी हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब Ankdhaari Hindi Meaning Rajasthani Dictionary
पशुओं की पहचान के लिए उनके पुट्ठों पर गर्म (तप्त) धातु से कोई निशान या आकृति को दाग कर बना दिया जाता है। ऐसे निशान वाले पशु अंकधारी कहलाते
हैं। इस हेतु पहले लोहे की धातु पर कोई संख्या, निशान, आकृति को बनाया
जाता है। अब इस धातु की आकृति या निशान को गर्म करके लाल कर लिया जाता है।
इसे बैल, ऊंट , सांड, घौड़ा आदि जानवरों के पुट्ठों पर लगाया जाता है जिससे
उस विशेष स्थान की आकृति जल कर एक आकार ले लेती है।
इसके अतरिक्त भगवान विष्णु के एक विशेष प्रकार के उपासक साधक भी अपने शरीर पर तप्त धातु से शंक की आकृति, त्रिशूल की आकृति या फिर चक्र की आकृति को अपने शरीर पर बनवाते हैं। ऐसे साधक रामानुज सम्प्रदाय में अधिकता से होते हैं जिनका केंद्र द्वारका होता है। दक्षिण भारत में शिव के उपासक अपने शरीर में शिव जी का त्रिशूल और शिवलिंग को अपने शरीर पर तप्त धातु से बनवाते हैं।
अतः स्पष्ट है की किसी जानवर या साधक जिसकी त्वचा पर / शरीर पर तप्त धातु के माध्यम से किसी आकृति को दाग़ कर बनाया जाता है, अंकधारी कहलाते हैं। यह निशान धार्मिक हो सकता है, कोई अंक हो सकता है या फिर कोई आकृति भी हो सकती है।
इसके अतरिक्त भगवान विष्णु के एक विशेष प्रकार के उपासक साधक भी अपने शरीर पर तप्त धातु से शंक की आकृति, त्रिशूल की आकृति या फिर चक्र की आकृति को अपने शरीर पर बनवाते हैं। ऐसे साधक रामानुज सम्प्रदाय में अधिकता से होते हैं जिनका केंद्र द्वारका होता है। दक्षिण भारत में शिव के उपासक अपने शरीर में शिव जी का त्रिशूल और शिवलिंग को अपने शरीर पर तप्त धातु से बनवाते हैं।
अतः स्पष्ट है की किसी जानवर या साधक जिसकी त्वचा पर / शरीर पर तप्त धातु के माध्यम से किसी आकृति को दाग़ कर बनाया जाता है, अंकधारी कहलाते हैं। यह निशान धार्मिक हो सकता है, कोई अंक हो सकता है या फिर कोई आकृति भी हो सकती है।
Read More : राजस्थानी भाषा के शब्द की ऑनलाइन डिक्शनरी देखें
अंकधारी
का अर्थ हिंदी में जिसके शरीर पर कोई धार्मिक चिन्ह, अंक या आकृति दाग़
(तप्त धातु को त्वचा पर लगाकर जिससे संपर्क में आई त्वचा जल जाती है होता
है जिसके हिंदी में पर्यायवाची (अंग्रेज़ी Synonyms) निम्न होते हैं -
Ankdhari/Ankdhari अङ्कधारी, अंकधारी
अंकधारी शब्द राजस्थानी भाषा से सबंधित शब्द है। आंचलिक स्तर पर इसे कई मिलते जुलते शब्दों से जाना जाता है।
जिसके
शरीर पर कोई धार्मिक चिन्ह, अंक या आकृति दाग़ (तप्त धातु को त्वचा पर
लगाकर जिससे संपर्क में आई त्वचा जल जाती है को राजस्थानी भाषा में अंकधारी
कहते हैं।
जिसके
शरीर पर कोई धार्मिक चिन्ह, अंक या आकृति दाग़ (तप्त धातु को त्वचा पर
लगाकर जिससे संपर्क में आई त्वचा जल जाती है को राजस्थानी भाषा में अंकधारी
कहते हैं।