अनमाँगा तो अति भला माँगि लिया नहीं दोष मीनिंग
अनमाँगा तो अति भला, माँगि लिया नहीं दोष |
उदर समाता माँगि ले, निश्चै पावै मोष ||
Anmanga To Ati Bhala, Mangi Liya Nahi Dosh,
Udar Samata Mangi Le, Nische Pave Moksh.
कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi
जीवन यापन के लिए यदि किसी से कुछ माँगना पड़े तो इसमें कोई बड़ा दोष नहीं है। यदि बिना मांगे ही कुछ मिल जाए तो अवश्य ही यह सबसे उत्तम होता है। पेट भरने के लिए यदि कुछ मिल जाए तो ऐसे व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। आशय है की आवश्यकता से अधिक, संग्रहण करने के लिए यदि कोई अधिक नहीं माँगता है तो अवश्य ही उसे कोई दोष नहीं लगता है। कबीरदास जी यहाँ हमें बता रहे हैं कि बिना माँगे मिला हुआ सबसे अच्छा है, लेकिन पेट के लिए माँगना भी कोई पाप नहीं है। बिना माँगे मिला हुआ भला इसलिए है क्योंकि यह किसी के अनादर या अपमान के बिना प्राप्त होता है। लेकिन पेट के लिए माँगना भी कोई पाप नहीं है, क्योंकि यह हमारे जीवित रहने के लिए आवश्यक है।
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें।
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