भारतीय और फ्रांसीसी नौसेनाओं का संयुक्त सैन्य अभ्यास

भारतीय और फ्रांसीसी नौसेनाओं का संयुक्त सैन्य अभ्यास वरुण 2025 सामान्य ज्ञान प्रश्न (GK Quiz)

प्रश्न 1: वरुण 2025 अभ्यास का आयोजन किन दो देशों की नौसेनाओं द्वारा किया जा रहा है?
A) भारत और अमेरिका
B) भारत और फ्रांस ✅
C) भारत और रूस
D) भारत और ऑस्ट्रेलिया

प्रश्न 2: वरुण 2025 अभ्यास कब आयोजित किया जाएगा?
A) 10 से 14 मार्च 2025
B) 15 से 18 मार्च 2025
C) 19 से 22 मार्च 2025 ✅
D) 25 से 28 मार्च 2025

प्रश्न 3: वरुण 2025 अभ्यास कहां आयोजित किया जाएगा?
A) प्रशांत महासागर
B) भारतीय महासागर ✅
C) अटलांटिक महासागर
D) दक्षिण चीन सागर

प्रश्न 4: वरुण 2025 में भारत का कौन सा विमानवाहक पोत शामिल होगा?
A) INS विक्रमादित्य
B) INS विराट
C) INS विक्रांत ✅
D) INS अरिहंत

प्रश्न 5: फ्रांस का कौन सा विमानवाहक पोत वरुण 2025 में भाग लेगा?
A) FS क्लेमेंसो
B) FS चार्ल्स डे गॉल ✅
C) FS जीन बार्ट
D) FS रिचल्यू

प्रश्न 6: वरुण 2025 के तहत कौन-कौन से प्रमुख सैन्य अभ्यास होंगे?
A) पर्वतीय युद्धाभ्यास
B) साइबर सुरक्षा ऑपरेशन
C) उन्नत वायु रक्षा ड्रिल्स ✅
D) अंतरिक्ष मिशन परीक्षण

प्रश्न 7: वरुण 2025 में भारतीय वायुसेना का कौन सा लड़ाकू विमान शामिल होगा?
A) तेजस
B) MiG-29K ✅
C) सुखोई-30MKI
D) मिराज 2000

प्रश्न 8: वरुण 2025 में फ्रांस का कौन सा लड़ाकू विमान शामिल होगा?
A) F-16
B) राफेल-M ✅
C) Eurofighter Typhoon
D) Mirage F1

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प्रश्न 9: वरुण 2025 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A) भारत-फ्रांस व्यापार समझौता करना
B) नौसेनाओं के बीच समन्वय और सहयोग बढ़ाना ✅
C) समुद्र में नई नौसैनिक तकनीक की बिक्री करना
D) केवल फ्रांस की नौसेना को प्रशिक्षित करना

प्रश्न 10: वरुण 2025 में भारत की किस प्रकार की पनडुब्बी शामिल होगी?
A) परमाणु पनडुब्बी
B) स्कॉर्पीन-क्लास पनडुब्बी ✅
C) बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी
D) पारंपरिक पनडुब्बी

प्रश्न 11: वरुण 2025 का सामरिक महत्व क्या है?
A) भारत और फ्रांस की नौसेनाओं के बीच समन्वय मजबूत करना ✅
B) भारत और फ्रांस के बीच व्यापार को बढ़ावा देना
C) भारतीय नौसेना के नए जहाजों का प्रदर्शन करना
D) केवल फ्रांस की नौसेना को समुद्री प्रशिक्षण देना

18 मार्च 2025 को भारत और फ्रांस की नौसेनाओं ने अपने द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास "वरुण 2025" के 23वें संस्करण की घोषणा की। यह अभ्यास 19 से 22 मार्च 2025 तक भारतीय महासागर में होगा।

अवधि:
वरुण 2025 का आयोजन चार दिन (19-22 मार्च) के लिए होगा।
शामिल युद्धपोत और विमान: इसमें भारत का INS विक्रांत और फ्रांस का FS चार्ल्स डे गॉल विमानवाहक पोत भाग लेंगे। इसके अलावा, लड़ाकू विमान, विध्वंसक, फ्रिगेट और भारतीय स्कॉर्पीन-क्लास पनडुब्बी भी शामिल होंगी।

उद्देश्य:
भारत और फ्रांस की नौसेनाओं के बीच तालमेल और सहयोग बढ़ाना।

प्रमुख गतिविधियाँ:
उन्नत वायु रक्षा अभ्यास
मॉक एयर कॉम्बेट (जहां भारतीय MiG-29K और फ्रांसीसी राफेल-M एक-दूसरे से मुकाबला करेंगे)
पनडुब्बी रोधी युद्धाभ्यास।

महत्व:
इससे भारत और फ्रांस के समुद्री सहयोग को मजबूत करेगा और उनकी नौसेनाओं को कठिन समुद्री परिस्थितियों में मिलकर काम करने के लिए तैयार करेगा।
 

भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय नौसैन्य अभ्यास "वरुण 2025" का आयोजन 19 से 22 मार्च 2025 तक हुआ, जिसका समापन 24 मार्च 2025 को हो गया। इस अभ्यास ने दोनों देशों की नौसेनाओं को एकजुट कर उनकी स्थायी साझेदारी को प्रदर्शित किया। इसमें उन्नत वायु रक्षा, पनडुब्बी रोधी युद्ध, समुद्र में पुनःपूर्ति और जटिल युद्धाभ्यास जैसे बहु-आयामी कार्यक्रम शामिल थे। फ्रांसीसी नौसेना के राफेल-एम और भारतीय नौसेना के मिग-29के ने हवाई खतरों का मुकाबला करने की क्षमता दिखाई, जबकि पनडुब्बी रोधी अभ्यास ने पानी के नीचे की रणनीति को मजबूत किया। दोनों बेड़ों ने संयुक्त युद्ध शक्ति और समन्वय का प्रदर्शन किया, जिससे परिचालन दक्षता में सुधार हुआ। यह अभ्यास हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था और स्थिरता को बढ़ावा देने की साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक बना।

"वरुण 2025" ने भारत और फ्रांस के बीच रक्षा सहयोग को नई ऊंचाई दी। इस अभ्यास से दोनों नौसेनाओं ने सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों का आदान-प्रदान किया और एक-दूसरे के परिचालन सिद्धांतों को बेहतर ढंग से समझा, जिससे जटिल समुद्री चुनौतियों से निपटने की उनकी संयुक्त क्षमता बढ़ी। समुद्र में पुनःपूर्ति जैसे अभ्यासों ने सैन्य अंतर-संचालन और सहनशीलता को सिद्ध किया। यह संस्करण पिछले अभ्यासों की तुलना में उच्च समन्वय स्तर को दर्शाता है। अपनी शुरुआत से ही वरुण अभ्यास दोनों देशों के रक्षा संबंधों की नींव रहा है, जो वैश्विक समुद्री मार्गों की सुरक्षा और सहयोगात्मक प्रयासों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। इसने समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने में दोनों देशों के दृढ़ संकल्प को और पक्का किया।

"वरुण 2025" अभ्यास के आधार पर सामान्य ज्ञान (GK) के लिए 10 महत्वपूर्ण बिंदु-

अभ्यास का नाम और संस्करण: भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास "वरुण" का 23वां संस्करण 19 से 22 मार्च 2025 तक आयोजित होगा।
शुरुआत: वरुण अभ्यास की शुरुआत साल 2001 में हुई थी और यह दोनों देशों के बीच सहयोग की आधारशिला है।
उद्देश्य: यह अभ्यास दोनों नौसेनाओं के बीच परिचालन तालमेल और समुद्री सहभागिता को बढ़ाने के लिए आयोजित किया जाता है।
प्रमुख जहाज: इसमें भारत का विमानवाहक पोत "विक्रांत" और फ्रांस का "चार्ल्स डी गॉल" शामिल होंगे।
लड़ाकू विमान: फ्रांसीसी "राफेल-एम" और भारतीय "मिग-29के" हवा से हवा में युद्ध अभ्यास करेंगे।
अभ्यास के क्षेत्र: इसमें वायु रक्षा, पनडुब्बी रोधी युद्ध, सतह पर युद्ध संचालन और समुद्र में पुनःपूर्ति अभ्यास शामिल होंगे।
पनडुब्बी: भारत की "स्कॉर्पीन" श्रेणी की पनडुब्बी इस अभ्यास का हिस्सा होगी।
साझा दृष्टिकोण: यह अभ्यास स्वतंत्र, खुला और सुरक्षित समुद्री पर्यावरण सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
लाभ: सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों का आदान-प्रदान और जटिल समुद्री परिदृश्यों में संयुक्त कार्रवाई की क्षमता को बढ़ाता है।
महत्व: वरुण 2025 भारत और फ्रांस के बीच समुद्री शांति व सुरक्षा के लिए गहरे रक्षा संबंधों की पुष्टि करता है।
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