ॐ नमः शिवाय हरी ॐ नमः शिवाय भजन लिरिक्स
ॐ नमः शिवाय हरी ॐ नमः शिवाय
शिव संभु का महामंत्र है मुक्ति का उपाय
जब जब डोले जीवन नैया, शिव की महिमा गावो
सारे जग के वो है खिवैया, शिव की शरण में आवो
संकट छाये कष्ट रुलाये जब जब जी घबराये,
कहो ॐ नमः शिवाये …
सबसे प्यारे सबसे न्यारे बाबा भोले भाले है
भांग धतूरे की मस्ती में रहते मस्त निराले हैं
बम बम भोले कहते जावो जी दम आये जाये,
हरी ॐ नमः शिवाय…
आधा चंद माथे सोहे गाल सर्पो की माला है
तेज धारी के तेज़ से पाए सूरज चाँद उजाला
डम डम बोले शिव का डमरू सातो स्वर दोहराये,
हरी ॐ नमः शिवाय…
विपता आई राम पे भारी शिव शंकर का जाप किया
बजरंगी की शक्ति बनकर राम का शिव ने साथ दिया
रामेश्वर की पूजा करके राम यही फरमाये
हरी ॐ नमः शिवाय…
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बीज मंत्र क्या होता है : देवी
देवताओं के मूल मंत्र को बीज मन्त्र कहते हैं। सभी देवी देवताओं के बीज
मन्त्र हैं। समस्त वैदिक मन्त्रों का सार बीज मन्त्रों को माना गया है।
हिन्दू धर्म के अनुसार सबसे प्रधान बीज मन्त्र ॐ को माना गया है। ॐ को अन्य
मन्त्रों के साथ प्रयोग किया जाता है क्यों की यह अन्य मन्त्रों को
उत्प्रेरित कर देता है। बीज मंत्रो से देव जल्दी प्रशन्न होते हैं और अपने
भक्तों पर शीघ्र दया करते हैं। जीवन में कैसी भी परेशानी हो यथा आर्थिक,
सामजिक या सेहत से जुडी हुयी कोई समस्या ही क्यों ना हो बीज मन्त्रों के
जाप से सभी संकट दूर होते हैं।
स्त्रोत और मंत्र जाप के लाभ : चाहे
मन्त्र हो या फिर स्त्रोत इनके जाप से देवताओं की विशेष कृपा प्राप्त होती
है। शास्त्रों में मन्त्रों की महिमा का विस्तार से वर्णन है। श्रष्टि में
ऐसा कुछ भी नहीं है जो मन्त्रों से प्राप्त ना किया जा सके, आवश्यक है
साधक के द्वारा सही जाप विधि और कल्याण की भावना। बीज मंत्रों के जाप से
विशेष फायदे होते हैं। यदि किसी मंत्र के बीज मंत्र का जाप किया जाय तो
इसका प्रभाव और अत्यधिक बढ़ जाता है। वैज्ञानिक स्तर पर भी इसे परखा गया है।
मंत्र जाप से छुपी हुयी शक्तियों का संचार होता है। मस्तिष्क के विशेष भाग
सक्रीय होते है। मन्त्र जाप इतना प्रभावशाली है कि इससे भाग्य की रेखाओं
को भी बदला जा सकता है। यदि बीज मन्त्रों को समझ कर इनका जाप निष्ठां से
किया जाय तो असाध्य रोगो से छुटकारा मिलता है। मन्त्रों के सम्बन्ध में
ज्ञानी लोगों की मान्यता है की यदि सही विधि से इनका जाप किया जाय तो बिना
किसी औषधि की असाध्य रोग भी दूर हो सकते हैं। विशेषज्ञ और गुरु की राय से
राशि के अनुसार मन्त्रों के जाप का लाभ और अधिक बढ़ जाता है।