मेरी खुशियों का नही है ठिकाना लिरिक्स Meri Khushiyo Ka Nahi Hai Thikana Lyrics

मेरी खुशियों का नही है ठिकाना लिरिक्स Meri Khushiyo Ka Nahi Hai Thikana Lyrics, Hanuman Bhajan

मेरी खुशियों का नहीं है ठिकाना,
के मेरे हनुमान आये हैं,
मुझे खुशियों का देने नजराना,
के मेरे हनुमान आये है,
लेके सिया राम आये हैं।

चन्दन की चोकी मैं सजाऊ
तेल सिन्दूर का चोला चढ़ाऊँ,
फूलो की माला पहनाकर
लड्डू चूरमा भोग लगाऊ,
ज़रा पूजा की थाली सजाना
के मेरे हनुमान आये है,
मेरी खुशियों का नहीं है ठिकाना,
के मेरे हनुमान आये हैं,
मुझे खुशियों का देने नजराना,
के मेरे हनुमान आये है,
लेके सिया राम आये हैं।

नाँचे मन हो कर मतवाला,
मुझसा ना कोई किस्मत वाला,
मेरे घर आयाहैं देखो,
बाबा मेरा बजरंग बाला,
मन झूम के गाये तराना,
के मेरे हनुमान आये है,
मेरी खुशियों का नहीं है ठिकाना,
के मेरे हनुमान आये हैं,
मुझे खुशियों का देने नजराना,
के मेरे हनुमान आये है,
लेके सिया राम आये हैं।

झोली खुशियों से भर देंगे,
काम सभी पुरे कर देंगे,
कामना दिल में जो है सबके,
आज सभी पूरी कर देंगे,
मैं नाचूंगा बनके दीवाना,
के मेरे हनुमान आये है,
मेरी खुशियों का नहीं है ठिकाना,
के मेरे हनुमान आये हैं,
मुझे खुशियों का देने नजराना,
के मेरे हनुमान आये है,
लेके सिया राम आये हैं।

 
 
मेरी खुशियों का नही है ठिकाना लिरिक्स Meri Khushiyo Ka Nahi Hai Thikana Lyrics
 

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इस भजन में एक भक्त की हनुमान जी के आगमन की खुशी का वर्णन किया गया है। भक्त कहता है कि उसके हनुमान जी आ गए हैं, और वह बहुत खुश है। वह हनुमान जी की पूजा करने के लिए तैयार हो जाता है। वह चन्दन की चोकी सजाता है, तेल और सिंदूर का चोला चढ़ाता है, फूलों की माला पहनाता है, और लड्डू-चूरमा का भोग लगाता है। वह हनुमान जी के आने से इतना खुश है कि वह नाचने लगता है।

भजन के अंत में भक्त कहता है कि हनुमान जी उसके सभी दुखों को दूर करेंगे और उसके सभी कामों को पूरा करेंगे। वह हनुमान जी के आशीर्वाद से बहुत खुश है। यह भजन हनुमान जी की भक्ति की महिमा का वर्णन करता है। भजन में कहा गया है कि हनुमान जी अपने भक्तों के लिए हमेशा मौजूद रहते हैं। वे अपने भक्तों के दुखों को दूर करते हैं और उनके सभी कामों को पूरा करते हैं।

भजन का यह भाव हमें प्रेरित करता है कि हमें भी हनुमान जी की भक्ति करनी चाहिए। हमें हनुमान जी के आशीर्वाद से अपने जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त करनी चाहिए।

भजन की कुछ महत्वपूर्ण पंक्तियाँ
"मेरी खुशियों का नहीं है ठिकाना, के मेरे हनुमान आये हैं,"
"चन्दन की चोकी मैं सजाऊ, तेल सिन्दूर का चोला चढ़ाऊँ,"
"नाँचे मन हो कर मतवाला, मुझसा ना कोई किस्मत वाला,"
"झोली खुशियों से भर देंगे, काम सभी पुरे कर देंगे,"

भजन की कुछ विशेषताएँ
इस भजन में हनुमान जी की भक्ति का भाव बहुत ही सरल और सहज तरीके से व्यक्त किया गया है।
भजन की भाषा बहुत ही आम बोलचाल की भाषा है, जिससे यह सभी के लिए समझने में आसान हो जाता है।
भजन की धुन बहुत ही सुखद है, जो भक्तों को हनुमान जी की भक्ति में डूबने में मदद करती है।

हनुमान जी हिंदू धर्म में भगवान राम के सबसे वफादार भक्तों में से एक हैं। वे एक शक्तिशाली वानर हैं जो भगवान शिव से अपने शक्तिशाली रूप और बुद्धिमत्ता प्राप्त करते हैं। हनुमान जी को भगवान राम के दूत के रूप में भी जाना जाता है, और उन्होंने अपने जीवन में कई साहसिक कार्य किए हैं।

हनुमान जी की महिमा निम्नलिखित हैं:- भक्ति: हनुमान जी भगवान राम के सबसे वफादार भक्त हैं। वे भगवान राम के प्रति अपनी भक्ति के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भगवान राम के लिए कई कठिन कार्य किए हैं, और उन्होंने कभी भी उनका साथ नहीं छोड़ा। शक्ति: हनुमान जी एक शक्तिशाली वानर हैं। वे अपने शक्तिशाली रूप और बुद्धिमत्ता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भगवान राम की मदद से रावण की लंका को जला दिया। उन्होंने लंका की कैद से सीता को बचाया। उन्होंने भगवान राम के लिए कई अन्य कार्य भी किए।
साहस: हनुमान जी एक साहसी और निडर व्यक्ति हैं। वे अपने साहस के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भगवान राम के लिए कई कठिन कार्य किए हैं, और उन्होंने कभी भी डर नहीं दिखाया।
बुद्धिमानी: हनुमान जी एक बुद्धिमान व्यक्ति हैं। वे अपने ज्ञान और समझ के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भगवान राम को कई महत्वपूर्ण सलाह दी है।
सहिष्णुता: हनुमान जी एक सहिष्णु व्यक्ति हैं। वे सभी के साथ समान व्यवहार करते हैं। वे अपने शत्रुओं के प्रति भी दयालु हैं।
हनुमान जी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं। उन्हें भक्ति, शक्ति, साहस, बुद्धिमत्ता और सहिष्णुता का प्रतीक माना जाता है।

हनुमान जी की महिमा का वर्णन कई हिंदू ग्रंथों में किया गया है। रामचरितमानस में, हनुमान जी को एक शक्तिशाली और साहसी योद्धा के रूप में चित्रित किया गया है। उन्होंने भगवान राम की मदद से रावण की लंका को जला दिया और सीता को बचाया।

हनुमान चालीसा में, हनुमान जी की भक्ति और शक्ति की प्रशंसा की गई है। चालीसा में, हनुमान जी को "बजरंगबली" कहा जाता है, जिसका अर्थ है "शक्तिशाली वानर"।
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