चुने से दूर करें शरीर में कैल्शियम की कमी Cure Calcium Deficiency with Chuna (Lime) Hindi
आचार्य वाग्भट जी ने चुने के हर पहलू को उजागर किया है। उन्होंने शरीर में विभिन्न विकारों के लिए चुने को श्रेष्ठ दवा के रूप में बताया है। आज हम आपको बताते हैं की किस प्रकार से चुने के द्वारा आप अपने शरीर में चुने की कमी को दूर कर सकते हैं। इस विषय में आपसे निवेदन है की यहाँ आपको हम घरेलू नुस्खा बता रहे हैं, किसी दवा के बारे में नहीं और इसके परिणाम व्यक्तियों के अनुसार अलग हो सकते हैं।चुना क्या होता है
चुने का वैज्ञानिक नाम कैल्शियम कार्बोनेट (calcium carbonate) CaCO3है और चूना (Lime) कैल्सियमयुक्त एक अकार्बनिक पदार्थ है जिसमें कार्बोनेट, आक्साइड, और हाइड्राक्साइड प्रमुख हैं। चुने में कैलसियम की मात्रा ७१.४३ प्रतिशत ओर ऑक्सिजन २८.५७ प्रतिशत होती है। चुना एक तरह की अवसादी चट्टान होती है और यह हमें प्राकृतिक रूप में प्राप्त होता है। चुने का आमतौर पर प्रयोग हम पान में करते हैं।कैल्शियम की कमी के लक्षण
- शरीर में कैल्शियम का सीधा सबंध दाँतों और हड्डियों की मजबूती से लिया जाता है। लेकिन यदि कैल्शियम की कमी हो तो इसके कई अन्य दुष्परिणाम भी होते हैं। यदि कैल्शियम की कमी हो जाए तो अन्य पोषक तत्व सही से काम नहीं करते हैं और व्यक्ति कमजोरी का शिकार हो जाता है। यदि लम्बे समय तक कैल्शियम की कमी बनी रहे तो तो इसका दांतों और दिमाग पर असर पड़ सकता है, मोतियाबिंद और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है। यह सुनिचित करने के लिए की आपके शरीर में कैल्शियम की कितनी कमी है और इसके उपचार के लिए चिकित्सक से संपर्क करें।
- कैल्शियम की कमी होने पर घुटनों में उठते और बैठते 'कट कट' की आवाज आने लगती हैं जो साफ़ संकेत हैं की शरीर में कैल्सियम की कमी है।
- दांतों का असमय ही कमजोर होकर क्षय होना भी कैल्शियम की कमी के कारण होता है।
- रीढ़ की हड्डी में दर्द होना, स्लिप डिस्क और डिजनरेशन का विकार पैदा होना।
- शरीर के जोड़ों में दर्द का लगातार बने रहना।
- मांसपेशियों में दर्द का रहना और उनमे ऐंठन का होना। छोटे मोटे कामों के बाद शरीर का टूटना, इसके साथ ही चलते फिरते दर्द का होना।
- हाथ पैरों में सूनापन का आना और चींटियां काटने जैसा झनझनाहट का महसूस होना
- ज्यादा काम ना करने के बावजूद भी मानसिक रूप से थकावट का महसूस करना और एकाग्रता की कमी का होना। सर का भारीपन और किसी बात को जल्द ही भूल जाना।
- आलस, सुस्तीपन और शरीर में शक्ति की कमी का एहसास होना।
- किसी कार्य में ध्यान नहीं लगा पाना और ब्रेन फ्रॉग का होना।
- कैल्शियम की कमी से नाखून कमजोर हो जाते हैं और अक्सर स्वतः ही टूटने लग जाते हैं।
- त्वचा का रंग अचानक ही बदलने लग जाता है।
- कैल्शियम की कमी के कारण ऑस्टियोपेनिया और ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है
- हड्डियों का कमजोर होना या टूटना।
- दातों का क्षय होना।
- कैल्शियम की कमी के करण बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं और बालों की दवाइयां कोई काम नहीं कर पाती हैं।
- जिन महिलाओं में कैल्शियम की कमी होती है। उनको मासिक धर्म के दौरन दर्द होता है। इसके साथ ही मासिक धर्म देर से आना, इनरैगुलर होना भी कैल्शियम की कमी का संकेत है।
- कैल्शियम की कमी होने पर हृदय की धड़कन बढ़ जाती है और व्यक्ति अक्सर बैचेनी महसूस करता हैं।
कैल्शियम की कमी को चुने से कैसे दूर करें
कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए एलोपैथी की कई दवाएं बाजार में उपलब्ध हैं। आयुर्वेद में इसके लिए आप वैद्य की सलाह से चुना का सेवन भी कर सकते हैं। चुना में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम होता है परन्तु हम चुना का सीधा सेवन नहीं कर सकते हैं। इसके लिए हमे इसका शोधन करना होता है। बाजार में आपको पान वाले के पास शोधित किया हुआ चुना मिल जायेगा जो वह पान में डालता है। आप चाहे तो चुने को घर पर ही शोधित कर सकते हैं। इसके लिए आप या तो चुने का पान खाएं या फिर चुने को घर ले आएं और बताये गए तरीके से उसका सेवन करे।चुने का सेवन कैसे करे
चुने के सेवन के लिए आप यह विशेष रूप से ध्यान दें की चुने की ज्यादा मात्रा का सेवन नहीं करें। एक छोटी कटोरी दही में गेंहू के दाने के आकार के जितना चुना लें और उसे दही में अच्छे से फेंट लें। अब इस दही में एक चुटकी सेंधा नमक मिलाकर इसका खाली पेट सेवन करें तो शरीर में कैल्शियम की कमी दूर हो जाती है। वैसे तो आप दिन के किसी भी वक़्त चुने का पान या चुना का सेवन कर सकते हैं लेकिन यदि सुबह चुने को दही में मिलाकर लिया जाय तो अधिक लाभ मिलता है। कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए चुने का सेवन आपको चालीस दिनों तक करना है और फिर इसे बंद कर दें। एक दो महीने बंद करने के बाद आप इसे पुनः शुरु कर सकते हैं।
केले और चूने से करें हड्डियां मजबूत
केले और चूने से हड्डियां मजबूत होती हैं। केले में पोटेशियम, विटामिन सी और फाइबर होता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। चूना में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों के लिए एक आवश्यक खनिज है।दही में मिलाकर खाएं चूना
दही और चूना दोनों ही कैल्शियम से भरपूर होते हैं। दही में प्रोटीन, विटामिन और खनिज भी होते हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। चूना में विटामिन सी भी होता है, जो कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है।चुने के सेवन में सावधानी
चुने के सेवन में सबसे पहली सावधानी है की जिन लोगों को किसी भी प्रकार की पथरी की समस्या हो उन्हें चुने का सेवन नहीं करना चाहिए। दूसरी सावधानी है की चुने की ज्यादा मात्रा का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए गेहू के दाने के आकर से ज्यादा मात्रा में चुने का सेवन नहीं करें। नियमित रूप से चुने का सेवन करने से यह अन्य बिमारियों का जनक भी बन सकता है।
गर्म पानी में मिलाएं चूना
चूने का पानी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक पेय है। यह शरीर को भरपूर मात्रा में कैल्शियम प्रदान करता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं। चूने का पानी दिन में किसी भी समय पीया जा सकता है। चूने का पानी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक पेय है जो शरीर को भरपूर मात्रा में कैल्शियम प्रदान करता है। कैल्शियम हड्डियों और दांतों के लिए आवश्यक है। चूने का पानी पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं और दांत मजबूत होते हैं। चूने का पानी कब्ज को दूर करने, एसिडिटी को कम करने और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में भी मदद कर सकता है।
गर्म पानी में मिलाएं चूना
चूने का पानी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक पेय है। यह शरीर को भरपूर मात्रा में कैल्शियम प्रदान करता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं। चूने का पानी दिन में किसी भी समय पीया जा सकता है। चूने का पानी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक पेय है जो शरीर को भरपूर मात्रा में कैल्शियम प्रदान करता है। कैल्शियम हड्डियों और दांतों के लिए आवश्यक है। चूने का पानी पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं और दांत मजबूत होते हैं। चूने का पानी कब्ज को दूर करने, एसिडिटी को कम करने और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में भी मदद कर सकता है।
चूने का पानी बनाने की विधि
सामग्री:
1 गिलास पानी
100 मिली ग्राम चूना
विधि:
एक गिलास पानी को गर्म करें।
गर्म पानी में चूना मिलाएं।
घोल को अच्छी तरह से मिलाएं।
घोल को पी जाएं।
सामग्री:
1 गिलास पानी
100 मिली ग्राम चूना
विधि:
एक गिलास पानी को गर्म करें।
गर्म पानी में चूना मिलाएं।
घोल को अच्छी तरह से मिलाएं।
घोल को पी जाएं।
चुने के सेवन से अन्य शारीरिक विकारों में लाभ
- चुने के सेवन से शरीर में कैल्शियम की कमी तो दूर होती ही है, इसके अतिरिक्त आप चुने के सेवन से कई अन्य लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं। इस सबंध में उल्लेखनीय है की बढ़ती उम्र में हम कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए जो टेबलेट्स लेते हैं वो आसानी से शरीर में घुलती नहीं है लेकिन कैल्शियम तुरंत घुल जाता है और शरीर कोइससे शीघ्र लाभ मिलता है।
- यदि कैल्शियम की कमी से आपके घुटनों में दर्द है, कटिशूल का दर्द है, मांसपेशियों में अक्सर दर्द रहता है तो चुने के सेवन से शीघ्र लाभ मिलता है।
- स्त्रियों में मासिक धर्म से सबंधित विकारों में चुने का सेवन लाभदायी होता है।
- यदि शरीर के किसी हिस्से में फोड़े के समस्या हो गयी हो तो हल्दी में चुना मिलाकर लगाने से लाभ मिलता है।
- चुने के सेवन से पित्त भी शांत होता है।
- पीलिया रोग और लिवर को दुरुस्त करने के लिए गन्ने के रस में चुना मिलाकर इसका सेवन करें।
- अनार के रस के साथ चुने का सेवन करने से अनीमिया रोग में सुधार होता है।
- दांतों का असमय झड़ना, कमजोर होने पर चुने के सेवन से लाभ मिलता है।
- हड्डियों का कमजोर होना, हड्डियों का टूटना, जोड़ों के दर्द में चुने के सेवन से लाभ मिलता है।
- चुने के सेवन से स्मरण शक्ति का विकास होता है और शरीर मजबूत बनता है।
- प्रसव के दौरान इसके सेवन से स्त्री में कई विकार दूर होते हैं और शिशु की हड्डियां भी मजबूत बनती है।
- चुने में शहद मिलाकर कील मुहासों पर लगाने से त्वचा विकार दूर होते हैं।
- यदि मुँह में छाले हों या दाँतों में ठंडा गर्म लगता हो तो चुने का पानी पीने से लाभ मिलता है।
- चुना कहाँ से प्राप्त करें : सामान्यतया आप पाने वाले से शोधित चुना घर ला सकते हैं और इसके गुणों का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप सीधा चुना पत्थर लाते हैं इसे पहले शोधित किया जाना चाहिए।
चुने को कैसे शोधित करें
चुने को बिना शोधित किये इसका प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। इसमें कई प्रकार की हानिकारक गैसेज होती है जो हमारे शरीर को हानि पहुँचाती हैं। आइए जानते हैं की चुने को शोधित कैसे करे।
मिटटी के बर्तन में दो लीटर पानी में भरकर इसमें लगभग ५० ग्राम चुने के टुकड़े को डाल दें। तीन से चार घंटों में चुना पूरी तरह से गल जाएगा। गलने के दौरान चुना अधिक मात्रा में ऊष्मा छोड़ता है और हानिकारक गैस भी इसलिए इस दौरान इसे छूना नहीं चाहिए। जब चार घंटे बाद, चुने के पानी के ठन्डे होने के उपरांत आप देखेंगे की चुने का कुछ भाग निचे बैठ गया है और कुछ भाग पानी में मिलकर सफ़ेद हो गया है। आप इस सफ़ेद पानी का उपयोग भी कर सकते हैं। दो से तीन दिन बाद निचे बैठे हुआ चुना भी काम में लेने लायक हो जाता है।
मिटटी के बर्तन में दो लीटर पानी में भरकर इसमें लगभग ५० ग्राम चुने के टुकड़े को डाल दें। तीन से चार घंटों में चुना पूरी तरह से गल जाएगा। गलने के दौरान चुना अधिक मात्रा में ऊष्मा छोड़ता है और हानिकारक गैस भी इसलिए इस दौरान इसे छूना नहीं चाहिए। जब चार घंटे बाद, चुने के पानी के ठन्डे होने के उपरांत आप देखेंगे की चुने का कुछ भाग निचे बैठ गया है और कुछ भाग पानी में मिलकर सफ़ेद हो गया है। आप इस सफ़ेद पानी का उपयोग भी कर सकते हैं। दो से तीन दिन बाद निचे बैठे हुआ चुना भी काम में लेने लायक हो जाता है।
क्या चुने को सीधे ही उपयोग में लिया जा सकता है
नहीं, चुने का उपयोग किसी भी आहार के साथ किया जाना चाहिए। शोधित चुने के अलावा चुने के किसी अन्य रूप में चूने का सेवन हानिकारक होता है।
क्या चुना सेवन के साइड इफेक्ट्स होते हैं
हाँ, चुने के नियमित रूप से सेवन और अधिक मात्रा में चुने का सेवन हानिकारक होता है। चूना खाने से सेहत को नुकसान तब होता है जब इसे अधिक मात्रा में या गलत तरीके से खाया जाता है। चूना एक अम्लीय पदार्थ है, इसलिए अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से एसिडिटी, पेट दर्द, उल्टी, और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, चूने में मौजूद कैल्शियम से रक्त में कैल्शियम का स्तर बढ़ सकता है, जिससे हृदय की समस्याएं हो सकती हैं।
चूना खाने से सेहत को नुकसान होने के कुछ अन्य कारण निम्नलिखित हैं:
चूना खाने से सेहत को नुकसान होने के कुछ अन्य कारण निम्नलिखित हैं:
- एलर्जी: अगर आपको खट्टे फलों से एलर्जी है, तो चूने से भी आपको एलर्जी हो सकती है। एलर्जी के लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई, सूजन, और त्वचा पर पित्ती शामिल हैं।
- दांतों की समस्याएं: चूना खाने से दांतों की इनेमल पर नुकसान हो सकता है। इससे दांतों में दर्द, क्षरण, और संक्रमण जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- पेट की समस्याएं: चूने में मौजूद कैल्शियम से पेट में गैस और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- अन्य स्वास्थ्य समस्याएं: चूना खाने से कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि हाइपरकैल्सीमिया, गुर्दे की पथरी, और हृदय की समस्याएं।
- चूने का सेवन सीमित मात्रा में करें।
- चूने को पानी में मिलाकर पीएं।
- चूने को सीधे न खाएं।
- अगर आपको खट्टे फलों से एलर्जी है, तो चूने का सेवन न करें।
- चूने के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लें, खासकर अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है।
क्या चुने के सेवन से पहले डॉक्टर की राय ली जानी चाहिए
हाँ, चुने के सेवन से पूर्व डॉक्टर / वैद्य की सलाह ली जानी चाहिए।
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The author of this blog, Saroj Jangir (Admin),
is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a
diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me,
shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak
Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from
an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has
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