सकल हंस में राम विराजे लिरिक्स Sakal Hans Me Ram Biraje Lyrics
भंवरा दिल का बाग में
भंवरा, भंवरा
भंवरा बिलमा बाग में
बहु फूलन की आस
हंस चला घर आपणे
तज बाड़ी की आस
एक राम दसरथ का बेटा
एक राम दसरथ का बेटा
दूजा घट घट में बैठा
तीजे राम का सकल पसारा
चौथा सबसे न्यारा
माला जपूं
माला जपूं ना कर जपूं
और मुख से कहूं ना राम
राम हमारा हमें जपे
हम पायो विश्राम
कबीर बहुत भटकिया
मन ले विषय विराम
चालत चालत जुग भया
तिल के ओटे राम
सकल हंस में राम विराजे
राम बिना रे कोई धाम नहीं
राम बिना रे कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
तीन गुण पर तेज हमारा
पांच तत्व पर जोत जले
तीन गुण पर तेज हमारा
पांच तत्व पर जोत जले
पांच तत्व पर जोत जले
जिन का उजाला चौदह लोक में
सूरत डोर आकाश चढ़े
जिन का उजाला चौदह लोक में
सूरत डोर आकाश चढ़े
सकल हंस में राम विराजे
राम बिना रे कोई धाम नहीं
राम बिना रे कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
नाभी कमल से परख लेना
ह्रदय कमल बिच फिरे मणी
नाभी कमल से परख लेना
ह्रदय कमल बिच फिरे मणी
ह्रदय कमल बिच फिरे मणी
अनहद बाजा बाजे शहर में
ब्रह्मण्ड पर आवाज हुई
अनहद बाजा बाजे शहर में
ब्रह्मण्ड पर आवाज हुई
सकल हंस में राम विराजे
राम बिना रे कोई धाम नहीं
राम बिना रे कोई धाम नहीं
सब ब्रह्नण्ड में जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
हीरा जो मोती लाल जवाहरत
प्रेम पदारथ परखो यहीं
हीरा जो मोती लाल जवाहरत
प्रेम पदारथ परखो यहीं
प्रेम पदारथ परखो यहीं
साचा मोती परख लेना
राम धणी से म्हारी डोर लगी
साचा मोती सुमर लेना
राम धणी से म्हारी डोर लगी
सकल हंस में राम विराजे
राम बिना रे कोई धाम नहीं
राम बिना रे कोई धाम नहीं
सब ब्रह्नण्ड में जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
गुरूजन होय सो हेरी लो घट में
बाहर शहर में भटको मती
हरिजन होय सो हेरी लो घट में
बाहर शहर में भटको मती
बाहर शहर में भटको मती
गुरू प्रताप नानक सा के वरणे
भीतर बोले कोई दूजो नहीं
गुरू प्रताप नानक सा के वरणे
भीतर बोले कोई दूजो नहीं
सकल हंस में राम विराजे
राम बिना रे कोई धाम नहीं
राम बिना रे कोई धाम नहीं
सब ब्रह्नण्ड में जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
भंवरा, भंवरा
भंवरा बिलमा बाग में
बहु फूलन की आस
हंस चला घर आपणे
तज बाड़ी की आस
एक राम दसरथ का बेटा
एक राम दसरथ का बेटा
दूजा घट घट में बैठा
तीजे राम का सकल पसारा
चौथा सबसे न्यारा
माला जपूं
माला जपूं ना कर जपूं
और मुख से कहूं ना राम
राम हमारा हमें जपे
हम पायो विश्राम
कबीर बहुत भटकिया
मन ले विषय विराम
चालत चालत जुग भया
तिल के ओटे राम
सकल हंस में राम विराजे
राम बिना रे कोई धाम नहीं
राम बिना रे कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
तीन गुण पर तेज हमारा
पांच तत्व पर जोत जले
तीन गुण पर तेज हमारा
पांच तत्व पर जोत जले
पांच तत्व पर जोत जले
जिन का उजाला चौदह लोक में
सूरत डोर आकाश चढ़े
जिन का उजाला चौदह लोक में
सूरत डोर आकाश चढ़े
सकल हंस में राम विराजे
राम बिना रे कोई धाम नहीं
राम बिना रे कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
नाभी कमल से परख लेना
ह्रदय कमल बिच फिरे मणी
नाभी कमल से परख लेना
ह्रदय कमल बिच फिरे मणी
ह्रदय कमल बिच फिरे मणी
अनहद बाजा बाजे शहर में
ब्रह्मण्ड पर आवाज हुई
अनहद बाजा बाजे शहर में
ब्रह्मण्ड पर आवाज हुई
सकल हंस में राम विराजे
राम बिना रे कोई धाम नहीं
राम बिना रे कोई धाम नहीं
सब ब्रह्नण्ड में जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
हीरा जो मोती लाल जवाहरत
प्रेम पदारथ परखो यहीं
हीरा जो मोती लाल जवाहरत
प्रेम पदारथ परखो यहीं
प्रेम पदारथ परखो यहीं
साचा मोती परख लेना
राम धणी से म्हारी डोर लगी
साचा मोती सुमर लेना
राम धणी से म्हारी डोर लगी
सकल हंस में राम विराजे
राम बिना रे कोई धाम नहीं
राम बिना रे कोई धाम नहीं
सब ब्रह्नण्ड में जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
गुरूजन होय सो हेरी लो घट में
बाहर शहर में भटको मती
हरिजन होय सो हेरी लो घट में
बाहर शहर में भटको मती
बाहर शहर में भटको मती
गुरू प्रताप नानक सा के वरणे
भीतर बोले कोई दूजो नहीं
गुरू प्रताप नानक सा के वरणे
भीतर बोले कोई दूजो नहीं
सकल हंस में राम विराजे
राम बिना रे कोई धाम नहीं
राम बिना रे कोई धाम नहीं
सब ब्रह्नण्ड में जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
हर घट में है जोत का वासा
राम को सिमरो नी दूजा नहीं
Sakal Hans Mein Ram Viraje by Shabnam Virmani #RajasthanKabirYatra
भवरा दील का बाग़ में, बहु फूलन की आस
हंस चला घर आपरे, तज बॉडी की आस
कबीर की वाणी में चार राम का उलेख है:
एक राम दशरथ का बेटा, दूजा घट घट में बेहटा
तीजे राम का सकल पसारा, चोथा सब से न्यारा
माला जपु ना, कर जपु, और मुख से कहू ना राम
राम हमारा हमें जपे हम पायो विश्राम
कबीर बहुत भटकिया, मन ले विषय विराम
चालत चालत जुग भया, दिल के ओठे राम
सकल हंस में राम विराजे भजन लिरिक्स
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत है वासा, राम क सुमिरों ने दूजा नहीं
तीन गुन पर तेज हमारा, पाच तत्व पर जोत जले
जिनका उजला 14 लोक में, सूरज छोड़ आकाश छड़े
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत है वासा, राम क सुमिरों ने दूजा नहीं
नाभि कमल से परख लेना, ह्रदय कमल बिच फिरे मणि
अनहद बाजा बाजे शहर में, भरमंड पर आवाज हुई
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत है वासा, राम क सुमिरों ने दूजा नहीं
हीरा मोती लाल जवाहर, अरे प्रेम पदा रथ परखो यही
साचा मोती सुमर लेना, राम धनी से मारे डोर लगी
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत है वासा, राम क सुमिरों ने दूजा नहीं
गुरुजन होए तो हेली लो घट में , बाहर शहर में भटको मती
गुरु प्रताप नानक साह के चरणे, भीतर बोले कोई दूजो नहीं
सकल हंस में राम बिराजे, राम बिना कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत है वासा, राम क सुमिरों ने दूजा नहीं
हंस चला घर आपरे, तज बॉडी की आस
कबीर की वाणी में चार राम का उलेख है:
एक राम दशरथ का बेटा, दूजा घट घट में बेहटा
तीजे राम का सकल पसारा, चोथा सब से न्यारा
माला जपु ना, कर जपु, और मुख से कहू ना राम
राम हमारा हमें जपे हम पायो विश्राम
कबीर बहुत भटकिया, मन ले विषय विराम
चालत चालत जुग भया, दिल के ओठे राम
सकल हंस में राम विराजे भजन लिरिक्स
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत है वासा, राम क सुमिरों ने दूजा नहीं
तीन गुन पर तेज हमारा, पाच तत्व पर जोत जले
जिनका उजला 14 लोक में, सूरज छोड़ आकाश छड़े
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत है वासा, राम क सुमिरों ने दूजा नहीं
नाभि कमल से परख लेना, ह्रदय कमल बिच फिरे मणि
अनहद बाजा बाजे शहर में, भरमंड पर आवाज हुई
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत है वासा, राम क सुमिरों ने दूजा नहीं
हीरा मोती लाल जवाहर, अरे प्रेम पदा रथ परखो यही
साचा मोती सुमर लेना, राम धनी से मारे डोर लगी
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत है वासा, राम क सुमिरों ने दूजा नहीं
गुरुजन होए तो हेली लो घट में , बाहर शहर में भटको मती
गुरु प्रताप नानक साह के चरणे, भीतर बोले कोई दूजो नहीं
सकल हंस में राम बिराजे, राम बिना कोई धाम नहीं
हर घट में है जोत है वासा, राम क सुमिरों ने दूजा नहीं
सकल हंस में राम विराजे मीनिंग Sakal Hans Me Ram Biraje Meaning in English
the bee
The bee
The bee
In the garden roved
the bee
Greedy for the taste
of flowers
While the swan set off
for home
Giving up her desire
for the garden
Son of Dashrath was
one Ram
Son of Dashrath was
one Ram
Dwelling in every body,
is the other
From the third Ram
spread all creation
The fourth Ram is
beyond all knowing
My hands don't turn
the rosary
My lips don’t utter “Ram”
My Ram is chanting me
And I have found my ease
You wandered here
and there, Kabir
Take a rest from craving,
my mind
Walking, walking, an age
went by
Under a sesame seed
- was Ram!
Under a sesame seed
- was Ram!
In every swan-soul – Ram
There’s no abode
without Ram
There’s no abode
without Ram
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
My light glows in
the 3 qualities
It shines on the 5 elements
My light glows in
the 3 qualities
It shines on the 5 elements
It shines on the 5 elements
A radiance pervades 14 worlds
On the string of awareness,
I climb to the sky
A radiance pervades 14 worlds
On the string of awareness,
I climb to the sky
In every swan-soul – Ram
There’s no abode
without Ram
There’s no abode
without Ram
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
From the navel lotus,
feel the presence
In the heart lotus,
a jewel turns
From the navel lotus,
feel the presence
In the heart lotus,
a jewel turns
In the heart lotus,
a jewel turns
An unstruck drum
resounds in the city
and echoes in the universe
An unstruck drum
resounds in the city
and echoes in the universe
In every swan-soul – Ram
There’s no abode
without Ram
There’s no abode
without Ram
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
Diamonds, pearls, rubies, jewels
discover here the
substance of love
Diamonds, pearls, rubies, jewels
discover here the
substance of love
discover here the
substance of love
Discerning the pure gem
– a string
connects me to my master Ram
Discerning thepure gem
– a string
connects me to my master Ram
In every swan-soul – Ram
There’s no abode
without Ram
There’s no abode
without Ram
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
If you seek the guru,
search in your body
Don’t wander about the city
If you seek the guru,
search in your body
Don’t wander about the city
Don’t wander about the city
Nanak describes
the guru’s power
it speaks within,
there is no other
Nanak describes
the guru’s power
it speaks within,
there is no other
In every swan-soul – Ram
There’s no abode
without Ram
There’s no abode
without Ram
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
The bee
The bee
In the garden roved
the bee
Greedy for the taste
of flowers
While the swan set off
for home
Giving up her desire
for the garden
Son of Dashrath was
one Ram
Son of Dashrath was
one Ram
Dwelling in every body,
is the other
From the third Ram
spread all creation
The fourth Ram is
beyond all knowing
My hands don't turn
the rosary
My lips don’t utter “Ram”
My Ram is chanting me
And I have found my ease
You wandered here
and there, Kabir
Take a rest from craving,
my mind
Walking, walking, an age
went by
Under a sesame seed
- was Ram!
Under a sesame seed
- was Ram!
In every swan-soul – Ram
There’s no abode
without Ram
There’s no abode
without Ram
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
My light glows in
the 3 qualities
It shines on the 5 elements
My light glows in
the 3 qualities
It shines on the 5 elements
It shines on the 5 elements
A radiance pervades 14 worlds
On the string of awareness,
I climb to the sky
A radiance pervades 14 worlds
On the string of awareness,
I climb to the sky
In every swan-soul – Ram
There’s no abode
without Ram
There’s no abode
without Ram
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
From the navel lotus,
feel the presence
In the heart lotus,
a jewel turns
From the navel lotus,
feel the presence
In the heart lotus,
a jewel turns
In the heart lotus,
a jewel turns
An unstruck drum
resounds in the city
and echoes in the universe
An unstruck drum
resounds in the city
and echoes in the universe
In every swan-soul – Ram
There’s no abode
without Ram
There’s no abode
without Ram
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
Diamonds, pearls, rubies, jewels
discover here the
substance of love
Diamonds, pearls, rubies, jewels
discover here the
substance of love
discover here the
substance of love
Discerning the pure gem
– a string
connects me to my master Ram
Discerning thepure gem
– a string
connects me to my master Ram
In every swan-soul – Ram
There’s no abode
without Ram
There’s no abode
without Ram
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
If you seek the guru,
search in your body
Don’t wander about the city
If you seek the guru,
search in your body
Don’t wander about the city
Don’t wander about the city
Nanak describes
the guru’s power
it speaks within,
there is no other
Nanak describes
the guru’s power
it speaks within,
there is no other
In every swan-soul – Ram
There’s no abode
without Ram
There’s no abode
without Ram
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
In the whole universe,
this light resides
Remember Ram,
there is no other
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Lyrics
Bhavra Dil Ka Baag Mein
Bhavra, Bhavra
Bhavra Bilma Baag Mein
Bahut Phoolan Ki Aas
Hans Chala Ghar Aapne
Taj Baadi Ki Aas
Ek Ram Dasrath Ka Beta
Ek Ram Dasrath Ka Beta
Dooja Ghat Ghat Mein Baitha
Teeje Ram Ka Sakal Pasaara
Chautha Sabse Nyara
Maala Japun
Maala Japun Na Kar Japun
Aur Mukh Se Kahun Na Ram
Ram Hamara Humein Jape
Hum Paayo Vishraam
Kabir Bahut Bhatakiya
Man Le Vishay Viraam
Chalat Chalat Yug Bhaya
Til Ke Ote Ram
Sakal Hans Mein Ram Viraje
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Teen Gun Par Tej Hamara
Paanch Tatv Par Jot Jale
Teen Gun Par Tej Hamara
Paanch Tatv Par Jot Jale
Paanch Tatv Par Jot Jale
Jin Ka Ujaala Chodah Lok Mein
Surat Dor Aakash Chade
Jin Ka Ujaala Chodah Lok Mein
Surat Dor Aakash Chade
Sakal Hans Mein Ram Viraje
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Naabhi Kamal Se Parakh Lena
Hriday Kamal Bich Phire Mani
Naabhi Kamal Se Parakh Lena
Hriday Kamal Bich Phire Mani
Hriday Kamal Bich Phire Mani
Anhad Baaja Baaje Sheher Mein
Brahmaand Par Aawaaz Hui
Anhad Baaja Baaje Sheher Mein
Brahmaand Par Aawaaz Hui
Sakal Hans Mein Ram Viraje
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Sab Brahmand Mein Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Heera Jo Moti Laal Jawaharat
Prem Padaanth Parakho Yahin
Heera Jo Moti Laal Jawaharat
Prem Padaanth Parakho Yahin
Prem Padaanth Parakho Yahin
Saacha Moti Parakh Lena
Ram Dhani Se Mhari Dor Lagi
Saacha Moti Sumar Lena
Ram Dhani Se Mhari Dor Lagi
Sakal Hans Mein Ram Viraje
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Sab Brahmand Mein Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Gurujan Hoy So Heri Lo Ghat Mein
Bahar Sheher Mein Bhatko Mati
Harijan Hoy So Heri Lo Ghat Mein
Bahar Sheher Mein Bhatko Mati
Bahar Sheher Mein Bhatko Mati
Guru Pratap Nanak Sa Ke Varan
Bheetar Bole Koi Doojo Nahi
Guru Pratap Nanak Sa Ke Varan
Bheetar Bole Koi Doojo Nahi
Sakal Hans Mein Ram Viraje
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Sab Brahmand Mein Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Bhavra, Bhavra
Bhavra Bilma Baag Mein
Bahut Phoolan Ki Aas
Hans Chala Ghar Aapne
Taj Baadi Ki Aas
Ek Ram Dasrath Ka Beta
Ek Ram Dasrath Ka Beta
Dooja Ghat Ghat Mein Baitha
Teeje Ram Ka Sakal Pasaara
Chautha Sabse Nyara
Maala Japun
Maala Japun Na Kar Japun
Aur Mukh Se Kahun Na Ram
Ram Hamara Humein Jape
Hum Paayo Vishraam
Kabir Bahut Bhatakiya
Man Le Vishay Viraam
Chalat Chalat Yug Bhaya
Til Ke Ote Ram
Sakal Hans Mein Ram Viraje
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Teen Gun Par Tej Hamara
Paanch Tatv Par Jot Jale
Teen Gun Par Tej Hamara
Paanch Tatv Par Jot Jale
Paanch Tatv Par Jot Jale
Jin Ka Ujaala Chodah Lok Mein
Surat Dor Aakash Chade
Jin Ka Ujaala Chodah Lok Mein
Surat Dor Aakash Chade
Sakal Hans Mein Ram Viraje
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Naabhi Kamal Se Parakh Lena
Hriday Kamal Bich Phire Mani
Naabhi Kamal Se Parakh Lena
Hriday Kamal Bich Phire Mani
Hriday Kamal Bich Phire Mani
Anhad Baaja Baaje Sheher Mein
Brahmaand Par Aawaaz Hui
Anhad Baaja Baaje Sheher Mein
Brahmaand Par Aawaaz Hui
Sakal Hans Mein Ram Viraje
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Sab Brahmand Mein Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Heera Jo Moti Laal Jawaharat
Prem Padaanth Parakho Yahin
Heera Jo Moti Laal Jawaharat
Prem Padaanth Parakho Yahin
Prem Padaanth Parakho Yahin
Saacha Moti Parakh Lena
Ram Dhani Se Mhari Dor Lagi
Saacha Moti Sumar Lena
Ram Dhani Se Mhari Dor Lagi
Sakal Hans Mein Ram Viraje
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Sab Brahmand Mein Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Gurujan Hoy So Heri Lo Ghat Mein
Bahar Sheher Mein Bhatko Mati
Harijan Hoy So Heri Lo Ghat Mein
Bahar Sheher Mein Bhatko Mati
Bahar Sheher Mein Bhatko Mati
Guru Pratap Nanak Sa Ke Varan
Bheetar Bole Koi Doojo Nahi
Guru Pratap Nanak Sa Ke Varan
Bheetar Bole Koi Doojo Nahi
Sakal Hans Mein Ram Viraje
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Ram Bina Re Koi Dhaam Nahi
Sab Brahmand Mein Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
Har Ghat Mein Hai Jot Ka Vaasa
Ram Ko Simaro Ni Dooja Nahi
सकल हंस में राम बिराजे || Sakal Hans Mein Ram Biraje || Prahlad Singh Tipaniya
vocals :- Prahlad Singh Tipanya
Violin :- Devnarayan Saroliya
Manjira :- Dharmendra Tipaniya
Dholak :- Ajay Tipaniya
Khadtal :- Himanshu Tipaniya
Violin :- Devnarayan Saroliya
Manjira :- Dharmendra Tipaniya
Dholak :- Ajay Tipaniya
Khadtal :- Himanshu Tipaniya
- कोई नहीं अपना समझ मना Koi Nahi Apna Samajh Mana
- करना रे होय सो कर ले रे साधो Karana Re Hoy So Kar Le Sadho Shabnam Virmani
- करना रे होई सो कर ले रे साधो Karna Re Hoi So Kar Le Re Sadho
- गुरा तो जी ने ज्ञान की जड़िया दई Gura to ji ne gyaan ki jadiya dai
- डेडरिया छोड़ छिलरिये री आसा Dedariya Chhod Chilariye Ree Aasa
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |