एक कनक अरु काँमनी दोऊ अगनि हिंदी मीनिंग Ek Kanak Aru Kamini Meaning, Kabir Ke Dohe Hindi Arth Sahit
एक कनक अरु काँमनी दोऊ अगनि की झाल।
देखें ही तन प्रजलै, परस्याँ ह्नै पैमाल॥
Ek Kanak Aru Kamani Dou Agani Ki Jhal,
Dekhe Hi Tan Prajale, Parsya Hve Paimaal.
देखें ही तन प्रजलै, परस्याँ ह्नै पैमाल॥
Ek Kanak Aru Kamani Dou Agani Ki Jhal,
Dekhe Hi Tan Prajale, Parsya Hve Paimaal.
एक कनक अरु काँमनी : स्वर्ण और कामिनी स्त्री.
दोऊ अगनि की झाल : दोनों ही अग्नि की ज्वाला हैं.
देखें ही तन प्रजलै : देखने से ही अग्नि दग्ध हो उठती है.
परस्याँ ह्नै पैमाल : सम्पर्क में आने पर वह किसी कार्य का नहीं रहता है, अक्षम हो जाता है.
एक कनक : एक तो सोना, स्वर्ण.
अरु : और.
काँमनी : कामुक स्त्री.
दोऊ: दोनों.
अगनि : अग्नि.
झाल : ज्वाला हैं, लपट हैं.
देखें ही : देखते ही, देखने मात्र से ही.
तन प्रजलै : देह जलने लगती है.
परस्याँ : संपर्क में आने पर / पड़ने पर.
ह्नै: हो जाता है.
पैमाल : असक्षम.
दोऊ अगनि की झाल : दोनों ही अग्नि की ज्वाला हैं.
देखें ही तन प्रजलै : देखने से ही अग्नि दग्ध हो उठती है.
परस्याँ ह्नै पैमाल : सम्पर्क में आने पर वह किसी कार्य का नहीं रहता है, अक्षम हो जाता है.
एक कनक : एक तो सोना, स्वर्ण.
अरु : और.
काँमनी : कामुक स्त्री.
दोऊ: दोनों.
अगनि : अग्नि.
झाल : ज्वाला हैं, लपट हैं.
देखें ही : देखते ही, देखने मात्र से ही.
तन प्रजलै : देह जलने लगती है.
परस्याँ : संपर्क में आने पर / पड़ने पर.
ह्नै: हो जाता है.
पैमाल : असक्षम.
कनक और कामिनी (कामुक स्त्री) दोनों ही दग्ध करने वाली ज्वाला से समान हैं. इनको देखने मात्र से ही तन / देह में ज्वाला प्रज्वल्लित हो उठती है. इनके संपर्क में आने पर व्यक्ति एक भाँती से अपंग हो उठता है, वह किसी कार्य का नहीं रहता है. कनक और कामिनी दोनों ही अग्नि की ज्वाला हैं जो व्यक्ति को भक्ति मार्ग से विमुख करती है. साधक को यदि इश्वर की भक्ति करनी है तो सर्वप्रथम माया और स्त्री का त्याग करना होगा.
जहाँ धन दौलत, माया (कनक) व्यक्ति में भक्ति भाव को समाप्त करती है वहीँ स्त्री से स्नेह भी भक्ति से साधक को पृथक करता है।
साहेब के अनुसार यदि भक्ति मार्ग में साधक को आगे बढ़ना है तो मानसिक अनुशासन के लिए स्त्री और माया दोनों से ही दूरी बनानी चाहिए।
Lyrics and meaning
Nirgun galiyan saankri, mhaari heli
Vahaan chadhhyo nahin jaaye
The path of the attribute-less
Is a narrow one, my friend...
It is not an easy journey to make.
Vahaan chadhhe to piya mile, mhaari heli
But if you do make it through, you shall meet the beloved!
aava gaman mit jaaye
Mhaari heliye, chalo hamaara des
And the cycles of birth and death shall end!
Oh my friend, let’s go to my world...
Yo toh aavaa gaman mit jaaye
Mhaari heliye, chalo hamaara des
The cycles of birth and death shall end!
Oh my friend, let’s go to my world...
Kahaan uge kahaan aasate, mhaari heli
Kahaan ujaala hoye?
Where does the sun rise? Where does it set?
Where does the illumination happen?
Yahin uge yahin aasate, mhaari heli
Yahin ujaala hoye
It rises right here, sets right here…
This is where illumination happens!
Mhaari heliye, chalo hamaara des
Oh my friend, let’s go to my world...
Yo toh yahi ujaala hoy
Mhaari heliye chalo hamaara des
This is where illumination happens!
Oh my friend, let’s go to my world…
Kahaan ko garje, kahaan barse, mhaari heli
Kahaan sookha ka hariya hoye?
Where does it thunder, where does it shower?
Where does the dry turn green?
Yahin garje yahin barse, mhaari heli
Yahin sookha ka hariya hoye
It thunders here, it showers here...
Here, it turns from dry to green!
Mhaari heli vo, chalo hamaara des…
Oh my friend, let’s go to my world...
Yo toh laagya bhajan vala baan
Mhaari helo vo, chalo hamaara des
I’ve been struck by the arrow of the sacred song...
Oh my friend, let’s go to my world!
Nirgun ka baazaar mein, mhaari heli
Heero ko hove vyaapaar
In this divine marketplace, beyond all qualities...
Invaluable jewels are being traded!
Sugura maanav to saudo kare, mhaari heli
Ee to nugura mool ganvaaye
One guided by his Guru, makes the right deal...
The one without his Guru, loses his deal!
Mhaari heli vo, chalo hamaara des
Oh my friend, let’s go to my world…
Yo toh paachho janam nahin aaye
Mhaari heli vo, chalo hamaara des
Such beings don't return to be born…
Oh my friend, let’s go to my world!
Anahad ka maidaan mein, mhaari heli
Mhaara saahib ji ki sej
In the limitless field, oh my friend…
My Master resides.
Kahe Kabir Dharamdas se, mhaari heli
Na to mare na boodhha hoye
Mhaari heli vo, chaalo hamaara des...
Kabir says to Dharamdas,
There is no death or aging there…
Oh my friend, let’s go to my world…
Yo toh yahi ujaala hoye
Mhaari heli vo, chalo hamaara des
That is where light happens…
Oh my friend, let’s go to my world…
Ya toh laagyaa bhajan wala baan
Mhaari heli vo, chalo gura ji ra des
I’ve been struck by the arrow of the sacred song...Oh my friend, let’s go to my world!
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