पग फूँक-फूँक र दैणौ राजस्थानी कहावत/Rajasthani Phrase
इस राजस्थानी कहावत का अर्थ है, कोई भी काम बहुत सतर्कता और विचारपूर्वक करना। यह कहावत उन परिस्थितियों में उपयोग की जाती है, जहाँ व्यक्ति को जल्दबाजी या लापरवाही से बचते हुए, सोच-समझकर कदम उठाने की आवश्यकता होती है। यह जीवन में धैर्य और सावधानी का महत्व समझाने वाली प्रेरणादायक कहावत है।
This Rajasthani phrase means to act very cautiously and thoughtfully. It is used in situations where one needs to avoid haste or carelessness and proceed with a mindful and deliberate approach.
यह कहावत हमें यह सिखाती है कि जीवन के हर कदम पर सावधानी और विवेक जरूरी है। जल्दबाजी में किए गए कार्यों का परिणाम अक्सर नकारात्मक हो सकता है। यह कहावत खासकर तब उपयोगी होती है, जब व्यक्ति के सामने कठिन परिस्थिति हो, और उसे सही निर्णय लेने के लिए समय और गहन चिंतन की आवश्यकता हो। जैसे जीवन में कठिन रास्तों पर चलना हो, तो ध्यान रखना जरूरी है कि कहीं गलत कदम न पड़ जाए।
This proverb teaches us the importance of caution and prudence in every step of life. Hasty actions often lead to negative outcomes. It is particularly useful in challenging situations where deep thought and careful consideration are required to make the right decision. For instance, when navigating difficult paths in life, one must be mindful to avoid taking a misstep.
फूंक-फूंक कर पैर रखना का अर्थ है, किसी भी काम को बहुत सोच-समझकर और सतर्कता से करना। इस मुहावरे का उपयोग तब किया जाता है, जब कोई व्यक्ति किसी कठिनाई या असफलता का सामना करने के बाद, अगले कदम उठाने में विशेष सावधानी बरतता है। यह हमें सिखाता है कि जल्दबाजी या लापरवाही से बचते हुए, हर कार्य को ध्यानपूर्वक और समझदारी से करना चाहिए।
फूंक-फूंक कर पैर रखना का सीधा मतलब है – सावधानी और धैर्य के साथ काम करना। जैसे किसी गहरे पानी में कदम रखने से पहले उसकी गहराई का अंदाजा लगाना जरूरी होता है, वैसे ही जीवन के हर फैसले को सतर्कता के साथ लेना चाहिए।
फूंक-फूंक कर पैर रखना का वाक्य प्रयोग
श्रेया ने नया बिज़नेस शुरू किया, लेकिन पिछले अनुभव को देखते हुए उसने हर कदम फूंक-फूंक कर रखा।
राहुल ने परीक्षा में कम अंक आने के बाद अगली बार पढ़ाई के हर पहलू पर ध्यान दिया और फूंक-फूंक कर तैयारी की।
सीमा के माता-पिता ने उसे शहर में पढ़ाई के लिए भेजते समय समझाया कि हर दोस्ती सोच-समझकर करना और फूंक-फूंक कर कदम रखना।
विनीत को नई जॉब में शुरुआती अनुभव अच्छे नहीं लगे, इसलिए वह वहां हर निर्णय फूंक-फूंक कर ले रहा है।
यह मुहावरा हमें सिखाता है कि किसी भी मुश्किल परिस्थिति का सामना करने के बाद सावधानी और समझदारी से आगे बढ़ना चाहिए। जैसे कोई व्यक्ति व्यापार में घाटा झेलने के बाद, आगे के निवेश में बहुत सतर्कता बरतता है, वैसे ही यह मुहावरा हमें जीवन में धैर्य और सतर्कता का महत्व समझाता है।
The idiom "Phoonk Phoonk Kar Pair Rakhna" teaches us to act cautiously and thoughtfully, especially after facing challenges or failures. For example, a person who has faced losses in business takes extra care in future investments, highlighting the importance of prudence and patience in life.
यह कहावत हमें यह सिखाती है कि जीवन के हर कदम पर सावधानी और विवेक जरूरी है। जल्दबाजी में किए गए कार्यों का परिणाम अक्सर नकारात्मक हो सकता है। यह कहावत खासकर तब उपयोगी होती है, जब व्यक्ति के सामने कठिन परिस्थिति हो, और उसे सही निर्णय लेने के लिए समय और गहन चिंतन की आवश्यकता हो। जैसे जीवन में कठिन रास्तों पर चलना हो, तो ध्यान रखना जरूरी है कि कहीं गलत कदम न पड़ जाए।
This proverb teaches us the importance of caution and prudence in every step of life. Hasty actions often lead to negative outcomes. It is particularly useful in challenging situations where deep thought and careful consideration are required to make the right decision. For instance, when navigating difficult paths in life, one must be mindful to avoid taking a misstep.
इस मुहावरे से सम्बंधित हिंदी का मुहावरा
फूंक-फूंक कर पैर रखना : हिंदी मुहावराफूंक-फूंक कर पैर रखना का अर्थ है, किसी भी काम को बहुत सोच-समझकर और सतर्कता से करना। इस मुहावरे का उपयोग तब किया जाता है, जब कोई व्यक्ति किसी कठिनाई या असफलता का सामना करने के बाद, अगले कदम उठाने में विशेष सावधानी बरतता है। यह हमें सिखाता है कि जल्दबाजी या लापरवाही से बचते हुए, हर कार्य को ध्यानपूर्वक और समझदारी से करना चाहिए।
फूंक-फूंक कर पैर रखना का सीधा मतलब है – सावधानी और धैर्य के साथ काम करना। जैसे किसी गहरे पानी में कदम रखने से पहले उसकी गहराई का अंदाजा लगाना जरूरी होता है, वैसे ही जीवन के हर फैसले को सतर्कता के साथ लेना चाहिए।
फूंक-फूंक कर पैर रखना का वाक्य प्रयोग
श्रेया ने नया बिज़नेस शुरू किया, लेकिन पिछले अनुभव को देखते हुए उसने हर कदम फूंक-फूंक कर रखा।
राहुल ने परीक्षा में कम अंक आने के बाद अगली बार पढ़ाई के हर पहलू पर ध्यान दिया और फूंक-फूंक कर तैयारी की।
सीमा के माता-पिता ने उसे शहर में पढ़ाई के लिए भेजते समय समझाया कि हर दोस्ती सोच-समझकर करना और फूंक-फूंक कर कदम रखना।
विनीत को नई जॉब में शुरुआती अनुभव अच्छे नहीं लगे, इसलिए वह वहां हर निर्णय फूंक-फूंक कर ले रहा है।
यह मुहावरा हमें सिखाता है कि किसी भी मुश्किल परिस्थिति का सामना करने के बाद सावधानी और समझदारी से आगे बढ़ना चाहिए। जैसे कोई व्यक्ति व्यापार में घाटा झेलने के बाद, आगे के निवेश में बहुत सतर्कता बरतता है, वैसे ही यह मुहावरा हमें जीवन में धैर्य और सतर्कता का महत्व समझाता है।
The idiom "Phoonk Phoonk Kar Pair Rakhna" teaches us to act cautiously and thoughtfully, especially after facing challenges or failures. For example, a person who has faced losses in business takes extra care in future investments, highlighting the importance of prudence and patience in life.
राजस्थानी कहावत का अर्थ हिंदी में / सतर्कता से कार्य करने की सीख / विचारपूर्वक निर्णय लेना / जीवन में सावधानी का महत्व
Author - Saroj Jangir
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