कविता की शुरुआत में, कवि कहता है कि वह इस बादल भरे दिन पर अकेले नहीं रहना चाहता। वह अपने प्रियजन के पास जाना चाहता है, लेकिन वह नहीं जानता कि वह कब आएंगे। कवि अपने प्रियजन के बारे में सोचता है और उन्हें अपने पास आने का आमंत्रण देता है। वह कहता है कि वह उनके आने के लिए इंतजार कर रहा है। कवि अपने प्रियजन के बिना होने के दुख का भी वर्णन करता है। वह कहता है कि दुनिया उसके बिना अंधेरी लगती है। कविता के अंत में, कवि फिर से अपने प्रियजन के आने के लिए इंतजार करता है। वह जानता है कि वह जल्द ही उसे फिर से देखेगा, और वह उस दिन के लिए उत्साहित है।
कविता के कुछ महत्वपूर्ण अंशों का अर्थ
"এই মেঘলা দিনে একলা ঘরে থাকেনাতো মন" - इस पंक्ति का अर्थ है कि इस बादल भरे दिन पर, कवि का मन अकेले घर में नहीं रहना चाहता। वह अपने प्रियजन के पास जाना चाहता है।
"কাছে যাবো কবে পাবো ওগো তোমার নিমন্ত্রণ" - इस पंक्ति का अर्थ है कि कवि अपने प्रियजन के पास जाना चाहता है, लेकिन वह नहीं जानता कि वह कब आएंगे। वह उनके आने के लिए आमंत्रण चाहता है।
"আজ যেন মেঘে মেঘে হলো মন যে উদাসীন" - इस पंक्ति का अर्थ है कि आज, कवि का मन बादलों की तरह उदास है। वह अपने प्रियजन के बिना होने के दुख से गुजर रहा है।
"তুমি আসবে ওগো হাসবে কবে হবে সে মিলন" - इस पंक्ति का अर्थ है कि कवि जानता है कि उसका प्रियजन जल्द ही आएगा, लेकिन वह उस दिन के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
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