सुरीली आवाज बनाएं मुलेठी Make Voice Melodious With Mulethi

सुरीली आवाज का राज मुलेठी Make Voice Melodious With Mulethi

बचपन में जब भी गला बैठ जाता था या फिर खांसी हो जाती थी तो हमें मुलेठी का टुकड़ा चुसने को मिलता था। अब जब इसके गुणों के बारे में ज्ञान हुआ है। मुलेठी का टुकड़ा दिखने में भले ही साधारण सा किसी टहनी का टुकड़ा लगता हो लेकिन यह ओषधिय गुणों से भरपूर है। आप बस मुंह में मुलेठी का टुकड़ा रख कर धीरे धीरे चूसते रहे तो आप पाएंगे की यह असर दिखाता है।

सुरीली आवाज बनाएं मुलेठी Make Voice Melodious With Mulethi


अधिक जानिये : मुलेठी क्या है और इसके ओषधिय लाभ

मुलेठी के फायदे Mulethi Ke Fayade Benefits of Mulethi

मुलेठी में ऐसा क्या होता है जो आपकी आवाज को सुरीली बना दे ? मुलेठी में वस्तुतः एंटीबेक्टेरियल गुण होते हैं जिससे मुंह के कर्मी समाप्त होते हैं और गले का बैठना, गले में खरांस का होना और गले की सुजन को दूर करने में मदद मिलती है। स्वाद में मीठी मुलेठी कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन और वसा के गुणों से भरपूर होती है मुंह के छालों में भी मुलेठी के सेवन से लाभ मिलता है। विशेषकर सर्दियों और मानसून के दिनों में गले में अक्सर खरांस हो जाती है। इसके लिए आप चाहे तो मुलेठी को चुसे या तो फिर आप मुलेठी की चाय बना कर भी पिए तो आपकी बैठी हुयी आवाज भी सही हो जायेगी।

मुलेठी की चाय :
मुलेठी की चाय आपके गले की लिए किसी भी ओषधि से कम नहीं होती है। आप दो से तीन तुकडे मुलेठी के ले और इसे अच्छे से कूट कर दरदरा बना ले और इसमें आप तो से तीन श्यामा तुलसी के पत्ते और चुटकी भर हल्दी और अदरक मिला कर धीमी आंच पर इसकी चाय बना ले। गला ख़राब होने पर इसका सेवन करे तो आपको लाभ मिलता है।

जहाँ एक और इससे आपका गला सुधरेगा वही इसके सेवन से आपको कई अनचाही बिमारियों से भी निजाद मेलेगी। इसे अपने पास रखे और गाहे बेगाहे इसे मुंह में रखकर चूंसे। इससे आपकी आवाज सुधरेगी और खरांस दूर होगी। 

The author of this blog, Saroj Jangir (Admin), is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me, shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.

 

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