कबीर सूता क्या करै गुण गोबिंद मीनिंग Kabir Suta Kya Kare Gun Govind Ke Gayi Hindi Meaning

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कबीर सूता क्या करै, गुण गोबिंद के गाइ।
तेरे सिर परि जम खड़ा, खरच कदे का खाइ॥

Kabir Suta Kya Kare, Gun Govind Ke Gaai,
Tere Sir Pari Jam Khada, Kharach Kade Ka Khai.
 
कबीर सूता क्या करै, गुण गोबिंद के गाइ। तेरे सिर परि जम खड़ा, खरच कदे का खाइ॥

कबीर दोहे के शब्दार्थ Kabir Doha Word Meaning

कबीर सूता क्या करै-जीवात्मा क्यों व्यर्थ में अज्ञानता की निंद्रा में व्यस्त है।
गुण-हरी के गुण का वंदन।
गोबिंद-ईश्वर।
गाइ- बखान करना, वर्णन करना।
परि-ऊपर।
जम-यम /काल।
खरच-खर्च (विषय विकारों से युक्त कार्यों में भक्ति रूपी पूंजी को खर्च करना )
कदे का खाइ- कदे का (कभी का ) कभी का खा चुके हो।

कबीर दोहा हिंदी मीनिंग

कबीर साहेब जीवात्मा को सचेत करते हुए कहते हैं की तुम अज्ञानता की निंद्रा में क्यों पड़े हो। उठो और ज्ञान प्राप्त करो, सचेत हो जाओ और गोविन्द के गुणों को गाओ। ध्यान रखो की तुम्हारे सर के ऊपर काल खड़ा है। तुमने भक्ति रूपी पूंजी (मानव जीवन ) को कब का ही समाप्त कर दिया है। 

इससे पूर्व कबीर साहेब ने कहा की " कबीर सूता क्या करै उठि न रोवै दुक्ख, जाका बासा गोर मैं, सो क्यूँ सोवै सुक्ख" अर्थात तुम्हारा वास तो कब्र है, तुम कैसे निश्चिंत हो सकते हो। अज्ञानता की नींद को तज कर हरी के नाम का सुमिरण करो, यही आवागमन को समाप्त करने का माध्यम है। 

"कबीर सूता क्या करै जागि न जपै मुरारि, एक दिनाँ भी सोवणाँ, लंबे पाँव पसारि" जैसे की कबीर साहेब कहते हैं एक रोज जब इस तन से प्राण निकल जाएंगे तो तुमको लम्बे पाँव पसार कर सोना ही है। इसलिए अज्ञानता की नींद को त्याग करके चेतन अवस्था को प्राप्त करो और हरी के नाम का सुमिरण करो। 

Kabir Doha (Couplet) Hindi Meaning : Why are you sleeping in ignorance, wake up and chant Name of Hari. Death is standing above your head and you have already spent the score of good deeds in wordly things.

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