जिनके नाम निशान है तिन अटकावै कौन हिंदी मीनिंग कबीर के दोहे

जिनके नाम निशान है तिन अटकावै कौन हिंदी मीनिंग Jinke Nam Nishan Hai Meaning : Kabir ke Dohe

जिनके नाम निशान है, तिन अटकावै कौन।
पुरुष खजाना पाइया, मिटि गया आवा गौन ॥
Jinke Naam Nishan Hai, Tin Atkave Koun,
Purush Khajana Paiya, Miti Gaya Avagoun.

हिंदी मीनिंग/अर्थ /भावार्थ : जिनके मन में भगवान के प्रति भक्ति और ज्ञान है उनको भला कौन अटका सकता है, कोई नहीं। उस तत्व ज्ञान को पाकर तो मनुष्य जीवन मृत्यु के भाव से मुक्त हो जाता है। ज्ञान के आधार पर ही व्यक्ति भव सागर से पार हो सकता है। इश्वर के नाम सुमिरन की महिमा है की जिस साधक (भक्त) के हृदय में इश्वर का नाम है उसे मुक्ति (मोक्ष) से कौन रोक सकता है ? ऐसे पुरुष (जीव) ने अमूल्य खजाने को प्राप्त कर लिया है, और उसका जन्म मरन (आव गमन) का चक्र भी मिट गया है, वह जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो गया है। 
 
जिनके नाम निशान है तिन अटकावै कौन हिंदी मीनिंग Jinke Nam Nishan Hai Meaning

 
जीवन में प्रभु-ज्ञान के निशान अंकित करने वाले व्यक्ति आध्यात्मिक विकास के मार्ग पर आगे बढ़ते हैं और मुक्ति के पथ को प्राप्त करते हैं। प्रभु-ज्ञान का अर्थ है ईश्वर के ज्ञान को प्राप्त करना, आत्मा के साक्षात्कार का अनुभव करना और सच्ची भावना से ईश्वर के प्रति समर्पित होना। इस भक्ति और ज्ञान के मार्ग पर चलने से व्यक्ति मुक्ति की प्राप्ति के लिए प्रयासरत हो जाता है।
 
यहाँ कबीर साहेब की वाणी है कि जो मनुष्य सतगुरु (सच्चे गुरु) के नाम का निशान अपने हृदय में धारण करता है, वह अपनी सामर्थ्य से उन्हें रोक नहीं सकता है। ऐसे लोग परम पुरुष परमात्मा के ज्ञान के रूप में एक भंडार को प्राप्त करते हैं। इस ज्ञान रूपी भंडार से उन्हें जन्म-मरण के भवसागर से पार उतरने की क्षमता मिलती है, और वे अन्ततः परमपद (आत्मा का अनन्त स्थान) को प्राप्त करते हैं।

कबीर साहेब का यह सन्देश आध्यात्मिक विकास और मोक्ष के मार्ग को बताता है। सतगुरु के मार्गदर्शन में चलने से व्यक्ति अपने अन्तरंग ज्ञान को जागृत करता है, जिससे वह संसारिक बंधनों से मुक्त होकर परमात्मा को प्राप्त करता है।
भक्ति और साधना विषय में विभिन्न धार्मिक दृष्टिकोण और अनुभव हो सकते हैं और व्यक्ति उसे अपनी संबंधित संस्कृति और मार्ग के अनुसार व्यक्त करता है। आपका प्रतिक्रियात्मक दृष्टिकोण समझा जा सकता है।

 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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