लाठी हाथ मैं तो सगळा साथ मै मुहावरे का अर्थ

लाठी हाथ मैं तो सगळा साथ मै-राजस्थानी कहावत

हिंदी में अर्थ:- यह कहावत राजस्थानी संस्कृति में शक्ति और अधिकार के महत्व को दर्शाती है। इसका मतलब है कि जिसके पास ताकत या साधन होते हैं, उसे हर कोई समर्थन देता है। समाज में शक्तिशाली व्यक्ति के चारों ओर लोग स्वाभाविक रूप से इकट्ठा हो जाते हैं, जबकि कमजोर व्यक्ति अक्सर अकेला रह जाता है। यह कहावत जीवन के व्यावहारिक दृष्टिकोण को उजागर करती है और यह समझने की प्रेरणा देती है कि शक्ति से ही सम्मान और समर्थन प्राप्त होता है। लाठी हाथ में तो सभी साथ में होते हैं। शक्तिशाली का सभी साथ देते हैं। इस राजस्थानी मुहावरे का अर्थ है की जिसके पास शक्ति होती है सभी उसी के साथ हो लेते हैं, कमजोर का कोई साथी नहीं होता है। 
 
लाठी हाथ मैं तो सगळा साथ मै राजस्थानी मुहावरे का अर्थ

This phrase emphasizes the importance of power and authority. It means that people naturally align themselves with those who hold power or resources, while the weak often remain unsupported. It reflects the practical reality of society where strength earns respect and alliances.

यह कहावत हमें यह सिखाती है कि शक्ति का समाज में विशेष स्थान है। इतिहास से लेकर वर्तमान तक, यह देखा गया है कि जब किसी व्यक्ति के पास धन, अधिकार, या साधन होते हैं, तो लोग उसका साथ देते हैं। वहीं, जिनके पास इनका अभाव होता है, वे प्रायः अकेले पड़ जाते हैं। यह मुहावरा यह भी संकेत देता है कि केवल शक्ति ही नहीं, बल्कि उसका उपयोग सही दिशा में होना भी महत्वपूर्ण है।

This phrase teaches that power holds a special position in society. Throughout history and even today, it is evident that people tend to support those who possess wealth, authority, or resources. On the other hand, those lacking such assets often find themselves isolated. The phrase also hints at the responsible use of power, as its direction and intent are equally important.
 
"जिसकी लाठी उसकी भैंस" मुहावरे का अर्थ है, "जो शक्तिशाली होता है, वही अपनी बात मनवाता है।" यह मुहावरा उस स्थिति को दर्शाता है, जहाँ कोई व्यक्ति या समूह अपनी ताकत, प्रभाव या सत्ता के कारण दूसरों पर अपनी शर्तें लागू कर पाता है। यह मुहावरा सामाजिक या कार्यस्थल पर शक्ति और प्रभाव के उपयोग को बयान करता है, जहां ताकतवर व्यक्ति या वर्ग की बातें अधिक मानी जाती हैं।
इस मुहावरे की व्याख्या:

इस मुहावरे को हम उस स्थिति में प्रयोग करते हैं जब कोई व्यक्ति अपनी शक्ति, संपत्ति या स्थिति का इस्तेमाल दूसरों पर दबाव बनाने के लिए करता है। उदाहरण के तौर पर, किसी कंपनी में यदि एक उच्च अधिकारी का कद बहुत बड़ा हो और वह किसी बात को अपनी इच्छा के अनुसार बदलता है, तो इसे "जिसकी लाठी उसकी भैंस" के रूप में व्यक्त किया जा सकता है।

वाक्य में प्रयोग:
  • आजकल जो शक्तिशाली व्यक्ति है, उसकी ही विजय होती है, जिसकी लाठी उसकी भैस।
  • एक शक्ति सम्पन्न आदमी अपना काम बना ही लेता है, लाठी हाथ मैं तो सगळा साथ मै।
  • जिसके पास शक्ति होती है, वही अधिकार प्राप्त कर पाता है।
  • हमेशा ताकतवर व्यक्ति की बात माननी पड़ती है, लाठी हाथ मैं तो सगळा साथ मै।
  • मोहित ने बिना लाइन में लगे ही काम करा लिया, क्योंकि वह जमींदार के करीबी रिश्तेदार था, यही है 'जिसकी लाठी उसकी भैंस'।
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Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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