पलक बिछाणी राजस्थानी कहावत Rajasthani Phrase
हिंदी में अर्थ:- "पलक बिछाणी" का मतलब है बहुत ही प्रेम और सत्कार के साथ किसी का स्वागत करना। इस कहावत में "पलक" का तात्पर्य आंखों के पलकों से है, और "बिछाणी" का मतलब बिछा देना है। यह कहावत इस बात को दर्शाती है कि किसी का स्वागत इतने प्रेम और सम्मान से किया जाए मानो अपने पलकों को बिछाकर उसके लिए मार्ग बनाया जा रहा हो। राजस्थानी संस्कृति में यह कहावत विशेष रूप से अतिथियों के आदर और प्रेम भरे सत्कार को दर्शाती है।

"Palak Bichhani" means to welcome someone with immense love and respect, symbolizing laying down one's eyelids as a pathway to honor their arrival.
राजस्थानी कहावत "पलक बिछाणी" मेहमाननवाजी की अद्भुत परंपरा को दर्शाती है। यह कहावत बताती है कि किसी को अपना बनाने और उनका दिल जीतने के लिए सच्चे दिल से सत्कार करना आवश्यक है। इसे केवल शब्दों का प्रयोग न मानकर, यह भाव को व्यक्त करती है कि मेहमान को अपने परिवार का हिस्सा मानकर अत्यंत प्रेम और आदर के साथ स्वागत किया जाए। यह कहावत भारतीय संस्कृति के "अतिथि देवो भवः" सिद्धांत को भी प्रमाणित करती है।
The Rajasthani phrase "Palak Bichhani" represents the rich tradition of hospitality. It signifies welcoming someone with utmost love and care, treating them as family. This phrase is not just about words but conveys the heartfelt emotion of honoring guests with respect and warmth. It reflects the essence of Indian culture's saying, "Atithi Devo Bhava," where a guest is considered equivalent to God.
राजस्थानी कहावत का अर्थ / पलक बिछानी का अर्थ हिंदी में / राजस्थानी मुहावरों की व्याख्या / पलक बिछानी का उपयोग उदाहरण सहित
मुहावरे हमारे दैनिक जीवन को अधिक प्रभावशाली और रोचक बनाते हैं। यह भाषा को संक्षिप्त, स्पष्ट और आकर्षक बनाने में मदद करते हैं। "पलकें बिछाना" ऐसा ही एक सुंदर मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर किया जाता है। इस मुहावरे का मतलब है किसी का प्रेमपूर्वक स्वागत करना या बड़ी उत्सुकता और सम्मान के साथ किसी का इंतजार करना।
"पलकें बिछाना" का मतलब होता है किसी के आगमन की प्रतीक्षा में प्रेम, उत्साह और सम्मान दिखाना। इसका उपयोग तब होता है जब कोई व्यक्ति किसी की प्रतीक्षा में इतना लीन हो कि मानो अपनी पलकें ज़मीन पर बिछा दी हों ताकि आने वाले का स्वागत और इंतजार खास हो जाए।
"पलकें बिछाना" मुहावरा प्रेम, सम्मान और प्रतीक्षा के भाव को दर्शाता है। जब हम किसी का बेसब्री से इंतजार करते हैं या किसी खास मेहमान के स्वागत में दिल से उत्साहित होते हैं, तो इस मुहावरे का उपयोग करते हैं। यह भावनात्मक लगाव और सम्मान की गहराई को व्यक्त करता है। उदाहरण के लिए, एक माँ जो अपने बेटे का इंतजार कर रही है, वह अपनी भावनाओं को "पलकें बिछाना" मुहावरे से व्यक्त कर सकती है।
उदाहरण वाक्य:
- माँ अपने बेटे के विदेश से लौटने का पलकें बिछाकर इंतजार कर रही थी।
- त्योहार पर बच्चों ने नए कपड़े पहनने के लिए पलकें बिछाकर इंतजार किया।
- परीक्षा का परिणाम जानने के लिए छात्र पलकें बिछाकर स्कूल की वेबसाइट देख रहे थे।
- शादी की तारीख करीब आने पर प्रिया ने अपने नए जीवन की शुरुआत का पलकें बिछाकर इंतजार किया।
- वर्ल्ड कप जीतने के बाद जनता ने खिलाड़ियों के स्वागत के लिए पलकें बिछाई।
“To eagerly await someone or something with love and respect.”
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The phrase "Palke Bichana" in Hindi symbolizes an expression of deep love, respect, and anticipation. It is used to describe a situation where someone is eagerly waiting for a special person or event, showing their heartfelt emotions. For instance, when a mother eagerly awaits her son’s return from abroad, she might metaphorically "lay her eyelids on the ground" to welcome him with utmost affection and enthusiasm.