अलूणा घी हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब
कच्चे घी को अलूणा घी कहते हैं। यह घी दही को
मंथने से प्राप्त होता है। चुटिया घी को ही गर्म करके बाद में घी को बनाया
जाता है। इसे आप बटर कह सकते हैं।
चुटिया घी या कच्चा घी एक मलाई से
तैयार पीला अथवा सफ़ेद वसा होता है जिसे रोटी के साथ खाया जाता है, इसे
अन्य कई भोजन सामग्रियों में सीधे ही उपयोग में लिया जाता है। रात्रि को
दूध को जावणी में दही बनाने के लिए जावण लगा कर रखा जाता है और सुबह दही को
जावणी से बिलोवणा में निकाल लिया जाता है। बिलोवना/बिलोवणा में दही को
मक्खन निकालने के लिए झरना की सहायता से मथां जाता है। इस क्रिया में कच्चा
घी प्राप्त होता है जिसे अलूणा घी कहा जाता है।
विशेष
है की कच्चे घी/चुटिया घी को अलग करने के उपरान्त छाछ को बिलोवणा में रखा
जाता है जिससे वह पुरे दिन ठंडी रहती है और खट्टी नहीं होती है। छाछ को
बिलोवणा से निकालने के लिए नारियल के खोल से एक बाउल बनाया जाता है जिसे
"टोकसी" कहा जाता है।
अलूणा घी शब्द राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसे आंचलिक स्तर पर कई प्रकार से बोला जाता है, यथा, Choontiya/ Aluna Ghee/ Aluna Ghee Ghee आदि।
अलूणा घी शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun ) है। ऐसे शब्द जिनसे किसी विशेष स्थान, विशेष वस्तु और विशेष व्यक्ति का बोध होता है उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहा जाता है।