शिरडी तेरी तुझको पुकारे कब आओगे मेरे तुम साईं
शिरडी तेरी तुझको पुकारे कब आओगे मेरे तुम साईं
शिरडी तेरी तुझको पुकारे,
कब आओगे मेरे तुम साईं,
क्यों आने में देर लगाई,
क्यों आने में देर लगाई,
कब आओगे मेरे तुम साईं।
दर्द से धरती डोल रही है,
पाप-पुण्य को तोल रही है,
मेरी शिरडी बोल रही है,
मन में जोत समाई,
कब आओगे मेरे तुम साईं।
साँच सवर के टूटे धागे,
झूठ कपट है सब से आगे,
अंधकार में फंसा है मानव,
कौन करे रोशनाई,
कब आओगे मेरे तुम साईं।
पानी से जो दीप जलाए,
सबका मालिक वो कहलाए,
दारा को जी मीत तो चाहे,
तेरे चरणों की परछाईं,
कब आओगे मेरे तुम साईं।
दर्द से धरती डोल रही है,
पाप-पुण्य को तोल रही है,
मेरी शिरडी बोल रही है,
मन में जोत समाई,
कब आओगे मेरे तुम साईं।
साँच सवर के टूटे धागे,
झूठ कपट है सब से आगे,
अंधकार में फंसा है मानव,
कौन करे रोशनाई,
कब आओगे मेरे तुम साईं।
पानी से जो दीप जलाए,
सबका मालिक वो कहलाए,
दारा को जी मीत तो चाहे,
तेरे चरणों की परछाईं,
कब आओगे मेरे तुम साईं।
Kab Aaoge Mere Tum Sai by Meet Manak - New Sai Baba Bhakti Songs | Shemaroo Bhakti
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
About Bhajan -
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Singer: Meet Manak
Music: victor Kamboz
Lyrics: Meet Darabozi
Video: Gulati Brothers
Music: victor Kamboz
Lyrics: Meet Darabozi
Video: Gulati Brothers
मानव जीवन में जब पीड़ा और असमंजस का अंधकार गहराता है, तब आत्मा किसी उच्च शक्ति की ओर आकुल होकर पुकार उठती है। यह पुकार केवल किसी चमत्कार की नहीं, बल्कि उस दिव्य उपस्थिति की है, जो हमारे भीतर आशा, विश्वास और प्रेम की लौ जलाए रखती है। जब संसार में पाप और पुण्य का संतुलन डगमगाने लगता है, तब मनुष्य के भीतर से एक आंतरिक आवाज़ उठती है—सत्य की, करुणा की, और मार्गदर्शन की। यह आवाज़ हमें अपने भीतर झांकने, अपनी अंतरात्मा की ज्योति को पहचानने और उस दिव्यता से जुड़ने के लिए प्रेरित करती है, जो हर युग में, हर स्थान पर, हर हृदय में विद्यमान है।
आज के समय में जब छल, कपट और असत्य की धुंध ने मानवता को घेर लिया है, तब एक सच्चे मार्गदर्शक की आवश्यकता और भी अधिक महसूस होती है। जो व्यक्ति अपने जीवन में सच्चाई, सरलता और भक्ति का दीप जलाता है, वही वास्तव में प्रभु का सच्चा भक्त कहलाता है। जीवन की कठिनाइयों में, जब हर ओर निराशा छा जाती है, तब केवल प्रभु चरणों की छाया ही शांति और आश्रय देती है। यह विश्वास कि कोई परम शक्ति सदा हमारे साथ है, हमें अंधकार से प्रकाश की ओर, असत्य से सत्य की ओर, और भय से निर्भयता की ओर ले जाती है। यही आंतरिक पुकार, यही प्रतीक्षा, अंततः आत्मा को परमात्मा से जोड़ देती है।
आज के समय में जब छल, कपट और असत्य की धुंध ने मानवता को घेर लिया है, तब एक सच्चे मार्गदर्शक की आवश्यकता और भी अधिक महसूस होती है। जो व्यक्ति अपने जीवन में सच्चाई, सरलता और भक्ति का दीप जलाता है, वही वास्तव में प्रभु का सच्चा भक्त कहलाता है। जीवन की कठिनाइयों में, जब हर ओर निराशा छा जाती है, तब केवल प्रभु चरणों की छाया ही शांति और आश्रय देती है। यह विश्वास कि कोई परम शक्ति सदा हमारे साथ है, हमें अंधकार से प्रकाश की ओर, असत्य से सत्य की ओर, और भय से निर्भयता की ओर ले जाती है। यही आंतरिक पुकार, यही प्रतीक्षा, अंततः आत्मा को परमात्मा से जोड़ देती है।
यह भजन भी देखिये
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |
