किसे दी गरीबी दा मज़ाक नहीं उड़ाई दा

किसे दी गरीबी दा मज़ाक नहीं उड़ाई दा

किसे दी गरीबी दा मज़ाक नहीं उड़ाई दा,
तू की जाने भेद मेरे साईं दी खुदाई दा,
किसे दी गरीबी......

माथे दीyan लीक़ा नाल मथा नहीं लाईदा,
किसे दी गरीबी......

कल दा की पता, हुण कहर दी गुज़ारना,
कदे पैंदा जितना ते कदे पैंदा हारना,
लेखा दे सताया नु न होर सताई दा,
किसे दी गरीबी......

पता नहीं कहंदेया रंगा विच राज़ी है,
पल विच जीती बंदा हार जांदा बाज़ी है,
रब दी रज़ा दे विच राज़ी रहना चाहिदा,
किसे दी गरीबी......

करदा है मान इथे कोठियां ते चारा दा,
निकल दिवाला जांदा वड़े साहुकारा दा,
पैसे पीछे लगया ते यार न गवाई दा,
किसे दी गरीबी......

सधरा ते चाहवा वाला गला घुट जांदे ने,
अपना बना के इथे यार लुट जांदे ने,
ऐवे हर साथी नु न सजन बनाई दा,
किसे दी गरीबी......


इस भजन को दिल लगाकर सुनना आप खुद के जीवन की अहमियत को जान जाओंगे #OmSaiRam

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

About Bhajan -

Song Name: KISI DI GARIBI
Singer Name: Ranjeet Raja
 
मानव जीवन में सबसे बड़ी सीख यही है कि किसी की परिस्थिति, विशेषकर उसकी गरीबी या अभाव का उपहास नहीं करना चाहिए। हर व्यक्ति के जीवन की कठिनाइयाँ और संघर्ष उसके भाग्य, कर्म और ईश्वर की इच्छा से जुड़े होते हैं, जिनका रहस्य केवल परमात्मा ही जानता है। बाहरी दिखावे, धन-दौलत या सामाजिक प्रतिष्ठा से किसी के वास्तविक मूल्य का आंकलन नहीं किया जा सकता। जीवन में कभी भी परिस्थितियाँ बदल सकती हैं—आज जो संपन्न है, कल उसे अभाव का सामना करना पड़ सकता है, और जो आज विपन्न है, वह कल समृद्धि को प्राप्त कर सकता है। इसलिए दूसरों के दर्द, अभाव या संघर्ष को समझना और उनके प्रति सहानुभूति रखना ही सच्ची मानवता है।

Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post