
भोले तेरी भक्ति का अपना ही
काली हल्दी पाचन को करे दुरुस्त
काली हल्दी का सेवन करना पाचन तंत्र के लिए बहुत ही लाभप्रद होता है। इससे पेट संबंधित समस्याएं जैसे एसिडिटी, गैस, अपच, अजीर्ण आदि में राहत प्राप्त होती है। एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होने से यह पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाता है। जिससे पेट संबंधी विकार में राहत प्राप्त होती है। काली हल्दी का सेवन हेल्दी डायजेशन को सुधारता है और यह आयुर्वेद में पित्त को नियंत्रित करती है। नियमित रूप से संतुलित मात्रा में काली हल्दी लेने से पित्त विकार दूर होता है और पाचन तंत्र में सुधार होता है। पाचन को मजबूत करने के अतिरिक्त काली हल्दी लिवर के लिए भी गुणकारी है।इंफेक्शन से मिलती है राहत
काली हल्दी का सेवन करने से इंफेक्शन में राहत प्राप्त होती है। काली हल्दी में प्राकृतिक रूप से एंटीबैक्टीरियल और और एंटी फंगल प्रॉपर्टीज होती है जो हमें इंफेक्शन से राहत प्राप्त करने में सहायक होती है। स्किन इन्फेक्शन में भी हल्दी का लेप लगाने से जल्दी राहत प्राप्त होती है।मसूड़े एवं दांतों के लिए भी है काली हल्दी लाभदायक
काली हल्दी से मसूड़े एवं दांतों को साफ करने से मसूड़े स्वस्थ होते हैं। तथा मसूड़े एवं दातों में हुए संक्रमण को दूर करने के लिए भी काली हल्दी के पाउडर का उपयोग किया जाता है।काली हल्दी है एंटी एजिंग
काली हल्दी का सेवन करने से त्वचा संबंधित समस्याएं भी दूर होती हैं। इसके साथ ही हल्दी का लेप लगाने से त्वचा चमकदार एवं स्वस्थ बनती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज त्वचा को स्वस्थ एवं चमकदार बनाए रखने में सहायक होती है। इसका लेप लगाने से त्वचा पर दाग, धब्बे, फुंसी और कील मुंहासे में भी राहत मिलती है। एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होने के कारण यह है संक्रमण को दूर कर त्वचा को चमकदार एवं स्वस्थ बनाती है।मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए भी है लाभदायक
काली हल्दी का सेवन करना मस्तिष्क के लिए भी लाभदायक होता है। इससे मस्तिष्क सुचारू रूप से कार्य करने में सक्षम होता है। काली हल्दी में पाई जाने वाली न्यूरो प्रोटेक्टिव प्रॉपर्टीज मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन कंपाउंड मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाता है। जिससे मानसिक अवसाद और तनाव जैसी समस्याओं में राहत प्राप्त होती है।पोषक तत्वों से है भरपूर काली हल्दी
काली हल्दी में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें विटामिन, मिनरल्स तथा फाइबर की मात्रा भी प्रचुर मात्रा में होती है। जिससे इसका सेवन करने से पाचन तंत्र भी सुचारू रूप से कार्य करता है। तथा हमें पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है।काली हल्दी डायबिटीज में भी है लाभदायक
काली हल्दी का सेवन करने से ब्लड शुगर को भी नियंत्रित किया जा सकता है। यह इंसुलिन के संचय को बढ़ाता है। जिससे डायबिटीज में राहत प्राप्त होती है। इसके सेवन से हाई ब्लड प्रेशर में भी राहत मिलती है। काली हल्दी डायबिटीज विकार में भी गुणकारी होती है। यह ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने और डायबिटीज से जुड़े अन्य लक्षणों को कम करने में लाभकारी है। काली हल्दी में कुछ ऐसे एक्टिव यौगिक होते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करते हैं और बेहतर ग्लाइसेमिक कंट्रोल में सहायक होते हैं। काली हल्दी टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों के लिए खासतौर से उपयोगी है लेकिन फिर भी चिकित्स्क की राय के उपरान्त ही काली हल्दी का उपयोग किया जाना चाहिए।हृदय के स्वास्थ्य के लिए भी है लाभदायक
काली हल्दी का सेवन करना हृदय के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज से हृदय स्वस्थ बना रहता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। जिससे ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। तथा हृदय से संबंधित अन्य समस्याओं में भी सुधार होता है।पीरियड्स में लाभदायक है काली हल्दी
काली हल्दी का सेवन करने से पीरियड्स में होने वाले पेट दर्द में भी राहत मिलती है। पीरियड्स के दौरान एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर पीने से पीरियड्स में होने वाले पेट दर्द में राहत मिलती है।
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं इस ब्लॉग पर रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारियों और टिप्स यथा आयुर्वेद, हेल्थ, स्वास्थ्य टिप्स, पतंजलि आयुर्वेद, झंडू, डाबर, बैद्यनाथ, स्किन केयर आदि ओषधियों पर लेख लिखती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें। |