अच्छे स्वास्थ्य के लिए ओटमील के हैं कई फायदे Oatmeal Health Benefits
अच्छा स्वास्थ्य कई बातों पर निर्भर करता है। आहार विहार, व्यायाम, मानसिक स्थायित्व आदि कई ऐसे कारक हैं जो हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। ये स्थूल और सूक्ष्म दोनों हैं। आज के इस लेख में हम जानेंगे की ओटमील (Oats or Oatmeal जो/जई ) को आहार में शामिल करके हम कैसे इस सुपरफूड का भरपूर फायदा उठा सकते हैं। ओट्स कोई विदेशी खाद्य प्रदार्थ नहीं है अपितु यह जई ही है जो एक साबुत अनाज होता है। भारत में ओट्स की खेती पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश में बहुतयात से होती है। आपको ओट्स मार्केट में आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।
ओटमील के फायदे Oatmeal Benefits Hindi
- ओटमील के सेवन से रोगप्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। ओट्स में घुलनशील फाइबर और बीटा-ग्लूकैन पाये जाते हैं, जिससे शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम बनता है.ओट्स एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जिससे शरीर रोगों से मुक्त रहता है .
- ओट्स कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम रखने में सहायक है .
- रक्त शर्करा में सुधार के लिए ओटमील लाभदाई है.
- ओटमील के सेवन से कार्डियोवैस्कुलर बीमारी से बचाव होता है .
- ओट्स सोल्यूबल और इनसोल्यूबल फाइबर का उच्च स्त्रोत है, जिसके कारण यह कब्ज को दूर रखता है।
- ब्लड शुगर का स्तर बढ़ना टाइप-2 डायबिटीज़ को नियंत्रित रखता है।
- प्रोटीन, फाइबर, कार्ब्स की अच्छी मात्रा होती है। ओटमील में मैंगनीज, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन, जिंक, फोलेट, विटामिन बी1 और विटामिन बी5 भी होता है, जो समुचित पोषण देते हैं।
- ओटमील के सेवन से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और टोटल कोलेस्ट्रॉल में कमी आती है।
- ओट्स में कई पोषक तत्व होते हैं जिससे शरीर मानसिक और शारीरिक रूप से पुष्ट बनता है.
- एक शोध जो Pubmed में प्रकाशित है, के अनुसार ओट्स में avenanthramides नाम का एंटीऑक्सीडेंट्स का ग्रुप होता है, जिससे ब्लड फ्लो का प्रेशर नॉर्मल होने में मदद मिलती है (1 )
- ओट्स में एक सॉल्यूबल फाइबर भी होता है जिसके कारण से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और टोटल कोलेस्ट्रॉल में कमी आती है।
- ओटमील सुपाच्य है और कब्ज दूर करता है। यदि आप बवासीर से पीड़ित हैं तो इसे अपने आहार में अवश्य शामिल करें।
ओटमील की न्यूट्रीशनल वैल्यू Oatmeal ki Nutritional Value
ओटमील के सेवन से कई लाभ होते हैं। ओटमील से हमें थायमिन, ज़िंक, मैग्नीशियम, आयरन, मैंगनीज, फॉस्फोरस और सेलेनियम आदि प्राप्त होते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, ओट्स पोषण का पावरहाउस है, इसीलिए इसको सुपरफूड भी कहा जाता है। ओट्स फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट आदि से भरपूर होता है। ओट्स शरीर को उचित पोषण देता है क्योंकि ओट्स में विटामिन और मिनरल होते हैं जो शरीर के पोषण के लिए आवश्यक हैं जैसे की मैंगनीज, फास्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, सेलेनियम आदि। USDA के अनुसार ओट्स में निम्न पोषक तत्व होते हैं -
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं- त्रिफला चूर्ण के फायदे Trifala Churna Ke Fayade Hindi
- पतंजली आरोग्यवटी के फायदे घटक Patanjali Arogyavati Ke Fayde
- पतंजलि गिलोय घनवटी के फायदे घटक Patanjali Giloy Ghanvati Benefits Hindi
कार्बोहाइड्रेट: 66.28 ग्राम
फाइबर: 10.6 ग्राम
शर्करा: 5.15 ग्राम
प्रोटीन: 13.01 ग्राम
वसा: 6.24 ग्राम
मिनरल:
- कैल्शियम: 54 मिलीग्राम
- आयरन: 4.71 मिलीग्राम
- मैग्नीशियम: 127 मिलीग्राम
- फास्फोरस: 426 मिलीग्राम
- पोटेशियम: 426 मिलीग्राम
- सोडियम: 5 मिलीग्राम
- जिंक: 3.94 मिलीग्राम
- विटामिन B1 (थायमिन): 0.46 मिलीग्राम
- विटामिन B2 (रिबोफ्लेविन): 0.11 मिलीग्राम
- विटामिन B3 (नियासिन): 1.14 मिलीग्राम
- विटामिन B6: 0.12 मिलीग्राम
- फोलेट: 57 माइक्रोग्राम
- विटामिन E: 1.52 मिलीग्राम
- विटामिन K: 1.93 माइक्रोग्राम
- एंटीऑक्सीडेंट
- बीटा-ग्लूकैन
क्या हैं साइड इफेक्ट (Oats Side Effects)
ओट्स वैसे तो हेल्थ के लिए बहुत अच्छे होते हैं लेकिन यदि आपको कोई एलर्जी है तो इसके सेवन से पूर्व चिकित्सक की सलाह अवश्य प्राप्त कर लें।कितना खाएं ओट्स Oats Daily Intake
नाश्ते में आप ओट्स अपनी भूख के अनुसार खा सकते हैं और इसके अतिरिक्त यदि अपना वजन कम कर रहे हैं तो आपको प्रतिदिन 250 ग्राम ओट्स का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है जिससे अधिक भोजन से हम बचते हैं।ओट्स कैसे खाएं सबसे अच्छा तरीका
दही के साथ : दही के साथ ओट्स का सेवन सबसे अच्छा तरिका है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है। ओट्स का सेवन लंच, डिनर या ब्रेकफास्ट में भी किया जा सकता है। पूरे दिन भर में दो बार भी खा सकते हैं।आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
- पतंजलि मेधा वटी के फायदे Patanjali Medha Vati Ke Fayde
- पतंजलि रसराज रस के फायदे उपयोग घटक Patanjali Rasraj Ras Benefits Uses Ingredients
- पतंजलि दिव्य च्यवनप्राश के फायदे Patanjali Divya Chvyanprash Ke Fayde