स्वागत है मेरे ब्लॉग पर, इस पोस्ट में हम जानेंगे "राजा मिडास और गोल्डन टच" की कहानी। यह एक प्राचीन कथा है जो हमें बताती है कि लालच का परिणाम हमेशा बुरा ही होता है। इस कहानी के माध्यम से आप समझ पाएंगे कि कैसे अत्यधिक धन संपत्ति की इच्छा कभी-कभी हमारे अपनों से भी कीमती लगने लगती है, और आखिर में कैसे हमें यह एहसास होता है कि सच्चा सुख केवल संतोष और प्रेम में ही है। आइए जानते हैं इस प्रेरणादायक कहानी को सरल हिंदी में।
राजा मिडास और गोल्डन टच की कहानी
कई साल पहले एक सुंदर शहर में मिडास नाम का एक राजा अपनी रानी और बेटी के साथ रहता था। राजा मिडास के पास बहुत सारा सोना था, और वह उसे बहुत पसंद करता था। उसके सोने के प्रति इतने प्रेम का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने अपनी बेटी का नाम भी "सोनपरी" रख दिया। उसके जीवन में केवल दो ही चीजें सबसे प्रिय थी, सोना और उसकी बेटी सोनपरी। राजा हमेशा सोना सोना ही करता रहता था। उसे जहां भी सोना मिलता उसे राजमहल में ले आता।
राजा मिडास अपनी तिजोरी में सारा सोना जमा करता और रोज उसे गिनता। उसकी इस आदत पर रानी अक्सर कहती, "महाराज, रोज-रोज इस सोने को गिनने से कुछ नहीं बदलेगा। अगर आप इसी तरह सोना गिनते रहेंगे, तो एक दिन ये सब गायब हो जायेगा।" राजा को यह सुनकर गुस्सा आ जाता और वह कहता, "तुम क्या समझोगी सोने का महत्व, दुनिया में इससे ज्यादा कीमती कुछ भी नहीं है।"
जहां राजा को सोने से बेहद प्रेम था, वहीं सोनपरी का स्वभाव उसके बिल्कुल विपरीत था। उसे सोने में कोई रुचि नहीं थी और वह बगीचों में खेलते हुए फूलों, पेड़-पौधों से प्यार करती थी। अक्सर वह राजा से कहती, "पिताजी, देखिए, ये फूल कितने सुंदर हैं।" परंतु राजा हमेशा उत्तर देता, "हां, सुंदर हैं, पर अगर ये सोने के होते तो और ज्यादा सुंदर लगते।"
जहां राजा को सोने से बेहद प्रेम था, वहीं सोनपरी का स्वभाव उसके बिल्कुल विपरीत था। उसे सोने में कोई रुचि नहीं थी और वह बगीचों में खेलते हुए फूलों, पेड़-पौधों से प्यार करती थी। अक्सर वह राजा से कहती, "पिताजी, देखिए, ये फूल कितने सुंदर हैं।" परंतु राजा हमेशा उत्तर देता, "हां, सुंदर हैं, पर अगर ये सोने के होते तो और ज्यादा सुंदर लगते।"
राजा मिडास का सोने के प्रति लालच दिन-ब-दिन बढ़ता गया। वह सबसे अमीर व्यक्ति बनना चाहता था, और यही सोचते-सोचते उसने भगवान से प्रार्थना करना शुरू कर दिया। उसने खाना-पीना छोड़कर ध्यान लगाना शुरू किया। कई दिनों तक उसकी तपस्या चलती रही, अंत में भगवान उसकी प्रार्थना से प्रसन्न हुए और उसके सामने प्रकट हुए। भगवान ने राजा से पूछा कि उसे क्या वरदान चाहिए। राजा मिडास ने कहा, "मुझे ऐसा वरदान दें कि मैं जिस भी चीज को छुऊं, तो वह सोने की बन जाए।"
भगवान ने राजा की यह इच्छा पूरी कर दी और चेतावनी दी कि सोने से हर खुशी नहीं खरीदी जा सकती। राजा ने इस चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया और खुशी-खुशी अपने महल में लौट आया। उसने महल की हर चीज को छूना शुरू किया कुर्सी, मेज, गमले, पलंग और सब कुछ सोने का बनता चला गया। वह बगीचे में जाकर पेड़-पौधों और फूलों को भी सोने का बना देता। थककर जब राजा को भूख लगी, तो वह महल में खाना खाने पहुंचा।
भगवान ने राजा की यह इच्छा पूरी कर दी और चेतावनी दी कि सोने से हर खुशी नहीं खरीदी जा सकती। राजा ने इस चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया और खुशी-खुशी अपने महल में लौट आया। उसने महल की हर चीज को छूना शुरू किया कुर्सी, मेज, गमले, पलंग और सब कुछ सोने का बनता चला गया। वह बगीचे में जाकर पेड़-पौधों और फूलों को भी सोने का बना देता। थककर जब राजा को भूख लगी, तो वह महल में खाना खाने पहुंचा।
मेज पर तरह-तरह के पकवान, मिठाइयां और फल रखे थे, लेकिन जैसे ही उसने खाना खाना शुरू किया, वह भोजन सोने में बदल गया। उसने फल उठाया तो वह भी सोने का बन गया, पानी को हाथ लगाया तो पानी भी सोने का बन गया। अब राजा को चिंता होने लगी कि वह क्या खायेगा। अब राजा को अपनी मूर्खता समझ में आई।
तभी उसकी बेटी सोनपरी उसके पास आई और उसे देखकर परेशान हो गई। उसने अपने पिता को सांत्वना देने के लिए गले लगाने की कोशिश की, और जैसे ही उसने राजा को छुआ, वह भी सोने की मूर्ति में बदल गई।
यह दृश्य देखकर राजा मिडास फूट-फूट कर रोने लगा। उसने फिर से भगवान से प्रार्थना की और उनसे वरदान वापस लेने की विनती की। भगवान ने उसकी सच्चे पश्चाताप को देखते हुए वरदान वापस ले लिया और सब कुछ पहले जैसा हो गया। सोनपरी फिर से बगीचे में खेलने लगी और राजा ने भी सोने के लालच को त्याग दिया। उसने अपनी तिजोरी पर ताला लगा दिया और सोना गिनना भी बंद कर दिया। अब राजा हर चीज को महत्व देने लगा। वह प्रकृति के भी नजदीक जाता और अपनी राजकुमारी के साथ बगीचे में भी समय बीताता। राजा के इस व्यवहार से महल के सभी व्यक्ति बहुत खुश थे।
किंग मिडास का गोल्डेन टच | King Midas Touch in Hindi | Kahani | HindiFairyTales Fairy Tales
कहानी से शिक्षा
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि लालच एक बुरी बला है और इसका परिणाम हमेशा बुरा ही होता है। सच्ची खुशी धन-दौलत में नहीं बल्कि संतोष और प्रेम में है।आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
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Author - Saroj Jangir
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