स्वागत है मेरे पोस्ट में। इस पोस्ट में हम एक प्रेरणादायक कहानी "लड़ती बकरियां और सियार" के बारे में जानेंगे। यह कहानी हमें सिखाती है कि दूसरों के झगड़े में दखल देना कैसे हानिकारक हो सकता है और लालच से बचे रहना क्यों महत्वपूर्ण है। कहानी के माध्यम से हम समझेंगे कि कैसे अकसर गुस्सा और लालच हमारी ही हानि का कारण बन जाते हैं। तो चलिए, इस कहानी के माध्यम से जीवन की एक अनमोल सीखते हैं।
बकरियां और सियार की कहानी
बहुत समय पहले की बात है। एक घने जंगल में दो बकरियों के बीच किसी बात पर बहस हो गई। धीरे-धीरे यह बहस इतनी बढ़ गई कि दोनों में हाथापाई होने लगी। वे इतनी जोर से लड़ रही थीं कि दोनों एक-दूसरे को घायल करने पर उतारू थीं। लड़ाई के दौरान दोनों ही बकरियों के शरीर से खून निकलने लगा।इस झगड़े को पास से एक साधु देख रहा था। साधु ने सोचा कि अगर ये बकरियां इसी तरह लड़ती रहीं, तो दोनों को ही चोट लगेगी। परंतु बकरियों को अपनी चोट की कोई परवाह नहीं थी और वे बस आपसी झगड़े में लगी रहीं और एक दूसरे को घायल करती रही।
इसी दौरान, वहां से एक भूखा सियार गुजर रहा था। उसने जब देखा कि दोनों बकरियां बुरी तरह लड़ रही हैं, तो उसके मन में लालच आ गया। सियार ने सोचा, "यह अच्छा मौका है! अगर ये दोनों बकरियां इसी तरह लड़ती रहीं तो मैं इन्हें मारकर अपनी भूख मिटा सकता हूं।"
जैसे ही सियार ने यह सोचा, वह धीरे-धीरे बकरियों के करीब जाने लगा। सियार के मन में यही खयाल था कि बकरियां लड़-लड़कर इतनी कमजोर हो चुकी हैं कि वह उन्हें आसानी से अपना शिकार बना सकता है। पास खड़े साधु ने यह सब देखा, तो वह चिंतित हो गया कि कहीं सियार को बकरियों से चोट न लग जाए।
उसी वक्त, बकरियों की नजर सियार पर पड़ी। उन्होंने तुरंत आपसी झगड़ा छोड़कर सियार की ओर देखा और एकजुट होकर उस पर हमला कर दिया। अचानक हमले से सियार घबरा गया और भागने लगा। बकरियों के हमले से घायल हुआ सियार किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग निकला।
सियार के भागते ही बकरियों ने आपस में लड़ना बंद कर दिया और अपने-अपने घर लौट गईं। साधु भी अपनी जगह से संतुष्ट होकर अपने रास्ते पर निकल पड़ा।
कहानी से शिक्षा
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि कभी भी लालच में नहीं पड़ना चाहिए और दूसरों के झगड़े में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। लालच और दूसरों की लड़ाई में पड़ने से हमेशा नुकसान ही होता है। कहानी को पढ़कर हम अपने जीवन में महत्वपूर्ण शिक्षा लेकर अपने व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाते हैं। यह कहानी विशेष रूप से बच्चों के लिए सरल शब्दों में बताई गई है, ताकि बच्चे भी आसानी से जीवन के महत्वपूर्ण सबक सीख सकें।आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं एक विशेषज्ञ के रूप में रोचक जानकारियों और टिप्स साझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें। |