पके हुए केले के फायदे Benefits of Ripen Banana
पका हुआ केला है लाभदायक: (मूसा पैराडिसिका) पका हुआ केला एंटी ऑक्सीडेंट्स का एक बेहतरीन जरिया है। कच्चे केलों की तुलना में पके हुए केले में ज्यादा मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसलिए केले के छिलके पर दाग देखकर उसे सड़ा हुआ समझने की गलतफहमी मत रखिये।
पके हए केले में ज्यादा एंटी ऑक्सीडेंट्स तो होते ही हैं साथ ही ये वाइट ब्लड सेल्स को भी बढ़ाने में योगदान देते हैं। विशेषज्ञों का मानना है की पके हुए केले में कैंसर सेल्स से भी लड़ने की ताकता होती है। मोटे रूप में केले में शर्करा, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, फॉस्फोरस, जिंक, कॉपर, आदि अनेक रासायनिक पदार्थ पाये जाते है। केले में थाइमिन, रिबोफ्लेविन, नियासिन, फॉलिक एसिड, विटामिन ए और विटामिन बी भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। इनके अलावा केले में पानी की मात्रा 64.3 प्रतिशत, प्रोटीन 1.3 प्रतिशत, कार्बोहाईड्रेट 24.7 प्रतिशत तथा चिकनाई 8.3 प्रतिशत होती है जो हमारे शरीर के लिए किसी वरदान से कम नहीं होती है। केले में पाए जाने वाला सीरेटोनिन रसायन हमें तनाव और चिंता से भी दूर रखता है।
पके हुए केले के फायदे Benefits of Ripen Banana
पके हुए केले को अक्सर हम सड़ा हुआ समझकर फ़ेंक देते हैं। लेकिन आपके लिए यह जानना लाभदायक होगा की सभी पके हुए केले सड़े हुए नहीं बल्कि वो और ज्यादा गुणकारी होते हैं। पके हुए केले का गुण है की ये फ्री रेडिकल्स को कुछ हद तक समाप्त करता है और विषाक्त प्रदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में लाभदायी होता है। पके हुए केले में और अधिक एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो सेल्स के डैमेज होने को रोकते हैं, क्या ये कैंसर में भी लाभदायी है, बहरहाल इस विषय पर तो कोई शोध करने वाला वैज्ञानिक ही आपको बता सकता है, हाँ लेकिन यह बात तो प्रामाणिक है की पके हुए केले में औसत केले से ज्यादा गुण होते हैं। दामजेड सेल्स को रोकने वाले केले के इस गुण को ट्यूमर नेक्रोसिस फैक्टर कहा जाता है।
केले में जो स्टार्च पाया जाता है, उसके कारण यह पचने में भी बहुत आसान होता है और पाचन क्रिया को भी बल देता है, तो अवश्य ही इसे अपनी खुराक में शामिल करें। केले के सेवन से सीने की जलन में भी लाभ मिलता है। केला गुलकोज का एक अच्छा स्त्रोत होता है। केले में ज्यादातर पानी होता है और इसमें जो पोषक तत्व होते हैं यथा केल्सियम, मेगनीसियम, विटामिन B6 और फास्फोरस वो शरीर को उचित पोषण देते हैं। आइये अब बिंदुवार यह भी जान लेते हैं की पके हुए केले के क्या लाभ होते हैं और कैसे हम इसका सेवन करें।
केले में जो स्टार्च पाया जाता है, उसके कारण यह पचने में भी बहुत आसान होता है और पाचन क्रिया को भी बल देता है, तो अवश्य ही इसे अपनी खुराक में शामिल करें। केले के सेवन से सीने की जलन में भी लाभ मिलता है। केला गुलकोज का एक अच्छा स्त्रोत होता है। केले में ज्यादातर पानी होता है और इसमें जो पोषक तत्व होते हैं यथा केल्सियम, मेगनीसियम, विटामिन B6 और फास्फोरस वो शरीर को उचित पोषण देते हैं। आइये अब बिंदुवार यह भी जान लेते हैं की पके हुए केले के क्या लाभ होते हैं और कैसे हम इसका सेवन करें।
इम्यूनिटी होती है बूस्ट
ज्यादा पके केले में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, विटामिन बी6, पोटेशियम, और फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं।
ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल
पके केले में पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। पोटेशियम एक इलेक्ट्रोलाइट है जो शरीर में सोडियम के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है। सोडियम का उच्च स्तर ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। मैग्नीशियम एक खनिज है जो रक्त वाहिकाओं को आराम देने में मदद करता है, जिससे रक्त का प्रवाह बेहतर होता है। ज्यादा पके केले में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
केले का सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। केले में पोटेशियम, विटामिन-बी6 और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो हृदय रोग के जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण है। विटामिन-बी6 हृदय को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है। एक अध्ययन में पाया गया कि प्रतिदिन एक केला खाने से रक्तचाप कम हो सकता है। एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि विटामिन-बी6 की कमी वाले लोगों में हृदय रोग का खतरा अधिक होता है।पाचन के लिए भी लाभकारी है पका हुआ केला
पाचन स्वास्थ्य के लिए केले बहुत फायदेमंद होते हैं। केले में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को ठीक रखने में मदद करता है। फाइबर भोजन को पचाने में मदद करता है और मल निकासी की प्रक्रिया को आसान बनाता है। कब्ज जैसी पेट संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए भी फाइबर फायदेमंद होता है। इसके अलावा, केले में रेसिस्टेंट स्टार्च होता है, जो पेट के लिए अच्छा माना जाता है।
केले में मौजूद फाइबर दो प्रकार के होते हैं: घुलनशील और अघुलनशील। घुलनशील फाइबर पानी में घुल जाता है और एक जेल बनाता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है और मल को नरम करता है। अघुलनशील फाइबर पानी को सोखता है और मल को बड़ा और भारी बनाता है, जिससे मल निकासी की प्रक्रिया आसान हो जाती है।
केले में मौजूद रेसिस्टेंट स्टार्च भी पेट के लिए अच्छा होता है। रेसिस्टेंट स्टार्च एक प्रकार का अघुलनशील फाइबर है, जो आंतों में जाकर अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। अच्छे बैक्टीरिया पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
केला कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में भी मददगार होता है। कब्ज तब होती है जब मल निकासी की प्रक्रिया धीमी हो जाती है या जब मल बहुत सख्त हो जाता है। केले में मौजूद फाइबर मल को नरम करने में मदद करता है, जिससे मल निकासी की प्रक्रिया आसान हो जाती है।
आंतों को बनाता है हेल्दी
केला आंतों को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। केले में मौजूद फाइबर पाचन को धीमा करने में मदद करता है, जिससे आंतों के माध्यम से भोजन को धीरे-धीरे आगे बढ़ने का समय मिलता है। इससे आंतों में अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा मिलता है, जो स्वस्थ पाचन के लिए आवश्यक होते हैं। केले में मौजूद स्टार्च भी आंतों के लिए फायदेमंद होता है। स्टार्च में प्रीबायोटिक गुण होते हैं, जो अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ने के लिए भोजन प्रदान करते हैं।
केले में मौजूद पोटैशियम भी आंतों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। पोटैशियम आंतों की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है, जिससे कब्ज को रोकने में मदद मिलती है। आंतों को स्वस्थ रखने के लिए आप दिन में एक या दो केला खा सकते हैं। आप केले को स्नैक्स के रूप में खा सकते हैं या उन्हें अन्य खाद्य पदार्थों में मिला सकते हैं, जैसे कि दलिया, ओट्स, या स्मूदी।
पाइल्स में खाएं उबले केले
पाइल्स में उबले पके केले फायदेमंद होते हैं। केले में मौजूद फाइबर कब्ज को रोकने में मदद करता है, जो पाइल्स का एक प्रमुख कारण है। इसके अलावा, केले में मौजूद पोटैशियम मल को नरम करने में मदद करता है, जिससे इसे गुदा से बाहर निकलने में आसानी होती है।
पाइल्स में उबले पके केले खाने के लिए, आप एक पके हुए केले को छीलकर उसे उबाल लें। उबले हुए केले को ठंडा होने दें और फिर इसे खा लें। आप इसे दिन में दो बार खा सकते हैं।
मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी केले के फायदे होते हैं। केले में मौजूद विटामिन-बी6 और मैग्नीशियम मस्तिष्क के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं। विटामिन-बी6 मस्तिष्क के विकास और कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक है। यह सेरोटोनिन, डोपामाइन और नॉरएड्रेनालाईन जैसे हार्मोन के उत्पादन में मदद करता है, जो मूड, सीखने और याददाश्त को प्रभावित करते हैं। मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। यह तंत्रिका आवेगों के संचरण में मदद करता है, जो मस्तिष्क और शरीर के बीच संचार के लिए आवश्यक है। केले में इन पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा होती है। एक मध्यम आकार के केले में लगभग 0.3 मिलीग्राम विटामिन-बी6 और 27 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है।
कैंसर से बचाने में मददगार
केले के काले या भूरे छिलके में ट्यूमर नेक्रोसिस फैक्टर (TNF) नामक एक पदार्थ होता है, जो कैंसर सेल और बाकी खतरनाक सेल को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है। TNF एक प्रकार का साइटोकिन है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा है। यह शरीर को कैंसर सेल को पहचानने और उन्हें मारने में मदद करता है। केले के छिलके में TNF की मात्रा पके हुए केले के छिलके में सबसे अधिक होती है। इसलिए, ज्यादा पके हुए केले के छिलके को खाने से कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि केले के छिलके में मौजूद TNF कैंसर के इलाज का एकमात्र उपाय नहीं है। एक स्वस्थ आहार और जीवनशैली भी कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है।
सेल्स को डैमेज होने से बचाता है
ज्यादा पके हुए केले एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट शरीर को मुक्त कणों से बचाने में मदद करते हैं, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे सेल्स को डैमेज होने से बचाया जा सकता है।
डायरिया में केले के फायदे
डायरिया होने पर केले के औषधीय गुण मददगार साबित हो सकते हैं। केले में मौजूद पेक्टिन एक प्रकार का घुलनशील फाइबर है, जो पानी को अवशोषित करने और मल को गाढ़ा करने में मदद करता है। इससे डायरिया के कारण होने वाली पानी की कमी को रोकने में मदद मिलती है।
केले में मौजूद पोटैशियम भी डायरिया के लिए फायदेमंद होता है। पोटैशियम इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने में मदद करता है, जो डायरिया के दौरान कम हो जाते हैं।
बढ़ाता है ऊर्जा केला
केले एक पौष्टिक फल है जिसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिनमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन और खनिज शामिल हैं। कार्बोहाइड्रेट शरीर का मुख्य ऊर्जा स्रोत है, इसलिए केले में कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होने से यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है।
एक मध्यम आकार के केले में लगभग 27 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, जो लगभग 90 कैलोरी प्रदान करता है। यह शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करने में मदद कर सकता है।
केले में पोटेशियम भी होता है, जो एक महत्वपूर्ण खनिज है जो मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के समुचित कार्य के लिए आवश्यक है। पोटेशियम के स्तर में कमी से थकान हो सकती है, इसलिए केले का सेवन पोटेशियम के स्तर को बढ़ाने और थकान को दूर करने में मदद कर सकता है।
सीने में जलन से राहत दिलाता है
केला सीने में जलन से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है। केले में मौजूद पोटैशियम पेट में एसिड के उत्पादन को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, केले में मौजूद फाइबर पाचन को धीमा करने में मदद करता है, जिससे एसिडिक सामग्री को पेट से धीरे-धीरे बाहर निकालने में मदद मिलती है। ज्यादा पका हुआ केला पेट की आंतरिक परतों पर एक ऐसा सुरक्षाकवच तैयार करता है जिससे उस पर हानिकारक एसिड्स और इर्रिटेशन का प्रभाव नहीं पड़ने देता। इससे सीने में जलन जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
सीने में जलन से राहत पाने के लिए आप एक पका हुआ केला खा सकते हैं या एक गिलास दूध में एक पका हुआ केला मिलाकर पी सकते हैं।
- दस्त होने और आँतों के कोई विकार होने पर पके हुए केले को दही के साथ सेवन करने से लाभ मिलता है।
- मीठे दूध के साथ पका हुआ केला लेने पर नकसीर में आराम मिलता है।
- केला आपके मस्तिष्क के लिए भी गुणकारी है।
- केले में प्रचूर मात्रा में फाइबर होते हैं जो पाचन को सुधारते हैं और अनावश्यक फैट सेल्स को नष्ट कर वजन नियंत्रित रखते में सहयोगी होते हैं।
- केले में पाए जाने वाले पोटेसियम के कारण इसके सेवन से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ मिलता है।
- पके हुए केले के सेवन से कैंसर सेल्स से लड़ने में भी सहयोग मिलता है, हालांकि अभी यह तथ्य प्रामाणिक नहीं है।
- यह माना जाता है की केले के सेवन से याददास्त बढ़ती है और तनाव कम होता है।
- पके हुए केले में समुचित मात्रा में कार्बोहाइड्रेड होते हैं और यह इन्सुलिन को नियंत्रित रखने में सहयोगी होता है।
- यदि आप वर्क करते हैं तो केला खाने से इंस्टेंट एनर्जी मिलती है।
- शारीरक दुर्बलता के लिए केले को दूध के साथ सेवन करना चाहिए। आप चाहे तो बनाना शेक भी बना कर केले का सेवन कर सकते हैं।
- विटामिन A के कारण केले के सेवन से आँखों की ज्योति में भी सुधार होता है।
- अल्सर होने पर केला लाभदायक होता है। यह पेट के अल्सर को ठीक करता है। अल्सर के लिए कच्चा केला खाना ज्यादा लाभदायक होता है।
- केले को शक़्कर में मिला कर सेवन करने से एसिडिटी में लाभ मिलता है।
- दिहाइड्रेड और डायरिया होने पर केले के सेवन करना चाहिए इससे तुरंत एनर्जी मिलती है ऐसा केले में पाए जाने वाले पानी की मात्रा और पोटेसियम के कारण होता है।
- केले को देसी गाय के घी में मैश करके खाने से मूत्र विकारों में लाभ मिलता है।
- पीरिड्स के समय दूध के साथ केले के सेवन से ब्लडिंग की समस्या में आराम मिलता है।
- केले में दूध और शहद मिलाकर सेवन करने से अनिंद्रा दूर होती है।
- इलायची दूध में डालकर उसमे केले को मैश करके लेने से रक्त की कमी दूर होती है।
- केले को गाय के दही के साथ मिलाकर खाने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।
- डिप्रेसन और तनाव की परिस्थितियों में भी केले का सेवन लाभदायी होता है। कुछ रिसर्च के अनुसार केले में ऐसे रसायन होते हैं जो फील गुड करवाने में सक्षम होते हैं।
- केले का शरबत बनाकर पीने से सुखी खांसी में आराम मिलता है।
खाली पेट केला खाने के अन्य फायदे
पोटेशियम की कमी को दूर करता है: केले में पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो एक महत्वपूर्ण खनिज है जो मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के समुचित कार्य के लिए आवश्यक है। पोटेशियम के स्तर में कमी से थकान, मांसपेशियों में ऐंठन और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खाली पेट केला खाने से पोटेशियम की कमी को दूर करने में मदद मिल सकती है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है: केले में पोटेशियम और मैग्नीशियम होता है, जो दोनों ही हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, जबकि मैग्नीशियम रक्त वाहिकाओं को आराम देने में मदद करता है। खाली पेट केला खाने से हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
पाचन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है: केले में फाइबर होता है, जो पाचन के लिए आवश्यक है। फाइबर भोजन को पचाने में मदद करता है और कब्ज को रोकता है। खाली पेट केला खाने से पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
एनीमिया को रोकने में मदद करता है: केले में आयरन होता है, जो एक महत्वपूर्ण खनिज है जो लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आवश्यक है। एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होती है। खाली पेट केला खाने से एनीमिया को रोकने में मदद मिल सकती है।
आंखों के लिए फायदेमंद है केला
केले में कैरोटिनॉइड्स होते हैं, जो विटामिन ए का ही एक प्रकार है। विटामिन ए आंखों के रेटिना में पिगमेंट को बढ़ा सकता है, जो कम रोशनी में देखने में मदद करता है। इसके अलावा, विटामिन ए रतौंधी (कम रोशनी में साफ न दिखना) से भी बचाव करने के लिए जाना जाता है। केले में मौजूद ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन भी आंखों के लिए फायदेमंद होते हैं। ये कैरोटिनॉइड्स आंखों को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाने में मदद करते हैं, जो आंखों की बीमारी का कारण बन सकते हैं। केले में मौजूद अन्य पोषक तत्व भी आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इनमें पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन सी शामिल हैं।
बढ़ाता है रोग प्रतिरोधक क्षमता
केला एक ऐसा फल है जो पोषण से भरपूर होता है। इसमें विटामिन, खनिज, फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं। केले में मौजूद कुछ पोषक तत्व रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
केला मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है। मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है। मैग्नीशियम शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक प्रोटीन का उत्पादन करने में मदद करता है। केले में कैरोटिनॉइड्स होते हैं, जो एक प्रकार का विटामिन ए होता है। विटामिन ए एक एंटीऑक्सिडेंट है जो इम्यून सिस्टम को नुकसान से बचाने में मदद करता है। विटामिन ए शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को भी बढ़ावा देता है। केले में अन्य पोषक तत्व भी होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
- विटामिन सी: विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो इम्यून सिस्टम को नुकसान से बचाने में मदद करता है।
- विटामिन बी6: विटामिन बी6 शरीर को एंटीबॉडी बनाने में मदद करता है, जो संक्रमण से लड़ते हैं।
- पोटेशियम: पोटेशियम शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक सफेद रक्त कोशिकाओं के प्रवाह को बढ़ावा देता है।
पेट का अल्सर
केले में एंटासिड प्रभाव होता है, जो पेट के एसिड को बेअसर करने में मदद करता है। इससे पेट में जलन और दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है। केले में कुछ ऐसे यौगिक होते हैं जो पेट की परत को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं। इनमें लैक्टिक एसिड, प्रोटीन और फाइबर शामिल हैं।
केले में विटामिन सी होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। एक मजबूत इम्यून सिस्टम पेट के अल्सर के संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है।
केला एक पौष्टिक फल है जो पेट के अल्सर के जोखिम को कम करने या ठीक करने में मदद कर सकता है। केले में एंटासिड प्रभाव, प्रोटेक्टिव प्रभाव और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने वाले गुण होते हैं।
केले के सेवन में सावधानी
वैसे तो केला लाभदायी होता है लेकिन इसका ज्यादा मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए अन्यथा कब्ज, माइग्रेन, नसों की समस्या, गैस की समस्या आदि हो सकती है। यदि आपको केले से एलर्जी है तो इसका सेवन चिकित्सक के राय के बाद ही किया जाना चाहिए।
केले का सेवन आमतौर पर सुरक्षित होता है। हालांकि, कुछ मामलों में केले का सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है।
केले के सेवन में निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
केले में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, इसलिए यदि आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो आपको केले का सेवन सीमित करना चाहिए। केले में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए कुछ लोगों को केले खाने के बाद गैस और सूजन की समस्या हो सकती है।
केले का सेवन करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
केले के सेवन में निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
- यदि आपको केले से एलर्जी है, तो आपको इसे नहीं खाना चाहिए। केले से एलर्जी के लक्षण में खुजली, सूजन, लालिमा, पित्ती, सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आना शामिल हो सकते हैं।
- यदि आपको मधुमेह है, तो आपको केले का सेवन सीमित करना चाहिए। केले में कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होती है, जो रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकती है।
- यदि आपको किडनी की बीमारी है, तो आपको केले का सेवन सीमित करना चाहिए। केले में पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो किडनी की बीमारी वाले लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है।
- यदि आपको कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है, तो आपको केले का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
केले में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, इसलिए यदि आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो आपको केले का सेवन सीमित करना चाहिए। केले में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए कुछ लोगों को केले खाने के बाद गैस और सूजन की समस्या हो सकती है।
केले का सेवन करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- केले को अच्छी तरह से धो लें। केले को धोने से बैक्टीरिया और कीटों से बचाव होता है।
- केले को ताजे और पके हुए खाने चाहिए। कच्चे केले में टैनिन होता है, जो पाचन में परेशानी पैदा कर सकता है।
- केले को अधिक मात्रा में न खाएं। केले में कैलोरी और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए अधिक मात्रा में खाने से वजन बढ़ सकता है या गैस और सूजन की समस्या हो सकती है।
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं इस ब्लॉग पर रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारियों और टिप्स यथा आयुर्वेद, हेल्थ, स्वास्थ्य टिप्स, पतंजलि आयुर्वेद, झंडू, डाबर, बैद्यनाथ, स्किन केयर आदि ओषधियों पर लेख लिखती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें। |