डेक्सामेथासोन Dexamethasone और कोरोना वायरस What is dexamethasone

डेक्सामेथासोन Dexamethasone एक अंग्रेजी दवा है जो वर्तमान में चर्चा का विषय बनी है क्योंकि ऐसी संभावनाएं व्यक्त की जा रहीं है की इसके सेवन से कोरोना के रोग में लाभ मिलता है और रोगी की जान बचाई जा सकती है। इस लेख में हम इस दवा के बारे में सामान्य जानकारी प्राप्त करेंगे की यह दवा क्या है और इसका उपयोग किन क्षेत्रों में किया जाता है। उल्लेखनीय है की यह दवा केवल डॉक्टर की प्रेसक्रीपसन पर ही खरीदी जा सकती है। ब्रिटेन के विशेषज्ञों की राय है की कोरोना वायरस की जंग में यह दवा बहुत ही सकारात्मक सिद्ध हुई है। डेक्सामेथासोन Dexamethasone दवा गंभीर रूप से पीड़ित कोरोना मरीज की जान बचा सकती है, लेकिन ऐसा भी नहीं है की इसके सेवन से संक्रमण होता ही नहीं हो। डेक्सामेथासोन Dexamethasone दवा १९६० से ही अस्थमा और गठिया रोग के उपचार में कार्य में ली जाती रही है।

डेक्सामेथासोन Dexamethasone दवा का भारत में बहुत ही सस्ते में उपलब्ध है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड हॉर्मोन (ग्लूकोकोर्टिकॉड) है जो सुजन को दूर करता है। फेफड़ों में सुजन को दूर करने में भी इसका इस्तेमाल अब किया जाने लगा है। इस सबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने स्पष्ट किया है कि डेक्सामेथासोन कोविड-19 का इलाज या बचाव नहीं है और इसका इस्तेमाल डॉक्टरों की निगरानी में सिर्फ बेहद गंभीर मरीजों पर किया जाना चाहिये जिन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।

सस्ती और हर जगह मिलने वाली दवा डेक्सामेथासोन कोरोना वायरस से संक्रमित गंभीर रूप से बीमार मरीज़ों की जान बचाने में मदद कर सकता है. ब्रिटेन के विशेषज्ञों का कहना है कि कम मात्रा में इस दवा का उपयोग कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी कामयाबी की तरह सामने आया है. जिन मरीजों को गंभीर रूप से बीमार पड़ने की वजह से वेंटिलेटर का सहारा लेना पड़ रहा है, उनके मरने का जोखिम करीब एक तिहाई इस दवा की वजह से कम हो जाता है. जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है, उनमें पांचवें हिस्से के बराबर मरने का जोखिम कम हो जाता है.

Dexamethasone सूजन और लालिमा को कम कर एवं प्रतिरक्षी तंत्र के काम करने के तरीके में बदलाव लाकर उपचार करने में मदद करता है। Dexamethasone निम्न स्तर के कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स वाले रोगियों में स्टेरॉयड को हटा कर उन्हें ठीक करता है, जिसका निर्माण प्रायः शरीर में कुदरती रूप से होता है। यह
डेक्सामेथासोन, कोर्टिकोस्टेरॉयड नामक दवाओं के एक समूह से सम्बन्ध रखता है। यह एलर्जी के लिए जिम्मेदार केमिकलों को रिलीज होने से रोककर उत्तर चरण एलर्जिक प्रतिक्रियाओं की रोकथाम करता है।

"मंगलवार शाम से जो डेक्सोना के पत्ते और इंजेक्शन बिकने शुरू हुए हैं तो पूछिए मत. हालाँकि ये दवा पहले भी कॉमन रही है लेकिन अब तो जिस किसी के पास पर्चे पर है वो एक-एक महीने की डोज़ लिए जा रहा है." फ़ोन पर बात हो रही थी उत्तर प्रदेश में लखनऊ शहर के एक मेडिकल स्टोर के मालिक रोहन कपूर से. उन्होंने आगे बताया, "0.5 एमजी पॉवर वाली डेक्सोना की 30 गोली सात रुपए में मिलती है बस. शहर ही नहीं सप्लाई तो गाँवों-देहातों में भी ख़ासी है." दिल्ली से सटे नोएडा में भी इस नाम से मिलती-जुलती दवाओं के बारे में उत्सुकता बढ़ गई है. बुधवार शाम को दवा की एक दुकान पर दो लोग दुकानदार से इस दवा के बारे में पता कर रहे थे.

उल्लेखनीय है की यह दवा corticosteroid ओषधि का ही एक प्रकार है। गठिया रोग के अतिरिक्त इसका उपयोग पुराने फेफड़ों के रोगों, आंतरिक सुजन को कम करने, एलर्जी और मस्तिस्क की सुजन को भी कम करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही कुछ विशेष प्रकार के कैंसर में भी इसका उपयोग किया जाता है।
Is dexamethasone a strong steroid?
यह एक स्टेरॉयड भी है इसलिए इसका उपयोग स्वंय की मर्जी से नहीं करना चाहिए।

सन्दर्भ :

डेक्सामेथासोन Dexamethasone और कोरोना वायरस

+

एक टिप्पणी भेजें