पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी के फायदे Patanjali Divy Shvasari Vati Ke Fayde
पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी क्या है ? पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी ऐसी आयुर्वेदिक दवा है जो श्वसन संबंधी सभी समस्याओं में जैसे
खांसी, गले में सूजन ,फेफड़ों की सूजन, ब्रोंकाइटिस, दमा, अस्थमा आदि के इलाज में उपयोग में ली जाती है। पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी में कुछ ऐसी औषधीयों का संयोजन किया गया है जिससे यह फेफड़ों में होने वाली सूजन को कम करती हैं। यह खांसी और कफ को भी कम करने में बहुत कारगर है।
आज हम जानेंगे पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी के सेवन से होने वाले फायदे के बारे में। तो आईए जानते हैं पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी के सेवन से होने वाले मुख्य फायदे
- पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
- यह वटी वायरल इंफेक्शन से बचाव करने में सहायक है। बदलते मौसम से होने वाली सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार तथा एलर्जी से बचाने में कारगर है।
- खांसी तथा कफ का बहुत ही कारगर इलाज है।
- इसका सेवन करने से कफ ढीला हो कर जल्दी बाहर निकलता है।
- इम्यून पावर को स्ट्रांग बनती है तथा वायरल इंफेक्शन से बचाव करने में सहायता करती है।
- एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज युक्त होने से यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है।
- इसमें पाए जाने वाले घटक अस्थमा में भी उपयोगी होते हैं।
- यह श्वसन संबंधी सभी समस्याओं में बहुत ही कारगर इलाज है।
- यह खांसी, ब्रोंकाइटिस, दमा, अस्थमा, निमोनिया आदि में राहत प्रदान करती है।
- सर्दी जुकाम में जल्दी राहत प्राप्त करने के लिए आप दिव्य श्वसारी वटी का सेवन कर सकते हैं।
- पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी फेफड़ों की सूजन को कम करती है तथा फेफड़ों के संक्रमण को दूर करने में बहुत ही उपयोगी होती है।
पतंजलि श्वसारी वटी के घटक Ingredients of Patanjali Shwasari Vati
- Mulethi (Glycyrrhiza Glabra) Rt. 64.0 Mg,
- Kakdasingi (Pistacia Integerrima) Gi. 63 Mg,,
- Rudanti (Cressa Cretica) Fr. 63.0 Mg,
- Sounth, (Zingiber Officinale) Rz. 42 Mg,
- Marich (Piper Nigrum) Fr. 42 Mg,
- Chhoti Pipal (Piper Longum) Fr. 42mg,
- Lavang (Syzygium Aromaticum) Fi Bd. 32mg,
- Dalchini (Cinnamomum Zeylanicum) Bk. 32 Mg,
- Akarkara (Anacyclus Pyrethrum) Rt. 32 Mg,
- Abhrak Bhasma 12.571 Mg,
- Mukta Shukti Bhasma 12.571 Mg,
- Godanti Bhasma 12.571 Mg,
- Kapardhak Bhasma 12.571 Mg,
- Praval Pishthi 12.571 Mg,
- Sphatik Bhasma 12.571 Mg,
- Tankan Bhasma 12.571 Mg,
- Excipients : Gum Acacia (Acacia Arabica) 25 Mg,
- Talcum (Hydrated Magnesium Silicate) 7.5 Mg,
- Aerosil (Colloidal Silicon Dioxide) 7.5 Mg
पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी की खुराक
2 वटी भोजन के उपरान्त रोजाना या चिकित्सक के बताई गई मात्रा के अनुसार।
पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसका सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक का परामर्श अवश्य ले ले।
पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के दुष्परिणाम/नुकसान (Side Effects of Patanjali Swashari Vati
पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी पूरी तरह प्राकृतिक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बना है और आमतौर पर इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. हालांकि किसी भी स्थिति में बहुत जल्दी आराम पाने के चक्कर में अधिक खुराक ना लें. ऐसा करना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है. श्वासारि वटी की खुराक से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें. आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
The author of this blog, Saroj Jangir (Admin),
is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a
diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me,
shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak
Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं इस ब्लॉग पर रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारियों और टिप्स यथा आयुर्वेद, हेल्थ, स्वास्थ्य टिप्स, पतंजलि आयुर्वेद, झंडू, डाबर, बैद्यनाथ, स्किन केयर आदि ओषधियों पर लेख लिखती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें।
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