तीरथ गए से एक फल संत मिले फल चार हिंदी मीनिंग Teerath Gaye Se Ek Phal Meaning

तीरथ गए से एक फल संत मिले फल चार हिंदी मीनिंग Teerath Gaye Se Ek Phal Meaning : kabir Ke Dohe Hindi Arth/Bhavarth

तीरथ गए से एक फल, संत मिले फल चार ।
सतगुरु मिले अनेक फल, कहे कबीर विचार ।
 
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Satgur Mile Anek Phal, Kahe Kabir Vichar.
 
तीरथ गए से एक फल संत मिले फल चार हिंदी मीनिंग Teerath Gaye Se Ek Phal Meaning

कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi

संतजन और साधू की संगत की महिमा का वर्णन करते हुए कबीर साहेब का कथन है की तीर्थ करने से तो एक ही फल (शुभ परिणाम) मिलता है लेकिन संत के मिलने पर चार तरह के शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। इसी भाँती सतगुरु के मिलने से अनेकों प्रकार के शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। अतः साहेब के अनुसार संतजन और साधु की संगत में रहना ही सर्वोत्तम है। कबीर दास जी के इस दोहे में वे हमें तीर्थ, संत और सच्चे गुरु के महत्व के बारे में बता रहे हैं। पहले छंद में कबीर दास जी कहते हैं कि तीर्थ करने से एक पुण्य मिलता है। तीर्थ स्थलों पर जाकर स्नान, दान, और पूजा करने से हमें पुण्य की प्राप्ति होती है। दूसरे छंद में कबीर दास जी कहते हैं कि संतों की संगति से चार पुण्य मिलते हैं। संतों की संगति से हमें ज्ञान, विवेक, भक्ति, और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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