अश्वगंधा पुरुषों के लिए फायदे Ashwagandha benefits for men

अश्वगंधा पुरुषों के लिए फायदे Ashwagandha benefits for men

आयुर्वेद में पुरुषों के लिए अश्वगंधा के उपयोग से विभिन्न फ़ायदों के विषय में ज्ञान प्राप्त होता है। अश्वगंधा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और रोगों से लड़ने की शक्ति देता है। 
 
अश्वगंधा पुरुषों के लिए फायदे Ashwagandha benefits for men
 
पतंजलि आयुर्वेद (Ayurveda Benefits ) के द्वारा अश्वगंधा के कई उत्पाद हैं जैसे की अश्वगंधारिष्ट, अश्वशिला कैप्सूल, अश्वगंधा चूर्ण, अश्वगंधा टेबलेट्स आदि। 

अश्वगंधा से निर्मित (घटक ) ओषधियाँ (Medicines) पुरुषों के लिए ताकत देने वाले, रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने वाली होती हैं। यदि अश्वगंधा के फायदों (Ashwagandha Benefits) के विषय में जाना जाए तो यह ओषधि एंटीऑक्सीडेंट, लिवर टॉनिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल होती है जो शरीर को पोषण देकर रोगों से मुक्त रखती है।
 
 
आइये जान लेते हैं की अश्वगंधा के सेवन से क्या लाभ होते हैं -

टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए To increase testosterone levels

अश्वगंधा के सेवन से टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है। इसके सेवन से जननांगों तक रक्त का संचरण बढ़ जाता है और काम उत्तेजना में वृद्धि होती है। अधिक हस्तमैथुन के कारण आई कमजोरी और शीघ्रपतन के इलाज के लिए यह चूर्ण लाभकारी है  अश्वगंधा के सेवन से चिंता और अवसाद कम होता है और यह मूड को बेहतर करता है इसके अतिरिक्त चिंता या डिप्रेशन के लक्षणों को कम करके यौन इच्छा को बढ़ावा देता है।

घोड़े जैसी ताकत और फुर्ती के लिए

अश्वगंधा के सेवन से पुरुषों में शक्ति की वृद्धि होती है। अश्वगंधा रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इसके सेवन से बीमारियों से लड़ने की शक्ति की वृद्धि होती है। 
 

शारीरिक और मानसिक कमजोरी दूर करने के लिए

अश्वगंधा को आयुर्वेद में रसायन कहा गया है जो शारीरिक और मानसिक कमजोरी को दूर करता है। इसका चूर्ण सों और नाड़ियों की कमजोरी को दूर कर शक्ति का संचार करता है। 
 

इम्यून सिस्टम को करे मजबूत

विभिन्न आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के अनुसार अश्वगंधा चूर्ण के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है और शरीर बीमारियों से दूर रहता है।
 

एंग्जाइटी दूर करे अश्वगंधा

अश्वगंधा के सेवन एंग्जायटी दूर होती है। इसके सेवन से नींद में वृद्धि होती है जिससे मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है और चिड़चिड़ा स्वभाव दूर होता है। अतः अश्वगंधा की जड़ों को सुखाकर इसके चूर्ण को दूध के साथ सेवन करने से घबराहट और तनाव दूर होता है। वर्तमान समय की व्यस्त जीवन शैली से अधिकतर लोग एंग्जायटी और स्ट्रेस से ग्रस्त हो जाते हैं, ऐसे में सेक्स लाइफ पर भी दुष्प्रभाव होता है। आयुर्वेद में सेक्स लाइफ को सुधारने के लिए अश्वगंधा का उपयोग श्रेष्ठ माना गया है।

मसल्स को स्ट्रांग बनाने के लिए

अश्वगंधा के सेवन से तंत्रिका तंत्र के विकार दूर होते हैं और मांशपेशियों की कमजोरी होती है। मांशपेशियों के खिंचाव में भी अश्वगंधा लाभकारी है। अश्वगंधा में एल्कलॉइड होते हैं जिससे मांशपेशियों की कमजोरी दूर होती है।

गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने में मददगार

अश्वगंधा के उपयगो से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में मदद मिलती है. वैद्य की सलाह के उपरांत इस चूर्ण का सेवन किया जा सकता है। 

अश्वगंधा के अन्य लाभ

इसके सेवन से चिंता और तनाव को कम करने में मदद मिलती है।  
अश्वगंधा तनाव को दूर कर सेक्स की ईच्छा /कामेच्छा को तीव्र करता है।
इसके अतिरिक्त यह शुक्राणुओं में वृद्धि करता है। बांझपन के इलाज में भी अश्वगंधा उपयोगी है। 
अश्वगंधा के सेवन से हड्डियों का विकास होता है। 
अश्वगंधा एनर्जी को बढ़ाता है और स्वास्थ्य में सुधार करके थकान को कम करता है और साथ ही सेक्स ड्राइव को तेज करता है।

अश्वगंधा क्या है What is Ashwagandha

अश्वगंधा का एक छोटा झाड़ीनुमा पौधा होता है जिसे अजगंधा, अमंगुरा, अमुक्किराग भी कहते हैं। इसे दो भागों में प्रधान रूप से विभाजित किया गया है। एक तो पहाड़ी और एक नागोरी अश्वगंधा। आयुर्वेद में इस पादप की जड़ों को सुखाकर इसका चूर्ण बनाकर उपयोग में लिया जाता है। लेकिन अश्वगंधा पुरे भारत में पाई जाती है। यह पादप सदाबहार है। अश्वगंधा से आशय है घोड़े जैसी गंध। इसकी पत्तियों को मसल कर सूंघने पर घोड़े जैसी गंध आती है। 

कैसे खाएं अश्वगंधा

अश्वगंधा के कैप्सूल और चूर्ण बाजार में उपलब्ध हैं। विभिन्न निर्माता यथा डाबर, बैद्यनाथ और पतंजलि इसका निर्माण करती हैं। बैद्य की सलाह के अनुसार आप चूर्ण या केप्सूल रूप में इसका सेवन कर सकते हैं।

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The author of this blog, Saroj Jangir (Admin), is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me, shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.
References
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