कफ्फ और बलगम दूर करें गिलोय क्वाथ और गिलोय स्वरस से Cure Cough Khansi, Balgum by Giloy Kvath

कफ्फ दूर भगाए : गिलोय क्वाथ कफ्फ और बलगम दूर करें गिलोय क्वाथ और गिलोय स्वरस से Cure Cough Khansi, Balgum by Giloy Kvath

गिलोय के यु तो अनगिनत फायदे हैं जैसे की शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना, त्वचा सबंधी विकार, शरीर से विषाक्त प्रदार्थों को बाहर निकालना आदि लेकिन इसके साथ ही गिलोय क्वाथ का एक महत्वपूर्ण और असरदायक परिणाम होता है, शरीर से कफ्फ को दूर करना। सही मायनों में यदि देखा जाय तो इस धरती पर ये अमृत है तो वो है गिलोय और इसी कारन से इसका नाम "अमृता"। आयुर्वेद में लगभग हर दवा में गिलोय का उपयोग किया जटा है जो की इसके महत्त्व को दर्शाने के लिए काफी है। विषाक्त पर्दार्थों को शरीर से बाहर निकालने में गिलोय का कोई सानी नहीं होता है। 

कफ्फ और बलगम दूर करें गिलोय क्वाथ और गिलोय स्वरस से Cure Cough Khansi, Balgum by Giloy Kvath

साधारण परिस्थियों के अलावा आप गौर करें की जब कोई व्यक्ति धुम्रपान करता है तो उसके शरीर में बहुत कफ्फ बनता है। ऐसी परिस्थितियों में गिलोग का क्वाथ या काढ़ा आपको ऐसी स्थिति में लाभ पंहुचा सकता है। बात होती है तो वो ये की "विश्वाश" . आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में आप गौर करे तो पायेंगे की इनके परिणाम कुछ धीमे अवश्य हो सकते हैं, लेकिन होते स्थायी हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के उपरान्त आप इसका सेवन दो से तीन महीनों तक सुबह शाम चाय की तरह से करे और कुछ गुनगुना सा तापमान रखकर इसे पिए तो इसके परिणाम आपको जल्दी ही दिखाई देने लग जायेंगे। इसके अलावा आपके शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति का भी विकास होगा और जाहिर सी बात है की जब इम्यून पॉवर दुरुस्त हो जाता है तो शरीर छोटी मोती दिक्कतों को खुद ही हल कर लेता है। मैंने पहले आपको गिलोय के बारे में विस्तार से बताया है आप चाहे तो गिलोय के बारे में अधिक जानकारी ले सकते हैं 

वात, कफ्फ और पित्त ये जो त्रिदोष होते हैं इनका शरीर में बैलेंस बहुत आवश्यक है, ये ना तो कम होने चाहिए और ना ही अधिक ही। यदि ये थोडा सा भी बिगड़ जाए तो शरीर को हिला कर रख देते हैं और अनेको बिन बुलाई व्याधिया आने लगती है। वात रोगों के लिए भी गिलोय का उपयोग, पारिजात की तरहा लाभदायी होता है। कई बार इसमें हरसिंगार का क्वाथ भी बहुत लाभदायी होता है।

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गले में खरांस, बलगम, गले में इन्फेक्शन, खांसी आदि के लिए आप अलोपेथी के स्थान पर आयुर्वेद में इसका हल मौजूद है। आपको करना बस इतना है की आप पतंजलि आयुर्वेद से गिलोय क्वाथ ले और इसे चिकित्सक की सलाह के अनुसार बताई गयी मात्रा में गिलोय क्वाथ का उपयोग सुबह और शाम इसका सेवन करे। यदि आप इसके साथ साथ आप अदरक का रस भी उपयोग में ले सकते हैं। तुलसी को चाय में डालना भी फायदेमंद होता है। गिलोय कवाथ के स्थान पर आप पतंजलि स्टोर से गिलोय स्वरस भी ले लकते जो अकेला या आंवले के साथ सेवन करने से लाभ मिलता है। सुखी खांसी, पुरानी खांसी और क्रोनिक खांसी में भी इसका लाभ मिलता है। गौरतलब है की इससे आपका इम्यून सिस्टम भी मजबूत बनेगा और आपको जल्दी ही बलगम से राहत मिलेगी।
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गिलोय क्वाथ कहाँ से ख़रीदे

गिलोय कवाथ या गिलोय स्वरस, गिलोय घनवटी को आप चिकित्सक की सलाह के उपरान्त पतंजलि के अधिकृत स्टोर्स या फिर ऑनलाइन भी क्रय कर सकते हैं।
पतंजलि आयुर्वेदा की अधिकृत वेबसाइट का लिंक निचे दिया जा रहा है।
लिंक :

https://www.patanjaliayurved.net/product/ayurvedic-medicine/kwath/giloy-kwath/45
What Patanjali Website Say about Giloy Kvath :
Divya Giloy Kwath brings to you the goodness of giloy which has very effective and multifarious medicinal properties. Giloy cures fevers from viral infections (dengue, chikungunya, etc.) and helps you recover holistically. Giloy cures cold and weakness due to low platelet count. It detoxifies your system and gives you glowing skin. Giloy also boosts your immunity and keeps diseases at bay. 

The author of this blog, Saroj Jangir (Admin), is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me, shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.

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