एलोवेरा (घृतकुमारी) तेल के फायदे लंबे और घने बाल Aloe Vera Oil for Healthy Hair Hindi

एलोवेरा (Aloe vera) को आयुर्वेद में घृतकुमारी (Ghritkumari) कहा जाता है जिसका अर्थ है की ऐसा पादप जो आपको एजिंग (Aging) से बचाकर चिर यौवना (Young) बनाए रखने में आपकी मदद करता है। आयुर्वेदिक ग्रंथों में ग्वारपाठा या घृतकुमारी के गुणों के विषय में विस्तार से बताया गया है। त्वचा के लिए एलोवेरा के कई फायदे होते हैं, एलोवेरा आपकी त्वचा को चिकना, सौम्य और सुन्दर बनाता है। लेकिन यहाँ आप जानेंगे की किस तरह से आप एलोवेरा की सहायता से अपने बालों को स्वस्थ बना सकते हैं। ऐसा माना जाता है की एलोवेरा का उपयोग 1750 BC से किया जा रहा है। एलो वरा की 450 विभिन्न प्रजातियां होती हैं।

घृतकुमारी तेल के फायदे लंबे और घने बाल Aloe Vera Oil for Healthy Hair Hindi

नमस्ते आपका स्वागत है! हमारे ब्लॉग पर, आपसे एक रोचक विषय पर चर्चा करेंगे एलोवेरा हेयर ऑयल के बारे में। यह एक प्राकृतिक तरीका है जो बालों की देखभाल और स्ट्रांग बालों के लिए बहुत उपयोगी है और आपके बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाता है। हम इस पोस्ट में एलोवेरा हेयर ऑयल के उपयोग, लाभ और बनाने का तरीके पर गहराई से बात करेंगे।
 
Aloe Vera Oil for Healthy Hair Hindi

घृतकुमारी तेल Aloevera Oil क्या है What is Aloe Vera Oil in Hindi

घृतकुमारी तेल या Aloevera Oil सीधे एलोवेरा (ग्वारपाठा/घृतकुमारी) से प्राप्त नहीं होता है। इसे एलोवेरा जेल को अन्य तेल के साथ मिक्स करके बनाया जाता है यथा नारियल का तेल, सरसों का तेल आदि.  मूल रूप से घृतकुमारी से सीधे तेल प्राप्त नहीं होता है। 

कैसे बनाये एलोवेरा का तेल How to Make Aloe Vera Oil in Hindi

एलोवेरा के पत्तों की ऊपरी हरी सख्त परत को काटने के उपरान्त उसके अंदर सफ़ेद रंग की जेली जैसा प्रदार्थ मिलता है। इसे नारियल या अन्य तेल में मिला कर ब्लेंडर से अच्छी तरह से मिक्स कर लिया जाता है। यही एलोवेरा का तेल कहलाता है जो की बालों के लिए बहुत लाभकारी होता है।
अधिकतर एलोवेरा का तेल नारियल के तेल में मिक्स करके बनाया जाता है लेकिन आप अपने पसंद के तेल के साथ जिसके जेल को मिला कर तेल तैयार कर सकते हैं।
कैसे बनाएं एलोवेरा का तेल-
  • एलोवेरा मोती ताज़ी पत्तियों को लें और उन्हें पानी से अच्छे से धोकर साफ़ कर लें और उपरी गन्दगी को साफ़ कर लें।
  • चाक़ू से उपरी परत को काटकर अलग कर लें। उपरी हरी परत को काट लें।
  • जो पीला चिपचिपा प्रदार्थ निकलता है उसे आप हटा दें, इसका उपयोग हमें नहीं करना है।
  • बचे हुए सफ़ेद जेल को एक बाउल में अलग से निकाल लें।
  • इस जेल में आप अपने पसंद का तेल मिलाइए और ब्लेंडर से अच्छे से मिक्स कर लें।
  • अब इसे आप अपने बालों पर लगा सकते हैं।
एलोवेरा के तेल बनाते समय रखी जाने वाली सावधानियां :
  1. एलोवेरा की मोटी गूदेदार पत्तियों का चयन करें जिनमें आपको ज्यादा जेल प्राप्त हो।
  2. काटने के दौरान निकलने वाले पीले प्रदार्थ को अलग कर दें, इसे तेल में नहीं मिलाना है।
  3. एलोवेरा के सफ़ेद जेल को तेल में अच्छे से मिला कर पीस लें ताकि कोई मोटा टुकड़ा साबुत ना बचे।
  4. एक साथ बहुत सा तेल ना बनाएं, जब आपको जरुरत हो तभी इसका जेल बनाएं.

एलोवेरा तेल के फायदे /लाभ Aloe vera Oil Benefits in Hindi

  1. एलोवेरा में मौजूद विटामिन ए, सी और ई आदि पाए जाते हैं जो बालों के टूटने/झड़ने की समस्या को कम करते हैं, ये पोषक तत्व बालों को मजबूत बनाते हैं।
  2. एलोवेरा के तेल से आप रुसी और सर की खुजली को कम कर सकते हैं, क्योंकि इसे फैटी एसिड में एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण होते हैं।
  3. एलोवेरा के तेल को बालों में लगाने से सर में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ता है और बाल चमकदार और स्वस्थ बनते हैं। 
  4. एलोवेरा में प्रोटियोलिटिक नामक एंजाइम पाया जाता है जो हमारे सर पर बालों के पास की मृत कोशिकाओं को हटाकर इस प्रक्रिया को रोकता है। एलोवेरा को नारियल के तेल में मिलाकर लगाने से यह बेहतरीन कंडीशनर के रूप में भी काम करता है।  
  5. एलोवेरा का तेल स्कैल्प पर खुजली को रोकता है, रूसी को कम करता है। 
  6. एलोवेरा में एंटी इंफ्लेमेशन, एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो बालों में रूसी के विकार को दूर करने में भी मदद कर सकता है। 
  7. एलोवेरा, बालों को मजबूत (Strengthens hair) बनाता है। एलोवेरा में कई एक्टिव एजेंट और खनिज तत्व होते हैं जो आपके बालों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसमें फैटी एसिड और एमिनो एसिड होते हैं और विटामिन A, B12, C और E से भरपूर होता है।  
  8. एलोवेरा तैलीय/चिपचिपे बालों (greasy hair) के लिए भी फायदेमंद है। एलोवेरा में ऐसे एंजाइम होते हैं जो वसा को तोड़ने में सक्षम होते हैं इसलिए यह आपके बालों के अतिरिक्त तेल (सीबम) को निकालकर बालों को खुला खुला बनाता है। 
  9. एलोवेरा सर की खुजली (itchy scalp) को दूर करने के लिए बहुत लाभकारी होता है।
    सेबोरिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic dermatitis) एक ऐसी त्वचा होती है जो सर की त्वचा का रुखा और खुजली चलने का एक रूप होता है, जिसमें रुसी, लाल त्वचा आदि विकार होते हैं। एलोवेरा का जेल आपको इस विकार में मदद कर सकता है। 
  10. एलोवेरा आपके बालों की यूवी रेज (UV damage) से भी बचाव करता है। यूवी रेज से बालों का गिरना और बालों का कमजोर होना शामिल है। यह आपके बालों की प्राकृतिक चमक को भी कम करता है। एलोवेरा का जेल या एलोवेरा का तेल युवी रेज से आपके बालों की रक्षा करता है।  
  11. एलोवेरा आपके बालों की प्राकृतिक वृद्धि (Hair growth) के लिए भी उपयोगी होता है। एलोवेरा में एलो एनिन (aloenin) पाया जाता है जो की बालों की वृद्धि को बढ़ाने में प्रमुख कारक होता है। 
यहाँ जानिये एलोवेरा की सभी फायदे : 
एलोवेरा (घृतकुमारी) के फायदे, उपयोग और नुकसान All (Complete ) Benefits, Uses of Aloe Vera
एलोवेरा प्लांट के कुछ फार्माकोलॉजिकल गतिविधियों में एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीआर्थराइटिक, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल एवं हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होते हैं। एलोवेरा के एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों के कारण, यह प्लांट सिर पर रूसी के निर्माण से बचाता है। एलोवेरा प्लांट एलो पेशिया रोग जैसी कुछ फंगल संक्रमणों को नियंत्रित करने में भी मददगार होता है।
 
Nutrient: Amount per 100 grams of Aloe Vera gel
  1. Calories: 1
  2. Protein: less than 1 gram
  3. Fat: less than 1 gram
  4. Carbohydrates: less than 1 gram
  5. Fiber: less than 1 gram
  6. Vitamin C: 9% of the Daily Value (DV)
  7. Calcium: 1% of the DV
  8. Potassium: 1% of the DV
  9. Iron: less than 1% of the DV
  10. Vitamin A: less than 1% of the DV
  11. Vitamin E: less than 1% of the DV
  12. Folate: less than 1% of the DV
आयुर्वेद के अनुसार एलोवेरा बहुत गुणकारी होता है, इसके सम्बन्ध में निचे कुछ वर्णन दिया गया है :-

केशान्तरे जुलिते यदि स्थान्येनं पिबेत घृतम्।
जटाभारं तु स्थान्येनं घृतकुमारीमच्युतम्॥"
धन्वन्तरि निघण्टु (Dhanvantari Nighantu)

बालों की जड़ों में सूखापन दूर करने के लिए घृतकुमारी लाभदायक होती है।

गुल्मान्तकं बलं तस्य त्रिदोषजित्त्वमेव च।
केशदुर्बलतां याति घृतकुमारी रसायनम्॥
भावप्रकाश निघण्टु (Bhavaprakash Nighantu)

घृतकुमारी रसायन गुल्म (पेट का दर्द) को हरता है और तीनों दोषों (वात, पित्त, कफ) को शांत कर बालों की कमजोरी को दूर करता है।

त्रिदोषजित्त्वमायुष्यं सुखदं वृष्यदं परम्।
घृतकुमार्यां सङ्गृह्णीते शरीरं चोपशान्तिदम्॥
भावप्रकाश निघण्टु (Bhavaprakash Nighantu)

घृतकुमारी शरीर को सुखद करती है और तीनों दोषों (वात, पित्त, कफ) को शांत करके आयुष्य, सुख, बल और वीर्य को बढ़ाती है।
 
घृतकुमारी जुवनं च सौम्यं च बलपूर्णताम्।
ददाति च जरां चैव सौष्ठवं चापि चारुताम्॥

घृतकुमारी युवा वयस्कता और सौम्य (कोमलता) को देती है, शरीर की बलपूर्णता को बढ़ाती है, जरा और सौष्ठव (चमक) को भी प्रदान करती है।
 
पित्तकफविनाशिनी च रक्तपित्तश्रमप्रदा।
स्निग्धा मृद्वीकृतिकरी घृतकुमारी तु स्मृता॥

घृतकुमारी पित्त और कफ को नष्ट करती है, रक्तपित्त (रक्त में पित्त बनने की समस्या) को शांत करती है, स्निग्ध (तैलीयता) गुण से युक्त है और शरीर की मृद्वीकृति (कोमलता) करती है।
 
घृतकुमारी त्वचां सौम्यां कषायांशुद्धदाहनी।
दधाति पुष्टिमां तत्त्वं तस्मात् घृतकुमारिका॥
शारंगधर संहिता (Sharangdhar Samhita)

घृतकुमारी त्वचा को सुंदर और निर्मल बनाती है, ताजगी को बढ़ाती है और पुष्टि देती है, इसलिए इसे घृतकुमारिका कहा गया है।

घृतकुमारी दधिमन्थं तद्बलं स्त्रीशुक्रकृत्।
ब्राह्मणोप्यधिकं बलं तु धर्मचारित्रनुत्॥
भावप्रकाश निघण्टु (Bhavaprakash Nighantu)

घृतकुमारी दुग्धमय ग्रंथियों की शक्ति को बढ़ाती है, स्त्रीशुक्र (गर्भाशय) की बल प्रदान करती है और ब्राह्मणों की धर्मचारित्र की शक्ति को और बढ़ाती है।
 

 3 Amazing Benefits of Aloe Vera for Skin, Hair and Health | Natural Healing Method

Latest Bhajan Lyrics
 
Source
  1. The Review on Properties of Aloe Vera in Healing of Cutaneous Wounds
  2. Evaluation of aloe vera gel gloves in the treatment of dry skin associated with occupational exposure
Other Source of this Article
  1. Association of Accredited Naturopathic Medical Colleges: “Health Benefits of Aloe Vera.”
  2. Association for the Advancement of Restorative Medicine: “Aloe Vera.”
  3. Cleveland Clinic: “The Best Vitamins, Supplements and Products for Healthier Hair.”
  4. Indian Journal of Dermatology: “Aloe vera: A short review.”
  5. Indian Journal of Natural Products and Resources: “Comparative evaluation of photo-protective effect of Aloe vera Tourn. ex Linn. on UV damage in different Asian hair types.”
  6. Journal of Dermatological Treatment: “A double-blind, placebo-controlled trial of an Aloe vera (A. barbadensis) emulsion in the treatment of seborrheic dermatitis.”
  7. Mayo Clinic: “Aloe.”
  8. Mount Sinai: “Aloe.”
  9. National Center for Complementary and Integrative Health: “Aloe Vera.”
  10. Pharmacognosy Review: “Aloe vera: Potential candidate in health management via modulation of biological activities,” "Plants used for hair growth promotion: A review."
  11. San Diego Zoo Wildlife Alliance: “Aloe: Asphodelaceae Family.”

Risks and warnings (Side Effects) Using Aloe vera

एलोवेरा का उपयोग सामान्य रूप से हानिकारक नहीं होता है, फिर भी आप एलोवेरा का उपयोग करते समय एलर्जी का सामना कर सकते हैं। यदि आपको एलोवेरा के उपयोग के सबंध में कोई समस्या हो तो इसका उपयोग बंद करके चिकिस्त्सक से संपर्क कर इसका उपयोग करना चाहिए। 
  1. घृतकुमारी का उपयोग गर्भवती महिलाओं को सतर्कता से करना चाहिए, घृतकुमारी के सेवन से पूर्व डॉक्टर से सलाह अवश्य ही लेनी चाहिए। 
  2. शरीर की एलर्जी प्रतिक्रिया: कुछ लोगों को घृतकुमारी का सेवन करने से शरीर में एलर्जी हो सकती है, जैसे कि त्वचा में खुजली, चकत्ते आदि ।
  3. विशेष चिकित्सा स्थितियों में सतर्क रहें: कुछ विशेष चिकित्सा स्थितियों में जैसे कि डायबिटीज आदि विकारों में इसका सेवन वैद्य की सलाह के उपरान्त ही करना चाहिए।
  4. दवाओं के साथ संयुक्त उपयोग: घृतकुमारी को किसी भी औषधि या दवा के साथ संयुक्त रूप से उपयोग न करें, क्योंकि यह दवाओं के प्रभाव को प्रभावित कर सकता है और हानिकारक परिणाम हो सकता है। 
Aloe Vera Oil for Healthy Hair Hindi

घृतकुमारी/ एलोवेरा से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

घृतकुमारी क्या है? What is Aloe Vera in Hindi
घृतकुमारी एक पौधा होता है जो एलोवेरा के नाम से भी जाना जाता है, जो शुष्क स्थानों पर अधिकता से पैदा होता है। इसके हरे रंग के लम्बे लम्बे पत्ते होते हैं जिनके अंदर सफ़ेद रंग का जेल होता है। इस जेल का उपयोग स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। इसे आयुर्वेदिक औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है।

घृतकुमारी के क्या फायदे हैं? What are the Aloevera Benefits in Hindi
घृतकुमारी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जैसे कि:
  1. त्वचा की देखभाल: घृतकुमारी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है। यह त्वचा का पोषण करता है, त्वचा को मोईस्चर और ग्लोइंग बनाये रखने में मदद करता है और त्वचा को सुरक्षा देता है ।
  2. बालों की देखभाल: घृतकुमारी बालों के लिए भी बहुत उपयोगी है। यह बालों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखता है, बालों को झड़ने से रोकता है और बालों को चमकदार बनाये रखता है।
  3. पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है: घृतकुमारी पाचन तंत्र को बल देता है, पेट की समस्याओं को कम करता है और शरीर की पाचन शक्ति को बढ़ाता है।
  4. शारीरिक शक्ति को बढ़ाता है: घृतकुमारी शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, शारीरिक शक्ति को बढ़ाता है और कमजोरी को दूर करता है। 

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घृतकुमारी का उपयोग कैसे करें?
घृतकुमारी का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जैसे कि:
  1. ताजा घृतकुमारी का रस पीना: घृतकुमारी के पत्तों को काटकर उनका रस निकालें. इसके पीले प्रदार्थ को हटा दें और सफ़ेद जेल को धोने के बाद इसे पीस कर पानी में मिलाकर इसका रस पिया जाता है। इस रस में गिलोय, करेला, तुलसी के पत्ते आदि भी मिलाये जाते हैं। यह रस शरीर की दुर्बलता को दूर करता है और पोषण देता है।
  2. घृतकुमारी जेल का उपयोग: घृतकुमारी की पत्तियों की गूदा को निकालकर उस जेल को त्वचा पर लगाएं। यह त्वचा की नमी को बनाए रखता है, त्वचा को मोईस्चर बनाए रखता है और त्वचा की सुरक्षा करता है।
  3. घृतकुमारी के तेल का उपयोग: घृतकुमारी के तेल को बालों में मसाज करके बालों की मजबूती और चमक को बढ़ा सकते हैं।
  4. घृतकुमारी के रस का उपयोग पौष्टिक ड्रिंक के रूप में: घृतकुमारी के रस को नींबू या शहद के साथ मिला कर पीने से एक पौष्टिक ड्रिंक बना सकते हैं, जो शरीर को पौष्टिकता प्रदान करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखता है।
Heath/Medical Disclaimer : The information contained in this post is for educational and informational purposes only and is not intended as medical advice. Always consult with a qualified healthcare professional before making any changes to your health or wellness routine or making opinion for constipation and Patanajli Divya Shuddhi Churna The author of this blog, Saroj Jangir (Admin), is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me, shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.
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