बैद्यनाथ रसराज रस के फायदे उपयोग सेवन विधि Baidyanth Rasraj Rasa Benefits

बैद्यनाथ रसराज रस के फायदे उपयोग सेवन विधि Baidyanth Rasraj Rasa Benefits

रसराज रस एक आयुर्वेदिक ओषधि है जिसके बारे में आपने पूर्व के लेख (रसराज रस के सम्पूर्ण फायदे) में जाना है की यह एक शक्तिवर्धक रसायन है जो मानसिक और शारीरिक दुर्बलता को दूर करती है, ओज वृद्धि करती है और वीर्यवर्धक ओषधि है। यह ओषधि प्रधान रूप से बैद्यनाथ, डाबर के द्वारा बनाई जाती है. यह त्रिदोष नाशक है और वात जनित रोगों में विशेष लाभकारी है। न्यूरो-पेशी विकारों, अनिंद्रा, तनाव और अवसाद को दूर करने में यह ओषधि सहायक है। 
 
बैद्यनाथ रसराज रास के फायदे उपयोग सेवन विधि Baidyanth Rasraj Rasa Benefits

बैद्यनाथ रसराज रस के फायदे Benefits of Baidyanath Rasraj Ras

  • रसराज रस त्रिदोष नाशक ओषधि है जो की वात पित्त और कफ को संतुलित करने में लाभकारी है।
  • यह ओषधि शारीरिक कमजोरी को दूर करती है।
  • मानसिक कमजोरी को दूर कर भ्रम, अनिंद्रा, अवसाद आदि विकारों में रसराज रस के सेवन से लाभ मिलता है।
  • रसायन ओषधि होने के कारण यह शरीर को पोषण देती हैं और विटामिन और खनिज की कमी को दूर करती है।
  • मांशपेशियों की कमजोरी को दूर कर दर्द में आराम देती है।
  • मांशपेशियों की अकड़न/सूजन को दूर करती है।
  • यह ओषधि वात जनित विकार यथा गर्दन का अकड़ना, कमर दर्द, जोड़ों के दर्द में लाभकारी है।
  • स्त्री और पुरुष, दोनों की यौन कमजोरी को दूर करने में सहायक।
  • शरीर में लौह की कमी को दूर कर अनीमिया के इलाज में लाभकारी।
  • अत्यधिक हस्तमैथुन के कारण आई कमजोरी को दूर करने में लाभकारी।
  • वीर्य को पुष्ट कर नपुंसकता के इलाज में गुणकारी।
  • नपुंसकता रोग के इलाज में सहायक।
  • शुक्र संबंधी विकार दूर होते हैं।
  • शरीर में रक्त के सुचारु संचार के लिए।
  • हृदय की दुर्बलताओं को दूर करने, हृदय की मांसपेशियों को ताकत देने वाली ओषधि है।
  • शरीर को डीटॉक्सिफाई करके विषाक्त प्रदार्थों को बाहर निकालती है।
  • लिवर के लिए उपयोगी।
  • शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से युक्त है।
  • पाचन को बढ़ाकर ताकत देने वाली ओषधि है।
  • एनाल्जेसिक और दर्द निवारक के रूप में उपयोगी है।
  • रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) रोग के निदान में लाभकारी।
  • गर्भाशय संबंधी विकार के निदान में लाभकारी। 
  • यह अस्थियों की पीड़ों को सफलता से इलाज करता है, जिसमें ऑस्टियोआर्थ्राइटिस, रूमेटॉयड आर्थराइटिस और गाउट शामिल हैं।
  • इसे हृदयरोग और श्वसन दवा के रूप में भी सुचित किया गया है।
  • इसका उपयोग पुरुष और महिलाएं दोनों के लिए है।
  • रसराज रस इसे हेमिप्लीजिया, फेसियल पैल्सी और सुनने की कमी, और नालीयों के कैल्सीफिकेशन से आने वाले चक्कर से निवारण कर सकता है।
  • यह मांसपेशियों और तंतुओं की कुल मजबूती में सुधार करता है।

रसराज रस के घटक Ingredients of Rasraj Ras

मात्रा और सेवन विधि Rasraj Ras Doses

मात्रा (Dosage): 1-1 गोली
सेवन विधि (Administration):
शुद्ध शहद में 1-1 गोली मिलाकर चाट लें। इसके बाद, ऊपर से गाय के दूध के साथ सुबह और शाम में सेवन करें।
या फिर, इसे औषधियों के कवाथ के साथ भी प्रयोग कर सकते हैं।
सेवन का समय (Timing):  पुरानी बीमारियों के उपचार में 3-4 महीने लगातार उपयोग करें।  जटिल बीमारियों में 1 महीने तक इसका इस्तेमाल करें।

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं

रसराज रस के परहेज Precaution of Rasraj Ras

  • बेसन से बने हुए पदार्थों का त्याग करें।
  • मैदे से बने हुए पदार्थों का सेवन नहीं करें।
  • सभी प्रकार की दालों को छोड़कर केवल मूंग की दाल का सेवन करें।
  • फास्ट फूड से बचें और स्वस्थ आहार का अधिक प्रमोशन करें।
  • रात्रि का जागरण करने की आदतों को कम करें और सही नींद का पालन करें।
  • तले हुए आहार का त्याग करें और प्राथमिकता दें उबले हुए, उपयुक्त तरीके से बनाए गए आहार को।
  • अधिक मसालेदार भोजन से बचें और आपके आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा सुझाए गए आहार का पालन करें।
  • ज्यादा खटाई वाले खाद्य पदार्थों से परहेज़ करें।

रसराज रस के नुकसान Disadvantages of Rasraj Ras

  • मात्रा से अधिक सेवन: इस औषधि की मात्रा को सख्ती से पालन करें। मात्रा से अधिक सेवन शरीर को हानि पहुंचा सकता है। अपने वैद्य से सही मात्रा की सलाह प्राप्त करें।
  • गर्भवती स्त्रियां: गर्भवती स्त्रियों को इस औषधि का सेवन नहीं करना चाहिए, चाहे वहाँ कोई समस्या हो या न हो। गर्भावस्था के दौरान और उसके बाद के लिए भी चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
  • अन्य रोग से पीड़ित: जो लोग किसी अन्य रोग से पीड़ित हैं, उन्हें इस औषधि का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
  • उचित अनुपान: इस औषधि का सही अनुपान का पालन करें। अधिक लाभ के लिए इसे गाय के दूध के साथ या अन्य उचित अनुपान के साथ लें।
  • साइड इफेक्ट्स की निगरानी: इस औषधि का साइड इफेक्ट किसी भी प्रकार का नहीं है, लेकिन अगर कोई अनुयायी इसमें अनुभव करता है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
  • समय सीमा: इसे सीमित समय तक ही प्रयोग करें। लंबे समय तक का अवश्य से अधिक सेवन न करें।
FAQs Baidyanath Rasraj Ras
 

प्रश्न 1: क्या मैं इस गोली को शहद के साथ ले सकता हूँ?

उत्तर: हाँ, आप इसे दिन में दो बार शहद के साथ ले सकते हैं या चिकित्सक की सलाह के अनुसार।

प्रश्न 2: क्या बैद्यनाथ की दवाएं साइड इफेक्ट्स पैदा कर सकती हैं?

उत्तर: बैद्यनाथ एक प्रसिद्ध और विश्वसनीय ब्रांड है। इसने प्राकृतिक घटकों का उपयोग करके दवाएं बनाई हैं और सामान्य और जटिल बीमारियों के इलाज में अत्यंत प्रभावी हैं। इसका मानव मात्रा में उपयोग करने पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।

प्रश्न 3: क्या बैद्यनाथ रसराज रस गोल्ड नींद लाने का कारण है?

उत्तर: बैद्यनाथ रसराज रस गोल्ड चक्कर या नींद लाने का कोई कारण नहीं है।

प्रश्न 4: क्या बैद्यनाथ रसराज रस गोल्ड गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है?

उत्तर: बैद्यनाथ रसराज रस गोल्ड गर्भवती महिलाओं पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। यदि आप ऐसा कुछ महसूस करती हैं, तो तब दवा बंद करें और अपने डॉक्टर से सलाह लें।
 

सुरक्षा सूचना Safety Information

  • इसका उपयोग करने से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें।
  • इसे सीधे सूर्यकिरणों से दूर रखने के लिए एक ठंडे और सुखे स्थान में स्टोर करें।
  • इसे बच्चों के पहुंच से बाहर रखें।
  • हमेशा उपयोग के बाद बोतल को बंद करें।

रसराज रस की कीमत Rasraj Rasa Price

इस ओषधि की वर्तमान में कीमत निम्न प्रकार से है -
  • Baidyanath रसराज रस गोल्ड टैबलेट - 30tab ₹2,274 (₹2,274 / count)
  • Dabur Rasraj Ras Gold - 30 टैबलेट ₹2,100 (₹70 / count)
  • दिव्य रस राज रस -चूर्ण रूप में (पतंजलि) १ ग्राम ₹725
उपरोक्त कीमत में बदलाव सम्भव है।

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
बैद्यनाथ (झांसी) का रसराज रस विद गोल्ड टैबलेट एक हर्बोमिनरल आयुर्वेदिक दवा है जो शरीर की ताकत में सुधार कर सकती है। यह वात रोगों को संबोधित करने में मदद कर सकती है, खासकर पैरालिसिस, गठिया का दर्द, जोड़ों का दर्द, चेहरे की नस पैल्सी आदि। यह हृदय और मस्तिष्क से संबंधित सभी विकारों पर काम कर सकती है। यह पुरुषों और महिलाओं में प्रजनन अंग संबंधित रोगों में सुधार कर सकती है।

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
Disclaimer : इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी https://lyricspandits.blogspot.com की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।अस्वीकरण सबंधी विस्तार से सूचना के लिए यहाँ क्लिक करे। The author of this blog, Saroj Jangir (Admin), is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me, shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.
+

एक टिप्पणी भेजें