रात्री में नींद के दौरान अक्सर लोगों को सूखी खांसी की समस्या हो जाती है। इस समस्या से पीड़ित होने पर लोगों की नींद भी खराब होती है। इसलिए यह अहम समस्या को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपाय आजमाए जा सकते हैं। सूखी खांसी और जुकाम व्यक्ति को मौसम के बदलने पर परेशान कर सकते हैं। इसके कारण, खांसते-खांसते पेट और पसलियों में दर्द भी हो सकता है। यदि आप लंबे समय से सूखी खांसी की समस्या से पीड़ित हैं, तो इस पोस्ट में हम आपके लिए सरल घरेलु उपाय लेकर आये हैं । हम आपको इस लेख में बताएंगे कि रात को सोते समय सूखी खांसी होने पर आप किन उपायों का अपनाएँ।
सूखी खांसी के उपाय Sukhi khansi Ke Gharelu Upay
सुखी खांसी क्या होती है ?
सूखी खांसी में बलगम नहीं आता है और यह गले में गुदगुदाहट/खुजली के कारण आने लगती है। सूखी खांसी सर्दी या फ्लू के परिणामस्वरूप भी हो सकती है। पुरानी सूखी खांसी कई अन्य बीमारियों के कारण भी हो सकती है, जैसे कि गर्द, धूल मिट्टी, हृदय की कमजोरी, इसके अतिरिक्त सूखी जलन वाली खांसी, जिसे हम आमतौर पर सूखी खांसी के रूप में जानते हैं, एक सामान्य बीमारी है जो हममें से किसी को भी अलग-अलग कारणों से हो सकती है। सूखी खांसी एक ऐसी स्थिति है जिसमें खांसी के समय सूखापन और जलन की अनुभूति होती है, लेकिन बलगम उत्पन्न नहीं होती है।सूखी खांसी के निम्न लक्षण होते हैं :-
- खाँसना - Coughing
- खांसी की अजीब आवाज - Unusual sound during coughing
- साँसों की कमी - Shortness of breath
- गले में खराश - Throat irritation
- घरघराहट - Hoarseness
- सीने में जकड़न और दर्द महसूस होना - Tightness and pain in the chest
- छींकने और खांसने के कारण नींद न आने की समस्या - Difficulty falling asleep due to frequent coughing and sneezing
- जब हम अंदर सांस लेते हैं तो सीटी की आवाज आती है - Wheezing sound when inhaling
- कफ की अनुपस्थिति - Absence of mucus
- चिड़चिड़ापन - Irritability
सूखी खांसी के घरेलु उपाय Home remedies for dry cough
शहद
सूखी खांसी के लिए घरेलू उपचारों में से एक है शहद का उपयोग। शहद सूखी खांसी के लिए एक अद्वितीय उपचार है। यह न केवल गले की खराश को दूर करता है, बल्कि गले के संक्रमण को भी ठीक कर सकता है। इसके लिए, आपको 2 चम्मच शहद को आधे गिलास गर्म पानी में मिलाकर पीना चाहिये। शहद में कई गुण होते हैं जो गले की खुजली को दूर करते हैं और संक्रमण को दूर करते हैं।अदरक और नमक
अदरक सूखी खांसी में आराम प्रदान कर सकता है। इसके लिए, आपको एक छोटी गांठ अदरक को कूटना होगा और उसमें एक चुटकी नमक मिलानी होगी। इस मिश्रण को दाँतों के नीचे दबाएँ और उसका रस धीरे-धीरे मुंह में जाने दें। आप इसे 5 मिनट तक मुंह में रख सकते हैं, और फिर कुल्ला कर सकते हैं। इससे सूखी खांसी में तुरंत ही लाभ मिलता है। आप इसके साथ में एक छोटा टुकड़ा लौंग का भी मुंह में रख सकते हैं।हल्दी और काली मिर्च
हल्दी और काली मिर्च को एक साथ उपयोग करने से सूखी खांसी में जल्दी आराम प्राप्त होता है। हल्दी में कर्कुमिन होता है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। यह कारण है कि हल्दी सूखी खांसी सहित कई स्थितियों में लाभदायक होती है। काली मिर्च के साथ लेने पर कर्कुमिन को रक्त प्रवाह में अच्छे तरीके से शामिल किया जा सकता है। आप गुनगुने दूध में 1 चम्मच हल्दी और 1/8 चम्मच काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर रात को सोते समय पिए तो इससे सूखी खांसी में आराम मिलता है।सूखी खांसी में शहद और काली मिर्च का सेवन Uses Honey And Black Pepper For Dry Cough
सूखी खांसी के लिए शहद और काली मिर्च का सेवन करने का तरीका है:शहद: आप एक कप गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर ले सकते हैं। इसे दिन में कई बार पिएं। शहद के गुणों से सूखी खांसी को आराम मिलेगा।
शहद और काली मिर्च का मिश्रण: सूखी खांसी को तुरंत रोकने के लिए, आप एक चम्मच शहद में एक चुटकी काली मिर्च का पाउडर मिलाकर इसे चाटे। चाटने से शहद धीरे धीरे गले में उतरता है और अधिक समय तक गले में चिपका रहता है, जिससे यह अधिक प्रभावी होता है। आप इस मिश्रण को गर्म पानी के साथ भी ले सकते हैं, दिन में दो से तीन बार करने से अधिक फायदा होगा।
हल्दी मिला दूध
एक कप दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाएं और उसे अच्छी तरह से मिला लें। इस मिश्रण को गर्म करें और रोजाना सोने से पहले पिएं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन के गुण सूखी खांसी को कम करने में मदद करता है।तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्ते सूखी खांसी को कम करने में मददगार हो सकते हैं। तुलसी (होली बेसिल) पत्तों में काफी औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो श्वासनली को स्वस्थ रखने और खांसी को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। शहद के साथ तुलसी के पत्ते लेने से इसके औषधीय गुण अधिकता से सक्रिय होते हैं। आप रात को सोने से पहले कुछ तुलसी के पत्ते और एक चम्मच शहद लें और उन्हें अच्छे से चबाएं। इससे तुलसी के औषधीय तत्व शहद के साथ मिश्रित होकर संक्रमण को कम कर सकते हैं और सूखी खांसी को शांत करने में मदद कर सकते हैं।गुड़ और अदरक
अदरक (जिंजर) सूखी खांसी को दूर करने में मददगार हो सकता है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो श्वासनली को स्वस्थ रखने और खांसी को कम करने में मदद कर सकते हैं।आप गुड़ और अदरक का सेवन एक साथ कर सकते हैं। आप एक छोटा टुकड़ा अदरक लें और उसे गुड़ एक छोटे तुकडे को मुंह में रख लें, फिर इनको धीरे धीरे चबाएं और इनके रस को चूंस कर निगलते रहें। इससे गुड़ और अदरक के अंदर के औषधीय तत्व अदरक के साथ मिश्रित होते हैं और सूखी खांसी को कम करने में मदद कर सकते हैं।
जब भी पानी पीना हो, गुनगुना ही पिए
सूखी खांसी और सर्दी होने पर गर्म पानी लाभदाई होता है। गर्म पानी के सेवन आपकी श्वासनली में खुजली दूर होती है और गले की सूजन और जलन भी दूर होती है। इसके अलावा, हर्बल चाय (Herbal Tea) जैसे काढ़े में शहद, नींबू, तुलसी, अदरक, लौंग, जीरा, और दालचीनी जैसे घरेलू उपचारी तत्व मिलाए जा सकते हैं जो खांसी और सर्दी को कम करने में मददगार होते हैं।गर्म पानी से गरारा करें
गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करना खांसी और गले में खराश को कम करने में मददगार हो सकता है। गर्म नमकीन पानी से कुल्ला करने से गले में जमा कफ और आंतरिक गंदगी को बाहर निकालने में मदद मिलती है और इससे गले की सूजन और खांसी कम हो सकती है।गरारा करने के लिए एक कप गर्म पानी लें। आधा छोटा चम्मच नमक को गर्म पानी में मिलाएं और अच्छी तरह से मिक्स करें। गरारे करने से पहले नमक मिले पानी को थोड़ा ठंडा होने दें, ताकि आपका मुंह ना जले, अब गुनगुने पानी से गरारे करें।
भाप लें
सूखी खांसी के लिए भाप लेना बहुत लाभकारी हो सकता है। हल्दी के साथ गर्म पानी में भाप लेने से खांसी को कम करने में मदद मिलती है और गले को नम करने में भी सहायता प्रदान करती है।यहां भाप लेने का एक तरीका दिया जा रहा है:
- एक बड़े बर्तन में पानी लें और उसे अच्छी तरह से उबालें।
- जब पानी उबल जाए, उसमें एक चम्मच हल्दी, लौंग, सौंठ मिलाएं।
- अब गर्म पानी के पात्र के उपर अपना सर रख लें और इसे बड़े तौलिये से ढक लें। ध्यान रखें की भाप बाहर ना निकाले। अब इस भाप को आप धीरे धीरे स्वांस के माध्यम से अन्दर लें और कुछ देर अन्दर रखने के उपरान्त स्वांस को छोड़े।
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सूखी खांसी किसे कहते हैं ?
सूखी खांसी एक तरह की खांसी होती है जिसमें गले में बलगम नहीं होती है। इसमें हमारे श्वासनली के ऊपरी भाग में खांसी की एक अनुचित प्रवृत्ति होती है, जो गले को सूखा और तनावपूर्ण बना सकती है। यह खांसी विभिन्न कारणों से हो सकती है जैसे एलर्जी, वायरल संक्रमण, खांसी के कारणों पर प्रतिक्रिया और धूल या धुएं के साथ अस्थमा।सूखी खांसी के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
- बार-बार खांसना बिना बलगम के
- गले में खराश और सूखापन की अनुभूति
- गले के पीछे दर्द और तेज खांसी का अनुभव
- साँस लेने में कठिनाई और दर्द की अनुभूति
- रात में खांसी का बढ़ जाना और नींद को प्रभावित करना
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सूखी खांसी को दूर रखने के कुछ टिप्स बताइये ?
- एयर कंडीशन कमरे में ना रहें और प्राकृतिक माहौल में रहें। एयर कंडीशन से खांसी में अधिकता आने लगती है।
- मधु (हनी) का सेवन: मधु (हनी) को गर्म पानी में मिलाकर पीने से गले की खराश कम होती है और सूखी खांसी में आराम मिलता है।
- लौंग (क्लोव्स) का उपयोग: लौंग को दबाकर छूटने दें और उसे हल्के से चबाकर खाएं। इससे सूखी खांसी में आराम मिलता है।
- हल्दी और गर्म दूध: गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से गले की सूजन कम होती है और खांसी में आराम मिलता है।
- नमक पानी गरारा: गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारे करने से गले की खराश कम होती है और खांसी में राहत मिलती है।
- अदरक का रस: अदरक का रस निकालें और इसे शहद के साथ मिलाकर खाएं। इससे धीरे धीरे चाटने पर सूखी खांसी में आराम मिलता है।
- स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ भोजन, पर्याप्त आराम, व्यायाम और स्नान के सही तरीके का पालन करना आपकी संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है और खांसी को कम करने में मदद करता है।
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