पतंजलि न्यूट्रेला ऑर्गेनिक ओमेगा फायदे उपयोग डॉजेस Patanjali Nutrela Organic Omega 3,6,7 & 9 Benefits Uses Doses
पतंजलि न्यूट्रेला ऑर्गेनिक ओमेगा 3,6,7 और 9 कैप्सूल फॉर्म में पतंजलि का स्वास्थ्य के लिए हितकर उत्पाद है जिसे वैज्ञानिक स्तर पर शोध के उपरान्त तैयार किया गया है। यह ओषधि हृदय के स्वास्थ्य, त्वचा, आंखों के स्वास्थ्य, मस्तिष्क सम्बन्धी क्रियाएं, कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रण में लाभकारी है। इस ओषधि में विटामिन ई के साथ संतुलित अनुपात में ओमेगा 3, ओमेगा 6, ओमेगा 7 और ओमेगा 9 आदि का उपयोग घटक के रूप में किया गया है। Nutrela Organic Omega आपके लिए लाभकारी उत्पाद है जो की आपके शरीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी को दूर करने में सहायक है। Nutrela Organic Omega के सेवन से आप हार्ट और मेंटल हेल्थ के स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए भी कर सकते हैं।
Organic Omega चिकित्सक के अनुसार शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ओमेगा फैटी एसिड बहुत आवश्यक है। इसमें एएलए (ALA), ईपीए (EPA), डीएचए (DHA) भी शामिल हैं। ओमेगा आपके हार्ट (Heart), स्किन (Skin), हेयर(Hair) और इम्यूनिटी (Immunity) को ठीक रखने के लिए बेहद जरुरी है। कई बार आहार में ऐसे तत्वों की कमी हो जाती है। ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी को दूर करने के लिए आप इस उत्पाद का उपयोग कर सकते हैं।
पतंजलि न्यूट्रेला ऑर्गेनिक ओमेगा के घटक Composition of Nutrela Organic Omega
- Organic Flaxseed Oil (95%) संग्रहीत तिल का तेल (95%),
- Sea Buckthorn Oil (2.5%) समुद्री बकथॉर्न का तेल (2.5%),
- Vitamin E (1.3%) विटामिन ई (1.3%),
- Gelling Agent (INS 1440) जेलिंग एजेंट (आईएनएस 1440),
- Humectant (INS 422) ह्यूमेक्टेंट (आईएनएस 422),
- Nature Identical flavoring substance प्राकृतिक फ्लेवरिंग सबस्टेंस
पतंजलि आयुर्वेदा का अधिकृत लिंक Official link of Patanjali Ayurveda
पतंजलि न्यूट्रेला ऑर्गेनिक ओमेगा फायदे/लाभ Patanjali Nutrela Organic Omega Benefits
इस ओषधि के कई लाभ होते हैं जिनमे विषय में आइये विस्तार से जान लेते हैं।हृदय के समग्र स्वास्थ्य के लिए Supports heart health
हृदय स्वास्थ्य के लिए पतंजलि न्यूट्रेला ऑर्गेनिक ओमेगा कैप्सूल के कई फायदे हैं। इसमें फैटी एसिड होते हैं जो की कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रण के अतिरिक्त सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। ओमेगा-3 ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में लाभकारी है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में सहायता मिलती है। इसके सेवन से ब्लड क्लॉटिंग जैसे विकारों से बचाव करने में सहायता मिलती है। हृदय सम्बन्धी विकारों की रिस्क Reduce the risk of heart disease को कम करने में यह सहायक है।पतंजलि न्यूट्रेला ऑर्गेनिक ओमेगा कैप्सूल के फायदे त्वचा के लिए Patanjali Nutrela Organic Omega Capsules Promotes healthy skin
इस ओषधि के सेवन से त्वचा के विकार दूर होते हैं। इसमें ओमेगा 6 और ओमेगा 9 होते हैं जो त्वचा को कई विकारों से मुक्त रखते हैं। vitamin E के कारण से यह त्वचा को कई हानिकारक प्रभावों से मुक्त रखता है।आँखों के लिए लाभकारी
यह ओषधि vitamin E से युक्त होने के कारण यह आँखों की रौशनी और आँखों के विकारों को दूर रखने में सहायक है। Nutrela Organic Omega के सेवन से आपकी आँखों की देखभाल भी होती है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं जिनके कारण से यह आखों के सूखेपन और मोतियाबंद को दूर करने में भी सहायक हैं। Nutrela Organic Omega के उपयोग से आप अपनी त्वचा को अधिक चमकदार और स्वस्थ बना सकते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड होने के कारण आपकी त्वचा में झुर्रियां दूर होती हैं और त्वचा हाइड्रेट रहती है।मस्तिष्क के लिए लाभकारी
ओमेगा-3 फैटी एसिड होने के कारण यह ओषधि आपके मस्तिष्क को कई विकारों से दूर रखने में सहायक होती है। स्मरण शक्ति और तार्किक योग्यता को यह बढ़ावा देने में सहायक है। दिमाग को मजबूत बनाने के लिए यह उत्पाद उपयोगी है। ओमेगा-3 फैटी एसिड आपको कई मस्तिष्क विकार यथा एडीएचडी, सेरेब्रल पाल्सी और ऑटिज्म आदि से आपको सुरक्षित रखता है। इसके सेवन से आप अवसाद से भी बचे रहते हैं।कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाये रखने में सहायक
इस ओषधि में फैटी एसिड होते हैं जो की कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण में रखने में सहायक हैं। Nutrela Organic Omega में ओमेगा-3 फैटी एसिड है जिसके कारण से यह कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में सहायक है। ओमेगा-3 फैटी एसिड के कारण से यह गुड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को सुधारने में सहायक है।जीवन शक्ति के संचार के लिए Supports an active lifestyle
यह ओषधि शरीर में ऊर्जा का संचरण करती है और कमजोरी को दूर करने के लिए गुणकारी है। जोड़ों के दर्द को दूर करने में भी यह सहायक है। आपको एक्टिव बनाने के लिए भी आप इस उत्पाद का उपयोग कर सकते हैं। इसके सेवन से थोड़े से काम के बाद ही आने वाली सामान्य थकान, आलस्य और कमजोरी को दूर करने में सहायता मिलती है। यदि आप भी स्वंय को एक्टिव और चुस्त दुरुस्त रखना चाहते हैं तो इस उत्पाद का उपयोग चिकित्सक की सलाह के उपरान्त कर सकते हैं।खुराक सम्बन्धी सुचना
उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ लें। इसे बच्चों के पहुंच से दूर ररखना चाहिए और चिकित्सक के द्वारा बताई गई निर्धारित मात्रा से अधिक न लें। इसे सीधे सूरज के प्रकाश से दूर रखने के लिए एक ठंडे, सुखे स्थान में संग्रहित करें। सुरक्षा सील टूटी या गायब होने पर इसका उपयोग न करें।सेवन विधि
खाने के उपरान्त दो कैप्सूल का उपयोग करें।यह सर्वोत्तम होगा कि आप कैप्सूल को वह भोजन के साथ लें जो वसा से भरपूर हो, क्योंकि यह अवशोषण को बेहतर करने में सहायक है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड क्या है ?
ओमेगा 3 फैटी एसिड के विषय में हम अक्सर चिकत्सकों से सुनते आये हैं की यह हमारे शरीर के लिए लाभकारी होता है। इसे आप एक तरह का पोषक तत्व समझ सकते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक होता है। यह तीन प्रकार का होता है, एएलए (अल्फा-लिनोलेनिक एसिड) -यह पौधों से प्राप्त होता है और डीएचए (डोकोसाहेक्सानोइक एसिड) और ईपीए (इकोसापैनटोइनिक एसिड) ओमेगा मांस/मछली आदि मांसाहारी आहार से प्राप्त होता है।How much Omega-3 fatty acids do you need daily? / आपको रोजाना कितनी मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड की जरूरत
The National Institutes of Health (NIH) has established different amounts for men, women, and children according to their age. / एनआईएच ने पुरुष, महिला एवं बच्चों के लिए उनकी उम्र के अनुसार भिन्न-भिन्न मात्राएं निर्धारित की हैं।- Infants (up to 12 months) - 0.5 g / शिशु (12 महीने तक) - 0.5 ग्राम
- Children (1 to 3 years) - 0.7 g / बच्चे (1 से 3 साल तक) - 0.7 ग्राम
- Children (4 to 8 years) - 0.9 g / बच्चे (4 से 8 साल तक)- 0.9 ग्राम
- Boys (9 to 13 years) - 1.2 g / लड़के (9 से 13 साल तक)- 1.2 ग्राम
- Girls (9 to 13 years) - 1.0 g / लड़कियां (9 से 13 साल तक)- 1.0 ग्राम
- Adolescent boys (14 to 18 years) - 1.6 g / युवक (14 से 18 साल तक)- 1.6 ग्राम
- Adolescent girls (14 to 18 years) - 1.1 g / युवतियां (14 से 18 साल तक)- 1.1 ग्राम
- Men (19 to 50 years) - 1.6 g / पुरुष (19 से 50 साल तक)-1.6 ग्राम
- Women (19 to 50 years) - 1.1 g / महिलाएं (19 से 50 साल तक)-1.1 ग्राम
- Men (over 50 years) - 1.6 g / पुरुष (50 साल से अधिक)-1.6 ग्राम
- Women (over 50 years) - 1.1 g / महिलाएं (50 साल से अधिक)- 1.1 ग्राम
- Pregnant women - 1.4 g / गर्भवती महिलाएं- 1.4 ग्राम
- Breastfeeding women - 1.3 g / स्तनपान कराने वाली महिलाएं- 1.3 ग्राम
ओमेगा 3 फैटी एसिड के फायदे Benefits of Omega 3 Fatty Acids
- ओमेगा 3 फैटी एसिड आपके त्वचा के स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए गुणकारी है। इससे त्वचा मुलायम और नम बनी रहती है। झुर्रियां और स्किन डिहाइड्रेट दूर होता है। सूर्य से होने होने वाली त्वचा की क्षति का इसके सेवन से बचाव होता है। गर्भावस्था एवं गर्भस्थ शिशु के लिए भी ओमेगा 3 फैटी एसिड के सेवन से लाभ मिलता है। 3 फैटी एसिड से शिशु का सम्पूर्ण विकास होता है और मस्तिष्क का विकास में भी 3 फैटी एसिड लाभकारी है।
- हृदय संबंधी रोगों को दूर रखें में भी ओमेगा 3 फैटी एसिड लाभकारी है। ओमेगा 3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा उन लोगों को स्वतः ही मिल जाती है जो की मछली का सेवन करते हैं। ऐसे में शाकाहारी लोगों में इसका अभाव होना स्वाभाविक है। ओमेगा 3 फैटी एसिड के सेवन से आप हृदय सम्बन्धी विकारों में लाभ मिलता है।
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ हेल्थ के अनुसार, ओमेगा 3 फैटी एसिड के कारण आप मोटापे से बचे रहते हैं।
- ओमेगा 3 फैटी एसिड से आप ऑटोइम्यून रोग से भी बचे रहते हैं।
- मनोवैज्ञानिक विकारों को दूर रखने में भी ओमेगा 3 फैटी एसिड लाभकारी है। भूलने की बीमारी (अल्जाइमर) आदि विकारों में भी ओमेगा से लाभ मिलता है।
- ओमेगा 3 फैटी एसिड से अस्थमा की रोकथाम में सहायता मिलती है।
- हड्डी एवं जोड़ों के रोग में भी फायदेमंद है ओमेगा 3 फैटी एसिड।
ओमेगा से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
ओमेगा खाने से क्या फायदा होता है?
त्वचा को मुलायम बनाने, झुर्रियां मिटाने, त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड लाभकारी है। मस्तिष्क के विकास और मस्तिष्क के विकारों को दूर रखने के लिए ओमेगा लाभकारी है।मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे ओमेगा 3 की कमी है?
इसके लिए आप चिकित्सक की राय लें। ओमेगा की कमी से आपको त्वचा का सूखापन, झुर्रियां, खुजली आदि दिखाई देने लगती है। मुंहासों में वृद्धि भी इसका एक संकेत है।क्या ओमेगा 3 रोजाना लेना अच्छा है?
चिकत्सक की सलाह के उपरान्त आप इसका सेवन कर सकते हैं जो की आपके हृदय, त्वचा और मस्तिष्क के अतिरिक्त जोड़ों के दर्द आदि के लिए भी लाभकारी होता है।आपको प्रति दिन कितना ओमेगा 3 खाना चाहिए?
आपको चिकित्सक की सलाह के उपरान्त रोजाना कम से कम 250-500 मिलीग्राम ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन करना चाहिए।शाकाहारी लोगों को ओमेगा 3 किन आहार से प्राप्त हो सकता है ?
अलसी, चिया बीज, अखरोट, सोयाबीन, पालक और ब्रसेल्स स्प्राउट्स आदि में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। यदि आप मांसाहारी हैं तो साल्मन (Salmon), मैकेरेल (Mackerel), टूना (Tuna), और सारडाइन (Sardine) जैसी मछलियों को ओमेगा-3 फैटी एसिड का रिच सोर्स माना जाता है।संदर्भः
- Omega 3 Fatty Acids. Fact Sheet for Health Professionals. National Institute Of Health
- Arterburn LM, Oken HA, Bailey Hall E, Hamersley J, Kuratko CN, Hoffman JP.Algal-oil capsules and cooked salmon: nutritionally equivalent sources of
docosahexaenoic acid. J Am Diet Assoc. 2008 Jul;108(7):1204-9. - Knapik JJ, Austin KG, Farina EK, Lieberman HR. Dietary Supplement Use in a Large, Representative Sample of the US Armed Forces. J Acad Nutr Diet. 2018 Junpii: S2212-2672(18)30484-2.
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
- पतंजलि लोहासव के फायदे Patanjali Lohasav Ke Fayade Hindi Me Benefits Usage/Doses and Price
- पतंजलि द्राक्षासव के फायदे उपयोग सेवन विधि Patanjali Drakshasav Ke Fayde Upyog Sevan Vidhi
- कोरोनिल कोरोना और आयुर्वेदा Coronil Corona (Covid-19) and Ayurveda
- पतंजलि द्विय मेधा वटी के फायदे उपयोग सेवन विधि Patanjali Medha Vati Fayde Upyog Sevan Vidhi
- पतंजलि दिव्य शुद्धि चूर्ण के फायदे उपयोग Shuddhi Churna Ke Fayde Upyog Kaise Len
- पतंजलि दिव्य श्वसारी वटी के फायदे Patanjali Divy Shvasari Vati Ke Fayde
The author of this blog, Saroj Jangir (Admin),
is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a
diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me,
shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak
Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from
an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has
presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple
and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life
and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.
Disclaimer : इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी लिरिक्सपंडितस की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है अस्वीकरण नीति पढ़ें.