स्वागत करते हैं आपका इस पोस्ट में, जिसमें हम आपको खीरे के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में जानेंगे। खीरा एक सुपरफूड है जिसे हम सलाद, सैंडविच, और अन्य व्यंजनों में आसानी से शामिल कर सकते हैं। यह लाजवाब स्वाद के साथ-साथ विटामिन, मिनरल, और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। हम इस पोस्ट में आपको खीरे के स्वास्थ्य लाभ, इसके उपयोग, और संभावित नुकसानों के बारे में विस्तार से बताएंगे। तो चलिए, जानते हैं की कैसे खीरा हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है और किन बातों का रखना चाहिए ध्यान।
खीरे के फायदे उपयोग और नुकसान Kheere Ke Fayde Upyog Aur Nuksan
संतुलित आहार हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। संतुलित आहार में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिंस, खनिज तत्व एवं फाइबर होता है। हमारे पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाने के लिए फाइबर की आवश्यकता होती है। फाइबर की प्रचुर मात्रा प्राप्त करने के लिए सलाद का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है। सलाद में खीरे का प्रयोग सर्वाधिक किया जाता है। खीरे में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है। गर्मियों के मौसम में खीरा हमें डिहाइड्रेशन से भी बचाता है। पानी और फाइबर की अधिक मात्रा होने से यह शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक है। खीरा एंटीऑक्सीडेंट युक्त होता है। जिससे इसका सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है। खीरे के सेवन से शरीर में पानी की कमी दूर होती है। कैंसर तथा हृदय रोग में भी खीरे का सेवन लाभप्रद होता है। वजन कम करने के लिए भी खीरे का सेवन किया जाता है।
खीरे में पाए जाने वाले औषधीय गुण गर्मी में हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है। शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए खीरा एक उपयुक्त विकल्प है। पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाने के लिए खीरे का उपयोग करना बहुत ही लाभदायक होता है, तो आइए जानते हैं खीरे के सेवन से होने वाले फायदे-
खीरे/खीरा के फायदे (लाभ) Benefits of Cucumber/Kheera in Hindi
डिहाइड्रेशन को दूर करता है Cucumber/Kheera helps in combating dehydration in Hindi
खीरे में प्रचुर मात्रा में पानी होता है। खीरे में लगभग 95% पानी होता है जिससे शरीर में पानी की कमी दूर होती है। गर्मियों के मौसम में खीरे का सेवन बहुत ही लाभदायक होता है। इसके सेवन से डिहाइड्रेशन नहीं होता है। शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा होने से यूरिन से संबंधित समस्याएं, मांसपेशियों में ऐंठन, सिर दर्द और गैस जैसी समस्यायें नहीं होती हैं। खीरे का सेवन करना ऐसी समस्याओं से बचाने में सहायक होता है।
खीरा पानी की आपूर्ति के लिए एक बहुत अच्छा स्रोत है। इसलिए, अगर आप दिन में खीरा खाते हैं, तो इसके कई लाभ हो सकते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को अधिकतर सलाद खाने की आदत होती है, इसलिए वे रात को खीरा खाते हैं। रात के भोजन में खीरा खाने की यह आदत सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है।
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खीरा शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है और पानी की कमी को दूर करने में अहम भूमिका निभाता है। खीरे में अधिकतर मात्रा में पानी होता है जो हमारे शरीर में पानी की कमी को दूर कर ताजगी प्रदान करता है। इसके अलावा, खीरे में मौजूद पोटैशियम, विटामिन सी, और अन्य पोषक तत्व भी हैं जो त्वचा के लिए लाभदायक होते हैं। (1)
मोटापा दूर करता है खीरा Cucumber helps in reducing obesity.
खीरे में प्रचुर मात्रा में पानी तथा फाइबर की मात्रा होती है। जिससे इसका सेवन करने के काफी समय पश्चात भी भूख महसूस नहीं होती है। इसके साथ ही खीरे में बहुत ही कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। 100 ग्राम खीरे में सिर्फ 15 ग्राम कैलोरी प्राप्त होती है। इसलिए मोटापे में खीरे का सेवन करना बहुत ही लाभदायक है। इसका सेवन करने से वजन कम होता है। खीरे का सेवन करने से बढ़ता हुआ वजन नियंत्रित होता है तथा मोटापे से बचाव होता है। मोटापा स्वयं में ही एक बीमारी है जो अनेक बीमारियों का कारण हो सकती है। इसलिए स्वस्थ शरीर के लिए और वजन कम करने के लिए खीरे का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है।
खीरा मोटापा दूर करने में सहायक होता है। यह कम कैलोरी लिए हुए होता है और ऊर्जा भरपूर होता है। खीरे में अधिकांश जलीय तत्व होते हैं और यह मोटापे को कम करने के लिए प्राकृतिक तरीके से शरीर की मेटाबॉलिक गतिविधि को बढ़ाता है। इसके साथ ही, खीरा एक उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ है, जो भोजन के बाद भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है और खाने की मात्रा को कम करने में सहायता प्रदान करता है। खीर कम कैलोरी वाला खाद्य प्रदार्थ है और इसमें फैट नहीं होती है। इसलिए, खीरा आपके वजन घटाने वाले आहार में शामिल किया जा सकता है। खीरे के सेवन से कब्ज और अपच में भी लाभ मिलता है। खीरा फाइबर से भरपूर होता है और इसका पानी कंटेंट भी अधिक होता है, जिससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करता है। (2)
खीरा एक कम कैलोरी वाला आहार है जिसमें कोई भी फैट नहीं होती है। इसलिए खीरे को वजन घटाने वाले आहार में शामिल किया जा सकता है। खीरे में उच्च मात्रा में फाइबर होता है और इसमें प्राकृतिक तरीके से पायी जाने वाली जलीयता भी अधिक होती है, जो कब्ज को दूर करने में मदद करती है।
मोटापे को बढ़ाने में शक्कर का एक महत्वपूर्ण योगदान होता है। किसी भी शक्करयुक्त आहार का सेवन करने से मोटापा बढ़ने का खतरा होता है। हालांकि, खीरे में केवल प्राकृतिक शर्करा पाई जाती है, जिसे वजन कम करने के लिए उपयोगी आहार (वेट लॉस फूड) बनाती है।
कैंसर से बचाव में खीरे के फायदे Benefits of cucumber in cancer prevention
खीरे में पाए जाने वाले बायो एक्टिव कंपाउंड एंटी कैंसर प्रॉपर्टी से युक्त होते हैं। इसलिए यह कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि को रोकता है। खीरे में पाए जाने वाले प्रोटीन्स के कारण खीरा कैंसर की रोकथाम में भी सहायक हो सकता है। खीरा की विशेषता है की यह यह कैंसर कोशिकाओं में ट्यूमर के विकास की रोकथाम में सहायक होता है। हालांकि अभी इस विषय में अधिक शोध की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त खीरा एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो रोगों से लड़ने की क्षमता के विकास में भी सहायक होता है।
International Journal of Health Services में एक लेख के अनुसार, खीरा ककड़ी में पाए जाने वाले क्यूकर्बिटासिन कैंसर को रोकने में मदद कर सकते हैं, क्योंकि इससे कैंसर कोशिकाओं के प्रजनन को रोका जा सकता है। 133 ग्राम छिलका सहित खीरे में 1 ग्राम फाइबर भी मिलता है और फाइबर कोलोरेक्टल कैंसर से बचाने में मदद कर सकता है। ककड़ी में पाए जाने वाले फ्लावोनॉयड कैंसर के खिलाफ लड़ने में मददगार हो सकते हैं। Journal of Cancer Research के एक अध्ययन २०१२ में प्रकाशित जर्नल ऑफ कैंसर रिसर्च में कहा गया है कि खीरा में पाए जाने वाले फ्लावोनॉयड फाइसेटिन, प्रोस्टेट कैंसर की प्रगति को धीमी करने में सहायक होते हैं। (3)
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एंटीऑक्सीडेंट का खजाना है खीरा Cucumber is a treasure trove of antioxidants.
खीरा एंटीऑक्सीडेंट का खजाना है। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है। यह किडनी और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में भी सहायक है। यह anti-aging का कार्य भी करता है। इसलिए आप अपनी दिनचर्या में खीरे का सेवन अवश्य शामिल करें। खीरा शरीर में फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को भी कम करता है। खीरे के अंदर बीटा कैरोटिन और विटामिन सी जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं।
खीरे में पाए जाने वाले विटामिन सी और बीटा कैरोटीन जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को नष्ट करते हैं और इस प्रकार इम्यूनिटी को सुधारते हैं।
हृदय स्वास्थ्य के लिए है लाभदायक है खीरा Cucumber is beneficial for heart health.
खीरा खाने से हृदय स्वस्थ रहता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों से हाई ब्लड प्रेशर से भी बचाव होता है। खीरे का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
खीरे में पोटैशियम, सोडियम और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है, और इसलिए इसे इन खनिजों का अच्छा स्रोत माना जाता है। खीरे का सेवन करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन मजबूत होता है। इससे हृदय अटैक और दिल की बीमारी के जोखिम का भी कम हो सकता है।
खीरा डायबिटीज को करता है नियंत्रित Cucumber controls diabetes
खीरे का उपयोग डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए भी किया जाता है। खीरे का सेवन करने से शर्करा का स्तर नियंत्रित होता है। यह anti-diabetic प्रॉपर्टीज युक्त होता है। इसलिए डायबिटीज में इसका सेवन करना लाभदायक होता है। खीरा मधुमेह में भी उपयोगी हो सकता है क्योंकि
खीरा एक लो कैलोरी, लो जीआई और लो शुगर फूड होता है। इसके सेवन से सुगर लेवल बढ़ता नहीं है। फाइबर के कारण पाचन को दुरुस्त करके वजन को भी बढ़ने नहीं देता है। इसके अतिरिक्त खीरा में एंटीडायबिटिक गुण होते हैं जो मधुमेह को बढ़ने से रोकते हैं। (4)
डायबिटीज पेशेंट्स को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। खीर में फाइबर होता है, जो ब्लड में मौजूद शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। अतः मधुमेह से ग्रसित व्यक्ति को अपने भोजन में खीरे को शामिल करना चाहिए। इस हेतु वे खीरे को सलाद के रूप में या सूप के रूप में उपयोग में ले सकते हैं।
ऐसे बनाएं खीरे का सूप :-
ऐसे बनाएं खीरे का सूप :-
मधुमेह रोगियों के लिए खीरे का सूप की सामग्री:
- 1 खीरा
- 3 चम्मच नींबू का रस
- 1 छोटा प्याज
- 1 लहसुन की कली
- 1/4 कप ऑलिव ऑयल
- 1/2 कप धनिया
- 1 चम्मच जीरा
- नमक और काली मिर्च पाउडर (स्वाद अनुसार)
- खीरे को धोकर काट लें।
- एक ब्लेंडर में कटे हुए खीरे, नींबू का रस, प्याज, लहसुन की कली, ऑलिव ऑयल, धनिया, जीरा, नमक और काली मिर्च पाउडर डालें।
- सभी सामग्री को अच्छी तरह से ब्लेंड करें, ताकि एक मिश्रण बन जाए।
- मिश्रण को बाउल में निकालें और सूप का सेवन करें।
मधुमेह रोगियों के लिए खीरे का रायता
खीरे का रायता डायबिटीज पेशेंट के लिए एक अच्छा विकल्प होता है। खीरे का रायता बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:सामग्री:
- 1 खीरा
- 1 कप दही (योगर्ट)
- नमक स्वाद अनुसार
- ताजा काटा हुआ हरा धनिया (वैकल्पिक)
खीरे का रायता बनाने की विधि
- खीरे को छोटे-छोटे टुकड़ों में कद्दूकस करें।
- एक कटोरी में दही लें और उसमें नमक डालें।
- अब कद्दूकस किए गए खीरे को दही में मिलाएं।
- सब मिलाकर अच्छी तरह से मिक्स करें।
- अगर चाहें तो ऊपर से काटा हुआ हरा धनिया डाल सकते हैं।
आपका खीरे का रायता तैयार है। इसे ठंडा करके परोसें और खाएं।
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आंखों के लिए लाभदायक है खीरा Cucumber is beneficial for eyes
खीरे में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो स्ट्रेस को कम करते हैं। जो आंखों के लिए फायदेमंद होता है। खीरे में पाया जाने वाला विटामिन के आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स की समस्या को कम करता है। आंखें बंद करके खीरे की स्लाइस रखने से आंखों के पास की त्वचा स्वस्थ होती है और काले घेरे दूर होते हैं। इसमें पाया जाने वाला लिग्नांस कंपाउंड आंखों के आसपास की सूजन को भी कम करता है।
खीरा आंखों के लिए वास्तव में बहुत अच्छा होता है। इसमें पानी की अच्छी मात्रा होती है, जो आंखों को ताजगी प्रदान करती है और सूजन को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा, खीरा आंखों की थकान को दूर करने में भी मदद करता है और आंखों के आस-पास की नसों को शांत करता है। इसलिए, खीरे का सेवन आंखों की स्वास्थ्य और आराम के लिए फायदेमंद हो सकता है।
सूजन को करने में खीरे के लाभ : खीरे के स्लाइस को आंखों पर रखने से सूजन को कम किया जा सकता है। खीरे में प्राकृतिक रूप से विशेष तत्व मौजूद होते हैं जो एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण रखते हैं। इन गुणों के कारण, खीरे के स्लाइस को आंखों पर लगाने से सूजन को कम करने में मदद मिलती है। इस तरीके से आंखों की सूजन को कम करके, आपका चेहरा खूबसूरती से निखरेगा।
सेल्यूलाइट से लड़ता है खीरा : खीरे में पाए जाने वाले फाइटोकेमिकल्स खीरे के रस को सेल्यूलाइट के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकते हैं। ये फाइटोकेमिकल्स कॉलेजन के उत्पादन को प्रोत्साहित करते हैं, जो त्वचा को उचित और स्वस्थ बनाने में मदद करता है। इसके साथ ही, खीरे के रस में मौजूद फाइटोकेमिकल्स त्वचा की सूखी त्वचा को नमी देते हैं और त्वचा को निखार देते हैं। इस तरीके से, खीरे का उपयोग सेल्यूलाइट को कम करने, आंखों के नीचे की सूखी त्वचा को हेल्दी बनाने और त्वचा में निखार लाने में मदद कर सकता है।
डार्क सर्कल्स को कम करने में खीरा के लाभ : खीरे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण डार्क सर्कल्स को कम करने में मदद कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा के रंग में सुधार करने में सहायक होते हैं और आंखों के आसपास की त्वचा को हल्का करने में मदद करते हैं। यह आपके चेहरे को सुंदर और उज्ज्वल दिखने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि खीरा काले घेरे को स्थाई रूप से हटाने में मार्गदर्शन नहीं करता है, लेकिन इसका नियमित सेवन आपकी त्वचा को स्वस्थ और उज्ज्वल बनाने में मदद कर सकता है।
झुर्रियों को दूर करने में खीरा के फायदे : खीरे में पाए जाने वाले पोषक तत्व और पानी आंखों के आसपास की त्वचा को हाइड्रेट कर सकते हैं, जिससे झुर्रियां कम हो सकती हैं। यह आंखों के आसपास की त्वचा को मोइस्चराइज़ करता है और उसे स्वस्थ रखने में मदद करता है। नियमित रूप से खीरे का सेवन करने से आपकी त्वचा जवान और स्वस्थ दिख सकती है, और झुर्रियों की समस्या को कम कर सकती है। (5)
हड्डियों को मजबूत बनाता है खीरा Cucumber strengthens bones
खीरे में पाए जाने वाले पोषक तत्व कैल्शियम एवं विटामिन के हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। खीरे का सेवन करना हड्डियों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। इसमें पाया जाने वाला विटामिन के भी हड्डियों को स्वस्थ बनाता है। कैल्शियम की प्रचुर मात्रा होने से यह हड्डियों की डेंसिटी को भी बढ़ाता है।
खीरे में मौजूद विटामिन C और कैल्शियम आपकी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। विटामिन C हड्डी के रेमोडलिंग प्रक्रिया को संचालित करता है और कैल्शियम उत्पादन और अवशोषण में मदद करता है। इसके अलावा, खीरे में पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भी हड्डी स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं और मसल्स को मजबूत बना सकते हैं। खीरे को अपनी डेली डाइट में शामिल करके आप अपनी हड्डियों को हेल्दी रख सकते हैं और मसल्स को स्ट्रांग बना सकते हैं। खीरे में विटामिन के पाया जाता है। यह हड्डी के टूटने को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और हड्डियों में कैल्शियम के अवशोषण को बेहतर बनाने में मदद करता है। एक अध्ययन जिसका नाम 'low intake of vitamin K may be associated with an increased risk of fracture के अनुसार विटामिन के की कमी से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। आपकी जानकारी सही है, हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम, विटामिन डी और विटामिन के जैसे पोषक तत्व अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। खीरा विटामिन के का एक प्राकृतिक स्रोत है और इसलिए यह हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकता है। आपका सुझाव खीरे का नियमित रूप से सेवन करने का है, जिससे आप अपनी हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत रख सकते हैं। खीरे में एस्कॉर्बिक एसिड, कैफीक एसिड और सिलिका जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। खीरे में प्रोटीन, मैग्नीशियम, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन बी 1, विटामिन बी 2, विटामिन बी 6, विटामिन बी 5, फोलिक एसिड और सिलिकॉन भी होते हैं, जो हड्डियों की स्वास्थ्य रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसलिए, खीरे का नियमित सेवन करके आप अपनी हड्डियों को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। (6)
कब्ज को दूर करता है खीरा Cucumber removes constipation
खीरे का सेवन करना पाचन तंत्र के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। खीरे का सेवन करने से पुरानी से पुरानी कब्ज भी दूर होती है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर विषाक्त पदार्थों को दूर कर पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाता है। खीरे में प्रचुर मात्रा में पानी होता है जो पाचन तंत्र को सुचारू रूप से कार्य करने में सहायक होता है। इसलिए कब्ज से पीड़ित व्यक्ति को खाने में खीरे का उपयोग अवश्य करना चाहिए। खीरे का सेवन शरीर की डिटॉक्सिफिकेशन (विषहरण) के लिए भी मददगार साबित होता है। खीरे खाने से शरीर से विषाक्त तत्व बाहर निकल जाते हैं, जिससे वजन कम करने में भी सहायता मिलती है। इसके साथ ही, यह पेट में गैस की समस्या से राहत दिलाने में भी मदद करता है।
खीरे में पानी और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो आपके डाइजेशन को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है। यह आपको कब्ज से बचाने में मदद कर सकता है। फाइबर आपके शरीर में बाहरी कचरे को बाहर निकालने में मदद करता है और नियमित मल चलन को प्रोत्साहित करता है। इसलिए, कब्ज की समस्या से पीड़ित लोगों को खीरा खाने की सलाह दी जाती है। यदि आपको कब्ज की समस्या हो तो आप खीरे को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं, ताकि आपकी पाचन शक्ति बनी रहे और ठीक से पाचन हो सकें।
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पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है खीरा Cucumber keeps the digestive system healthy
खीरे का सेवन करना पाचन तंत्र के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। खीरे का सेवन करने से सीने में जलन, पेट की सूजन और अल्सर की समस्या में भी लाभ होता है। खीरा खाने से पाचन क्रिया सुचारू रूप से संपन्न होती है। खीरे में पाया जाने वाला फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। इसलिए दैनिक आहार में खीरे का सेवन करना सेहत के लिए लाभदायक सिद्ध होता है।
खीरे में पाए जाने वाले बीज और उनका उपयोग कब्ज को रोकने में मदद कर सकते हैं। इन बीजों में फाइबर और नियमित मल त्याग को बढ़ाने वाले तत्व होते हैं। यदि आपको कब्ज की समस्या है, तो खीरे के बीजों का सेवन आपके पेट को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। खीरे में पानी की पर्याप्त मात्रा होती है, जो आपके पेट को स्वस्थ बनाए रखता है और आपको उचित हाइड्रेशन प्रदान करता है। खीरे खाने की सलाह दिन के दोपहर के समय दी जाती है, क्योंकि इस समय पर आपके शरीर को ठंडक मिलती है और खीरा आपको ठंडा और ताजगी देने की क्षमता रखता है।
गर्मियों में खीरा खाने के कई फायदे होते हैं। खीरा विटामिन, मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट्स का पावरहाउस माना जाता है, जो आपको गर्मियों में हाइड्रेशन और पोषण प्रदान करने में मदद करता है। आप खीरा को सलाद, सैंडविच या रायते में शामिल करके इसके फायदे उठा सकते हैं।
गर्मियों में खीरा खाने के कई फायदे होते हैं। खीरा विटामिन, मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट्स का पावरहाउस माना जाता है, जो आपको गर्मियों में हाइड्रेशन और पोषण प्रदान करने में मदद करता है। आप खीरा को सलाद, सैंडविच या रायते में शामिल करके इसके फायदे उठा सकते हैं।
खीरा खाने से पाचन प्रक्रिया में मदद मिलती है। डिहाइड्रेशन और पानी की कमी के कारण अधिकांश लोगों को पाचन समस्या हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें कब्ज, एसिडिटी, और पेट में गैस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
खीरा में अच्छी मात्रा में पानी होती है, जो पाचन प्रक्रिया को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। पानी पाचन में अद्यतन कारक के रूप में काम करता है और उपयोगी ऊतकों के निर्माण में मदद करता है। यह आपके पेट को शुद्ध और स्वस्थ बनाने में मदद करता है और खाद्य सामग्री को सही ढंग से पचाने में मदद कर सकता है। खीरा खाना वास्तव में आपके पेट से जुड़ी कई समस्याओं में फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद जलनशोषक गुणों के कारण खीरा एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकता है। यह पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है और पेट की जलन को कम कर सकता है। खीरे का सेवन आपको तत्वों में ऊर्जा और शांति प्रदान कर सकता है, जिससे आपको आराम मिलता है और एसिडिटी और सीने की जलन के लक्षण को कम कर सकता है।
इसके साथ ही, खीरा में पाया जाने वाला उच्च फाइबर सामग्री भी कब्ज को दूर करने में मदद कर सकता है। फाइबर पाचन प्रक्रिया को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है और पेट की आंतों को साफ़ करने में सहायक होता है। इसलिए, खीरा खाना कब्ज से राहत दिलाने में बेहद उपयोगी हो सकता है। (7)
खीरा में अच्छी मात्रा में पानी होती है, जो पाचन प्रक्रिया को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। पानी पाचन में अद्यतन कारक के रूप में काम करता है और उपयोगी ऊतकों के निर्माण में मदद करता है। यह आपके पेट को शुद्ध और स्वस्थ बनाने में मदद करता है और खाद्य सामग्री को सही ढंग से पचाने में मदद कर सकता है। खीरा खाना वास्तव में आपके पेट से जुड़ी कई समस्याओं में फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद जलनशोषक गुणों के कारण खीरा एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकता है। यह पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है और पेट की जलन को कम कर सकता है। खीरे का सेवन आपको तत्वों में ऊर्जा और शांति प्रदान कर सकता है, जिससे आपको आराम मिलता है और एसिडिटी और सीने की जलन के लक्षण को कम कर सकता है।
इसके साथ ही, खीरा में पाया जाने वाला उच्च फाइबर सामग्री भी कब्ज को दूर करने में मदद कर सकता है। फाइबर पाचन प्रक्रिया को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है और पेट की आंतों को साफ़ करने में सहायक होता है। इसलिए, खीरा खाना कब्ज से राहत दिलाने में बेहद उपयोगी हो सकता है। (7)
मस्तिष्क के स्वास्थ्य को दुरुस्त रखता है खीरा Cucumber promotes brain health.
खीरे का सेवन करने से मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। इसमें पाया जाने वाला फिस्टेटिन (fisetin) नामक फ्लेवोनॉयड न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव युक्त होता है। जो अल्जाइमर जैसी समस्याओं को कम करने में सहायक होता है। बढ़ती उम्र में खीरे का सेवन करने से मस्तिष्क स्वस्थ रहता है और याददाश्त बनी रहती है। खीरे में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी फ्लेवोनॉल नामक पदार्थ मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके अलावा, खीरे में मौजूद विटामिन K मस्तिस्क के लिए लाभकारी होता है. अध्ययनों में देखा गया है कि खीरे के सेवन से मेमोरी में सुधार हो सकता है और यह अल्जाइमर रोग की संभावना को कम कर सकता है।
इसमें मौजूद फ्लेवोनॉल के एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण, खीरे का नियमित सेवन आपके दिमाग को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है और वृद्धावस्था के साथ संबंधित मस्तिष्कीय रोगों की संभावना को कम कर सकता है। यदि आप अपनी मेमोरी को सुधारना या अल्जाइमर रोग की संभावना को कम करना चाहते हैं, तो आप खीरे को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। खीरा एक स्वास्थ्यप्रद स्नेक्स के रूप में भी उपयोगी हो सकता है और इसे सलाद या सैंडविच में भी शामिल किया जा सकता है।
खीरे का सेवन करना त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद है। खीरे का फेस पैक बनाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा हाइड्रेट होती है। खीरा में पाया जाने वाला विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की समस्याओं को दूर करते हैं। इससे त्वचा की सूजन, एलर्जी, खुजली और मुंहासे दूर होते हैं।
खीरे में एंटी एक्ने गुण भी पाया जाता है। इसलिए यह सनबर्न और झुर्रियों के इलाज के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।
खीरे में एंटी एक्ने गुण होने के कारण ही कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स में इसका इस्तेमाल किया जाता है। (8)
त्वचा के लिए है फायदेमंद होता है खीरा Cucumber is beneficial for the skin.
खीरे का सेवन करना त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद है। खीरे का फेस पैक बनाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा हाइड्रेट होती है। खीरा में पाया जाने वाला विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की समस्याओं को दूर करते हैं। इससे त्वचा की सूजन, एलर्जी, खुजली और मुंहासे दूर होते हैं।
खीरे में एंटी एक्ने गुण भी पाया जाता है। इसलिए यह सनबर्न और झुर्रियों के इलाज के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।
खीरे में एंटी एक्ने गुण होने के कारण ही कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स में इसका इस्तेमाल किया जाता है। (8)
खीरे को चेहरे पर लगाने के कई फायदे हो सकते हैं, जो आपकी त्वचा की देखभाल में मदद कर सकते हैं। यहां चेहरे की चमक और उम्र के असर कम करने में खीरे के उपयोग के कुछ तरीके हैं:-
त्वचा की ताजगी: खीरा में पानी की अधिकता होने के कारण, इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा की ताजगी और स्वच्छता में सुधार हो सकता है। आप खीरे को छीलकर पतले टुकड़ों में काटकर चेहरे पर रगड़ सकते हैं और इसे 15-20 मिनट तक रख सकते हैं, फिर ध्यान से धो लें।
त्वचा की चमक: खीरे में मौजूद विटामिन सी के कारण यह त्वचा की चमक को बढ़ा सकता है। आप खीरे के टुकड़ों को चेहरे पर मसाज कर सकते हैं या खीरे का रस निकालकर उसे चेहरे पर लगा सकते हैं। इसे 15-20 मिनट तक रखें और फिर हल्के हाथों से मलें और धो लें।
उम्र के असर को कम करें: खीरे में प्राकृतिक टाइटनिंग और एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो उम्र के असर को कम करने में मदद कर सकते हैं। नियमित रूप से खीरे का उपयोग करने से त्वचा में नमी बनी रहती है और झुर्रियां कम हो सकती हैं।
त्वचा के दाग-धब्बे: खीरे के रस को चेहरे पर लगाने से त्वचा के दाग-धब्बे कम हो सकते हैं। खीरे के टुकड़ों को चेहरे पर रगड़ें और उसे 15-20 मिनट तक रखें, फिर ध्यान से धो लें।
स्किन की सूजन कम करने में सहायक है खीरा: खीरे के रस में प्राकृतिक तरीके से पाये जाने वाले फ्लैवोनॉयड्स और एन्जाइम्स होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, खीरे में पानी की उच्च मात्रा और उपयोगी पौष्टिक तत्व सूजन को कम करने और त्वचा को ताजगी प्रदान करने में मदद कर सकते हैं।
सूजन को कम करने के लिए, आप खीरे को काटकर इसके टुकड़ों को स्किन पर रगड़ सकते हैं या उसका रस निकालकर इसे स्किन पर लगा सकते हैं। ध्यान दें कि स्किन पर खीरे का रस लगाने से पहले आपको इसे पहले से साफ़ पानी से धोना चाहिए ताकि वह किसी भी कीटाणु या धूल को हटा सके। इसे लगभग 15-20 मिनट तक रखें और फिर हल्के हाथों से मलें और धो लें। नियमित रूप से इसका उपयोग करने से आपकी स्किन की सूजन कम हो सकती है।
सूजन को कम करने के लिए, आप खीरे को काटकर इसके टुकड़ों को स्किन पर रगड़ सकते हैं या उसका रस निकालकर इसे स्किन पर लगा सकते हैं। ध्यान दें कि स्किन पर खीरे का रस लगाने से पहले आपको इसे पहले से साफ़ पानी से धोना चाहिए ताकि वह किसी भी कीटाणु या धूल को हटा सके। इसे लगभग 15-20 मिनट तक रखें और फिर हल्के हाथों से मलें और धो लें। नियमित रूप से इसका उपयोग करने से आपकी स्किन की सूजन कम हो सकती है।
स्किन की जलन करे शांत : खीरे में पाया जाने वाला एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण स्किन को सूजन, जलन और लालिमा से राहत देने में मदद करता है। खीरे को स्किन पर लगाने से उसकी ठंडक स्किन को शीथल करती है और उसमें संयोजी तंत्र को शांत करती है, जिससे दर्द, जलन और चकत्ते कम हो सकते हैं। इससे आपकी स्किन को आराम मिलता है और वह स्वस्थ और सुंदर दिखती है।
आप खीरे को स्किन पर लगाने के लिए उसे पहले अच्छी तरह से धो लें और फिर खीरे को काटकर उसके टुकड़ों को स्किन पर रगड़ें। ध्यान दें कि खीरे को चेहरे पर लगाने से पहले आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपकी स्किन खीरे से संवेदनशील नहीं हो रही है। यदि आपकी स्किन खीरे को अच्छी तरह से सहन करती है, तो आप इसे लगभग 15-20 मिनट तक रख सकते हैं और फिर उसे धो लें। नियमित रूप से खीरे का उपयोग करने से आपकी स्किन की जलन, लालिमा और चकत्ते कम हो सकते हैं।
आप खीरे को स्किन पर लगाने के लिए उसे पहले अच्छी तरह से धो लें और फिर खीरे को काटकर उसके टुकड़ों को स्किन पर रगड़ें। ध्यान दें कि खीरे को चेहरे पर लगाने से पहले आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपकी स्किन खीरे से संवेदनशील नहीं हो रही है। यदि आपकी स्किन खीरे को अच्छी तरह से सहन करती है, तो आप इसे लगभग 15-20 मिनट तक रख सकते हैं और फिर उसे धो लें। नियमित रूप से खीरे का उपयोग करने से आपकी स्किन की जलन, लालिमा और चकत्ते कम हो सकते हैं।
एक्ने करे दूर : खीरे का रस आपकी त्वचा के लिए कई फायदेमंद हो सकता है, विशेष रूप से एक्ने की परेशानी को कम करने में मददगार हो सकता है। खीरे में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की सूजन को कम करने में मदद करते हैं और उसे स्वस्थ बनाने में सहायक होते हैं। इसके साथ ही, खीरे का रस त्वचा को साफ और ताजगी देने में मददगार होता है, जिससे मुंहासों की समस्या कम हो सकती है।
खीरे के रस को त्वचा पर लगाने के लिए, आप एक फ्रेश खीरा ले सकते हैं और उसे पीसकर उसका रस निकाल सकते हैं। फिर आप इस रस को एक कप में डालकर एक कप पानी मिलाएं और इस मिश्रण को अपने चेहरे पर लगाएं। उसे 15-20 मिनट तक सुखने दें और फिर ध्यान से धो लें। नियमित रूप से खीरे का रस त्वचा पर लगाने से आपकी त्वचा की एक्ने से संबंधित समस्या कम हो सकती है।
खीरे के रस को त्वचा पर लगाने के लिए, आप एक फ्रेश खीरा ले सकते हैं और उसे पीसकर उसका रस निकाल सकते हैं। फिर आप इस रस को एक कप में डालकर एक कप पानी मिलाएं और इस मिश्रण को अपने चेहरे पर लगाएं। उसे 15-20 मिनट तक सुखने दें और फिर ध्यान से धो लें। नियमित रूप से खीरे का रस त्वचा पर लगाने से आपकी त्वचा की एक्ने से संबंधित समस्या कम हो सकती है।
झुर्रियां को दूर करने में खीरे के फायदे : खीरे का रस वास्तव में त्वचा के लिए बहुत उपयोगी होता है और झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकता है। इसका एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को रोकथाम में मदद करता है और झुर्रियों को कम करने में मददगार होता है। खीरे का रस त्वचा को प्राकृतिक तरीके से मोइस्चर और टॉनिंग प्रदान करता है, जिससे त्वचा को सुपलेक्स कमजोर नहीं होने देता है। इसके रस में पाये जाने वाले फोलिक एसिड और विटामिन सी त्वचा के लिए उत्तम होते हैं, क्योंकि वे त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने और नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करते हैं।
आप खीरे का रस सीधे अपनी त्वचा पर लगा सकते हैं या उसे दूसरे घटकों के साथ मिश्रित करके उपयोग कर सकते हैं। आप एक छोटे खीरे को मिक्सर में पीसकर उसका रस निकाल सकते हैं और फिर इसे साफ पानी के साथ मिलाकर एक टोनिक बना सकते हैं। इस टोनिक को आप रोजाना त्वचा पर लगाएं और धीरे-धीरे मालिश करें। इसे रात में सोते समय लगाने से भी अच्छा परिणाम मिल सकता है। नियमित रूप से खीरे के रस का उपयोग करने से आपकी त्वचा में सुधार दिख सकता है और झुर्रियां कम हो सकती हैं।
आप खीरे का रस सीधे अपनी त्वचा पर लगा सकते हैं या उसे दूसरे घटकों के साथ मिश्रित करके उपयोग कर सकते हैं। आप एक छोटे खीरे को मिक्सर में पीसकर उसका रस निकाल सकते हैं और फिर इसे साफ पानी के साथ मिलाकर एक टोनिक बना सकते हैं। इस टोनिक को आप रोजाना त्वचा पर लगाएं और धीरे-धीरे मालिश करें। इसे रात में सोते समय लगाने से भी अच्छा परिणाम मिल सकता है। नियमित रूप से खीरे के रस का उपयोग करने से आपकी त्वचा में सुधार दिख सकता है और झुर्रियां कम हो सकती हैं।
स्किन को हाइड्रेट रखने के लिए खीरे के फायदे : खीरे का रस त्वचा को हाइड्रेट रखने में मददगार होता है। खीरे में मौजूद जल त्वचा को तरोताजगी प्रदान करता है और उसे मॉइस्चराइज करता है। शहद और एलोवेरा जैसे तत्वों के साथ मिलाकर खीरे का रस लगाने से त्वचा को और भी अधिक फायदा हो सकता है। शहद त्वचा को आराम और शीतलता प्रदान करता है और एलोवेरा जेल त्वचा को मॉइस्चराइज करके उसे स्वस्थ और प्राकृतिक बनाता है। इस तरह के मिश्रण का इस्तेमाल करके आप अपनी स्किन को हाइड्रेट रख सकते हैं और ताजगी और चमक दे सकते हैं।
बालों के लिए लाभदायक होता है खीरा Cucumber is beneficial for hair health.
खीरे में पाए जाने वाले पोषक तत्व सिलिकॉन एंड सल्फर बालों के विकास में सहायक होते हैं। यह पोषक तत्व बालों को काला एवं घना बनाते हैं। नियमित रूप से खीरे का सेवन करने से बाल झड़ना कम होता है। (9)
खीरे का रस वास्तव में बालों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद सिलिकॉन, सोडियम, कैल्शियम, सल्फर और अन्य मिनरल्स बालों को पोषण प्रदान करते हैं और उन्हें मजबूत और स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं। यह मिश्रण बालों की गिरने को कम कर सकता है और उन्हें शाइनी और स्वस्थ बनाए रख सकता है।
खीरे में मौजूद विटामिन और मिनरल्स त्वचा के लिए भी फायदेमंद होते हैं। यह त्वचा को हाइड्रेट करता है, जिससे उसकी नमी बनी रहती है और त्वचा स्वस्थ और चमकदार दिखती है। इसके साथ ही, खीरा त्वचा के लिए ठंडक प्रदान करता है और त्वचा को स्वच्छ और ताजगीभरी रखने में मदद करता है।
इन सभी गुणों के कारण, खीरे के रस को बालों में और त्वचा पर लगाने से उन्हें आवश्यक पोषण मिलता है, जो उन्हें स्वस्थ और अच्छी तरह से रखने में मदद करता है।
खीरे में मौजूद विटामिन और मिनरल्स त्वचा के लिए भी फायदेमंद होते हैं। यह त्वचा को हाइड्रेट करता है, जिससे उसकी नमी बनी रहती है और त्वचा स्वस्थ और चमकदार दिखती है। इसके साथ ही, खीरा त्वचा के लिए ठंडक प्रदान करता है और त्वचा को स्वच्छ और ताजगीभरी रखने में मदद करता है।
इन सभी गुणों के कारण, खीरे के रस को बालों में और त्वचा पर लगाने से उन्हें आवश्यक पोषण मिलता है, जो उन्हें स्वस्थ और अच्छी तरह से रखने में मदद करता है।
खीरे का जूस और नींबू के रस का इस्तेमाल डैंड्रफ की समस्या को कम करने में मददगार हो सकता है। डैंड्रफ आमतौर पर सूखी और खुजलीदार त्वचा के कारण होता है, और खीरे और नींबू के रस में मौजूद गुण त्वचा को शांति और आराम प्रदान कर सकते हैं।
बालों में इस्तेमाल करने के लिए, आप आधा कम खीरे का जूस ले सकते हैं और उसमें 2 बड़े चम्मच नींबू के रस को मिलाएं। इस मिश्रण को बालों में अच्छी तरह से मालिश करें और इसे बालों पर 30 मिनट तक लगे रहने दें। इसके बाद अपने बालों को धो लें। यह मिश्रण आपके बालों की स्कैल्प को संतुलित करने में मदद करेगा और डैंड्रफ को कम करने में सहायता प्रदान करेगा। नींबू के रस के एंटीफंगल गुण खुजली को कम करने में मदद करेंगे और खीरे के जूस की मौजूदा खुजली को शांत कर सकती है। नींबू का रस बालों को चमकदार बनाने में भी मददगार होता है।
बालों में इस्तेमाल करने के लिए, आप आधा कम खीरे का जूस ले सकते हैं और उसमें 2 बड़े चम्मच नींबू के रस को मिलाएं। इस मिश्रण को बालों में अच्छी तरह से मालिश करें और इसे बालों पर 30 मिनट तक लगे रहने दें। इसके बाद अपने बालों को धो लें। यह मिश्रण आपके बालों की स्कैल्प को संतुलित करने में मदद करेगा और डैंड्रफ को कम करने में सहायता प्रदान करेगा। नींबू के रस के एंटीफंगल गुण खुजली को कम करने में मदद करेंगे और खीरे के जूस की मौजूदा खुजली को शांत कर सकती है। नींबू का रस बालों को चमकदार बनाने में भी मददगार होता है।
खीरे के जूस का मसाज करके बालों की ग्रोथ और चमक को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। नीचे दिए गए तरीके से इस्तेमाल करें:
- एक या दो खीरे लें और उन्हें मिक्सर ग्राइंडर में पीस लें ताकि एक चिकनी पेस्ट बन जाए।
- खीरे का जूस एक कटोरी में निकालें और उसे साइड में रखें।
- अपने बालों को धो लें ताकि वे साफ हो जाएं। इस दौरान शैंपू का उपयोग न करें।
- अब नमी छोड़ने के बाद, अपने बालों की जड़ों में खीरे का जूस लगाएं।
- उसे अच्छी तरह से मसाज करें, सर्कुलर मोशन बनाएं और यह सुनिश्चित करें कि जूस बालों की जड़ों तक लग जाए।
- खीरे का जूस अपने बालों पर 15-20 मिनट तक छोड़ दें।
- अंत में, पानी से अपने बालों को अच्छी तरह से धो लें, जब तक जूस निकल न जाए।
खीरे का उपयोग कैसे करें How to use cucumber
- खीरे को साफ पानी से धोकर इसका सलाद बनाकर खाया जाता है।
- खीरे की सब्जी भी बना कर भी इसका सेवन किया जा सकता है।
- खीरे का रायता बहुत ही स्वादिष्ट होता है इसलिए खीरे का रायता भी बना सकते हैं।
- गर्मियों के मौसम में खीरे का जूस बनाकर भी किया जा सकता है।
- खीरे का जूस पीने से शरीर में पानी की कमी दूर होती है। खीरे का जूस गर्मियों के मौसम में पेट की जलन को भी शांत करता है।
- खीरे का जूस शरीर को ठंडक प्रदान करता है।
- खीरे का सूप बनाकर भी आप इसका सेवन कर सकते हैं।
- सैंडविच को ज्यादा हेल्दी बनाने के लिए भी आप खीरे का उपयोग कर सकते हैं।
- एक से दो खीरे का सेवन करना सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
बनाएं खीरे का सलाद
खीरा सलाद बनाने के लिए आवश्यक सामग्री:- 2 मीडियम आकार के खीरे, बारीक कटे
- 1 प्याज, बारीक कटा
- 1 टमाटर, बारीक कटा
- 1 हरी मिर्च, बारीक कटी
- कुछ धनिया पत्ती, कटा हुआ
- धनिया-पुदीने की चटनी (वैकल्पिक)
- नमक स्वादानुसार
- एक बड़े कटोरे में खीरे, प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, और कटी हुई धनिया पत्ती ले लें।
- अब इसमें नमक डालें और अच्छी तरह से मिला लें, ताकि सभी सामग्री अच्छी तरह से मिश्रित हो जाए।
- अगर आप चाहें, तो इसमें थोड़ी सी धनिया-पुदीने की चटनी डाल सकते हैं।
- आपका खीरे का सलाद तैयार है। इसे लंच या डिनर के साथ सर्व करें।
खीरे का सूप
सामग्री:- 4 खीरे
- 1 कप दही
- 2-3 चम्मच ताजा मेथी के पत्ते
- 1 कप पानी या वेजिटेबल स्टॉक
- 1 चम्मच नींबू का रस
- नमक स्वादानुसार
- सबसे पहले, खीरों को छीलकर और बारीक काट लें.
- एक मिक्सर या ब्लेंडर में खीरे, दही, मेथी के पत्ते, पानी या वेजिटेबल स्टॉक, नींबू का रस, और थोड़ा सा नमक डालें।
- इसे अच्छी तरह से ब्लेंड करें, ताकि सभी सामग्री अच्छी तरह से मिश्रित हो जाएं।
- अगर सूप ज्यादा गाढ़ा लग रहा हो तो आप थोड़ा पानी या स्टॉक जोड़ सकते हैं।
- सूप को ठंडा या गर्म करके परोसें और स्वादिष्ट खीरे का सूप का आनंद उठाएं।
- यह खीरे का सूप आपको वजन कम करने में मदद करेगा, और यह गर्म या ठंडा दोनों तरीके से परोसा जा सकता है। आप इसे अपने डाइट प्लान में शामिल करके एक स्वस्थ और पौष्टिक व्यंजन का आनंद उठा सकते हैं।
खीरे का रायता
सामग्री:
- दही - 2 कप (400 ग्राम)
- खीरा - 2 मीडियम आकार के.
- हरी मिर्च - 1 बारीक कटी हुई
- काली मिर्च - 1/4 छोटी चम्मच
- नमक - स्वादानुसार (1/4 छोटी चम्मच से कम)
- काला नमक - 1/4 छोटी चम्मच
- भुना जीरा - 3/4 छोटी चम्मच
- हरा धनिया - 1-2 टेबलस्पून (बारीक कटा हुआ)
खीरे का रायता बनाने की विधि
- एक कटोरी में दही को फेंट लें।
- खीरे को छीलें और उसे आधा आधा इंच के टुकड़ों में काटें।
- कद्दूकस किए हुए खीरे, हरी मिर्च, काली मिर्च, सादा नमक, काला नमक, हरा धनिया और भुना हुआ जीरा पीसकर दही में मिलाएं। अच्छे से मिला लें।
- खीरे का रायता को एक प्याले में निकालें और ऊपर से बचा हुआ जीरा पाउडर डालें।
- खीरे का रायता (Kheera Raita) को परोसें और खाएं।
खीरे का रस Cucumber Juice
- 1/2 से 1 खीरा लें।
- खीरा को अच्छे से धो लें ताकि कोई धूल या अवरोध बाकी न रहे।
- खीरे की छिलका हटा दें।
- खीरा छोटे टुकड़ों में काट लें और पानी के साथ ब्लेंडर में डालें।
- मिश्रण को छान लें ताकि रस अलग हो जाए और कोई भाग ठोस न रहे।
- चाहें तो रस में शहद डालें।
- रस को अच्छे से मिलाएं।
आइए अब जान लेते हैं खीरे के सेवन से होने वाले नुकसान Side Effects Of Cucumber खीरा खाने के नुकसान
हालांकि खीरे का सेवन करना हमेशा लाभदायक ही होता है लेकिन कभी-कभी इसकी अधिक मात्रा का सेवन लाभ के बजाय नुकसानदायक भी हो सकता है। आप निम्न बातों को ध्यान में रखकर खीरे के अधिक सेवन से होने वाले नुकसान से अपना बचाव कर सकते हैं।
- खीरे का सेवन निर्धारित मात्रा में ही करें।
- रात में खीरा खाने से कफ दोष बढ़ सकता हैं क्योंकि खीरे में पानी की मात्रा अधिक होती है। इसके साथ ही, खीरे की तासीर भी शीतल/ठंडी होती है। यह वजह है कि रात में खीरा खाने से फेफड़ों में बलगम जम सकती है और आपको खांसी हो सकती है।
- इसका अधिक सेवन करने से पेट में गैस, अपच की समस्या हो जाती है।
- कुछ खीरे स्वाद में कड़वे होते हैं।
- कड़वे खीरे का सेवन नहीं करना चाहिए।
- कड़वे खीरे में कुकुरबिटासिन पाया जाता है, जो एक विषाक्त पदार्थ होता है।
- कड़वे खीरे का सेवन करने से पाचन संबंधित समस्याएं हो जाती हैं।
- खीरे का अधिक मात्रा में सेवन करने से बार बार यूरिन जाना पड़ता है क्योंकि खीरा ड्यूरेटिक (मूत्र वर्धक) होता है।
- जिन व्यक्तियों को खीरे से एलर्जी है होती है उन्हें खीरे का सेवन करने नहीं करना चाहिए।
इस प्रकार आपने जाना कि खीरे का सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। खीरे में पाए जाने वाले पोषक तत्व हमारे शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति कर स्वस्थ बनाने में सहायक होते हैं। निर्धारित मात्रा में खीरे का सेवन करने से पाचन तंत्र भी स्वस्थ रहता है। खीरे में उपस्थित जल और फाइबर की मात्रा हमें पानी की कमी से बचाती हैं। गर्मियों के मौसम में खीरे का सेवन करना बहुत ही लाभदायक होता है। संतुलित आहार में सलाद का उपयोग करना बहुत ही आवश्यक होता है। और सलाद में खीरे का उपयोग एक बहुत ही अच्छा विकल्प होता है। इसलिए आप अपने सलाद में एक से दो खीरे का सेवन आवश्यक रूप से करें।
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खीरा खाने के कुछ बेमिसाल फायदे | Amazing Health Benefits of Cucumber | Acharya Balkrishna
USDA के अनुसार खीरे में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की सूचि (प्रति १०० ग्राम खीरे में पाए जाने वाले पोषक तत्व )
- पानी (96.7 ग्राम)
- ऊर्जा (10 कैलोरी, 44 किलोजूल)
- प्रोटीन (0.59 ग्राम)
- कुल लिपिड (वसा) (0.16 ग्राम)
- ऐश (0.36 ग्राम)
- कार्बोहाइड्रेट, अंतर से (2.16 ग्राम)
- आयम, कुल प्रतिशत (0.7 ग्राम)
- शर्करा, NLEA सहित कुल समेत (1.38 ग्राम)
- ग्लूकोज़ (0.63 ग्राम)
- फ्रूक्टोज़ (0.75 ग्राम)
- स्टार्च (0.08 ग्राम)
- कैल्शियम, Ca (14 मिलीग्राम)
- आयरन, Fe (0.22 मिलीग्राम)
- मैग्नीशियम, Mg (12 मिलीग्राम)
- फास्फोरस, P (21 मिलीग्राम)
- पोटेशियम, K (136 मिलीग्राम)
- सोडियम, Na (2 मिलीग्राम)
- जस्ता, Zn (0.17 मिलीग्राम)
- तांबा, Cu (0.071 मिलीग्राम)
- मैंगनीज़, Mn (0.073 मिलीग्राम)
- सेलेनियम, Se (0.1 माइक्रोग्राम)
- फ्लोराइड, F (1.3 माइक्रोग्राम)
- संपूर्ण स्वच्छंद एसिड के रूप में विटामिन सी (3.2 मिलीग्राम)
- थायमिन (0.031 मिलीग्राम)
- रिबोफ्लेविन (0.025 मिलीग्राम)
- नाइएसिन (0.037 मिलीग्राम)
- पैंथोथेनिक एसिड (0.24 मिलीग्राम)
- विटामिन बी-6 (0.051 मिलीग्राम)
- कुल फोलेट (14 माइक्रोग्राम)
- फोलेट, खाद्य (14 माइक्रोग्राम)
- फोलेट, DFE (14 माइक्रोग्राम)
- कुल चोलीन (5.7 मिलीग्राम)
- बेटेन (0.1 मिलीग्राम)
- विटामिन ए, RAE (4 माइक्रोग्राम)
- कैरोटीन, बीटा (31 माइक्रोग्राम)
- कैरोटीन, अल्फा (8 माइक्रोग्राम)
- क्रिप्टोज़ांथिन, बीटा (18 माइक्रोग्राम)
- विटामिन ए, IU (72 IU)
- लुटीन + ज़ीएक्संथिन (16 माइक्रोग्राम)
- विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरोल) (0.03 मिलीग्राम)
- आदिपिक एसिड (0.1 ग्राम)
- एलेक्ट्रोलाइट (0.1 ग्राम)
- प्रोपानोइक एसिड (0.1 ग्राम)
- वैलेरिक एसिड (0.1 ग्राम)
- कप्रोइक एसिड (0.1 ग्राम)
- पाल्मिटिक एसिड (0.1 ग्राम)
- सेबेसिक एसिड (0.1 ग्राम)
- विटामिन डी (D2 + D3), अंतरराष्ट्रीय इकाइयां (0 IU)
- विटामिन डी (D2 + D3) (0 माइक्रोग्राम)
- विटामिन के (फाइलोक्विनोन) (7.2 माइक्रोग्राम)
- विटामिन के (डाइहाइड्रोफिलोक्विनोन) (0 माइक्रोग्राम)
खीरे से जुड़े प्रश्न और उत्तर Cucumber related questions and answers
रात को खीरा क्यों नहीं खाना चाहिए ?
खीरे के खाने से पेट में भारीपन और पचाने में कुछ मुश्किलें हो सकती हैं, खासकर अगर इसे रात में खाया जाए। यह इंडिविडुअल प्राकृतिक अनुभव पर भी निर्भर कर सकता है। कुछ लोगों को रात में खीरे खाने से नींद में कुछ दिक्कत हो सकती है, जबकि दूसरे लोगों को कोई परेशानी नहीं होती है।इसलिए, अगर आपको रात में खीरा खाने से कोई असुविधा महसूस हो रही है या नींद को प्रभावित कर रही है, तो आपको उसे दिन में ही खाना चाहिए। दिन के समय, आप अधिक गतिशील रहते हैं और आपका पाचन प्रणाली बेहतर काम करती है, जिससे खीरे को पचाने में आसानी होती है। खीरे में मूत्रवर्धक गुण पाए जाते हैं और यह सही है कि इसके सेवन से टॉयलेट जाने की आवश्यकता बढ़ सकती है। खीरे में ज्यादा मात्रा में पानी पाया जाता है और इसमें एक प्रकार का पाचन एंजाइम भी होता है, जिसके कारण यह पाचन को बढ़ावा देता है।
खीरा कब नहीं खाना चाहिए?
खीरे की तासीर ठंडी होती है और इसका सेवन कफ दोष की संभावना बढ़ा सकता है। खीरा ठंडी औषधीय तत्वों से भरपूर होता है और इसलिए रात में खीरा खाने से कफ दोष बढ़ सकता है, जिससे आपको कफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं।खीरा खाने का सही समय क्या है?
खीरा को दिन के समय खाना अधिक उपयुक्त होता है, खासकर सुबह खाली पेट। इस समय शरीर को अधिक ऊर्जा और पोषण की आवश्यकता होती है और खीरे का सेवन मेटाबोलिज्म को उत्तेजित करके उच्चतम स्तर पर लेकर जाता है। खीरे में पानी की अधिकता होती है, जिससे यह पेट की समस्याओं जैसे कब्ज, एसिडिटी आदि को दूर करने में मदद कर सकता है।खीरा किसे नहीं खाना चाहिए?
जो लोग वार्फरिन (कौमेडिन) या इसी तरह की रक्त-पतला दवाओं का उपयोग करते हैं, उन्हें डॉक्टर से परामर्श किए बिना खीरा का सेवन नहीं करना चाहिए।खीरा के साथ टमाटर नहीं खाना चाहिए ?
खीरे के साथ टमाटर नहीं खाना चाहिए। यह दोनों खाद्य पदार्थ एक साथ खाने से पाचन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। खीरा अल्कलाइन प्रकृति का होता है जबकि टमाटर एसिडिक प्रकृति के होते हैं। इसलिए इन्हें साथ में खाने से पेट में अपच उत्पन्न हो सकता है और सूजन, एसिडिटी और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यदि आपको पेट संबंधी समस्याएं हो रही हैं और आप खीरा और टमाटर का सेवन करना चाहते हैं, तो आप उन्हें अलग-अलग समय पर खा सकते हैं या फिर इन्हें अलग-अलग भोजनों में शामिल कर सकते हैं। इससे पाचन प्रक्रिया को सुविधा मिलेगी और पेट संबंधी समस्याएं कम हो सकती हैं।क्या सुबह खाली पेट खीरा खा सकते हैं?
सुबह खाली पेट खीरा खाने से आपके शरीर में पानी की मात्रा बढ़ती है और यह डिहाइड्रेशन से बचने में मदद कर सकता है। खीरे में अधिकतर पानी होता है और इसलिए इसका सेवन आपके शरीर को जरूरी तत्वों के साथ पूर्णतया शुद्ध करने में मदद करता है। खीरे में पानी के साथ-साथ विटामिन, मिनरल और फाइबर भी होते हैं जो आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और शरीर को शीतल रखने में मदद कर सकते हैं। इसलिए सुबह के समय खीरा खाना आपके शरीर के पानी के स्तर को संतुलित रखने में मदद कर सकता है।आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
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खीरे की तासीर क्या होती है ?
खीरे की तासीर ठंडी होती है, अतः यह कफ को बढा सकता है। स्वांस जनित विकारों से ग्रसित व्यक्ति को इसका संतुलित मात्रा में उपयोग करना चाहिए और सर्दी जुकाम लगने पर इसका सेवन नहीं करना चाहिए।क्या खीरे से पेट की समस्या होती है?
खीरा खाने से अधिकांश लोगों को कोई पेट की समस्या नहीं होती है, और यह सामान्यतः पेट के लिए गुणकारी होता हैं। हालांकि, कुछ व्यक्तियों को खीरे खाने के बाद कुछ पेट संबंधी परेशानियां हो सकती हैं, जो निम्नलिखितहैं:
अधिक खीरे खाने से गैस और ब्लोटिंग: अगर आप बहुत अधिक मात्रा में खीरे खाते हैं, तो इससे आपको गैस और ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है। यह खीरे में मौजूद फाइबर के कारण हो सकता है।
खीरे से एलर्जी: कुछ लोगों को खीरे के प्रति अलर्जी हो सकती है, जिससे उन्हें पेट की समस्या हो सकती है। इसलिए, यदि आपको खीरे खाने के बाद खुजली, चकत्ते या अन्य अवसाद के लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको खीरे के सेवन से बचना चाहिए और एक चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
1 दिन में कितने खीरे खा सकते हैं?
खीरे के सेवन की आवश्यकता व्यक्ति के आहार और आयु के आधार पर भिन्न हो सकती है। यह अधिकतर लोगों के लिए सुरक्षित है।सामान्य रूप से, एक मध्यम आकार के खीरे को रोजाना खाना आदर्श माना जाता है। यह आपको आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। आमतौर पर एक बड़ा खीरा लगभग 100 ग्राम (लगभग 3.5 औंस) का होता है।
आप खीरे को स्वादानुसार अपने भोजन में शामिल करें, जैसे कि सलाद, सैंडविच, सूप रायता आदि।
खीरा छिलकर खाएं या बिना छीले खाएं
खीरे के छिलके में वाकई में कुछ प्रकार के एंटीऑक्सिडेंट्स मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट्स मुख्य रूप से फ्लेवोनॉइड्स और टैनिन के रूप में पाए जाते हैं। फ्लेवोनॉइड्स एक प्रकार के फ्लावनॉइड और पॉलिफेनॉल होते हैं जो पेशाब के जरिए शरीर से विषाक्त प्रदार्थ को बाहर निकालने में सहायक होते हैं और शरीर को फ्री रेडिकल के हानिकारक प्रभाव से बचाते हैं। इसके अलावा, टैनिन एक प्रकार का पॉलिफेनोल है जो शरीर में रोगों के खिलाफ रोकथाम गुण रखता है और पुरानी बीमारीयों के जोखिम को कम कर सकता है।यद्यपि खीरे के छिलके में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, लेकिन यह उनकी मात्रा बहुत कम होती है और छिलके को खाने से पूर्ण फायदा नहीं मिलता है। सामान्यतः लोग खीरे को छिलके के साथ ही खाते हैं, जिससे उन्हें खीरे के अन्य पोषक तत्व और जल मिलता है।
खीरा के विभिन्न नाम क्या होते हैं ?
खीरा का वैज्ञानिक नाम "Cucumis sativus" है और इसे Cucurbitaceae परिवार का सदस्य माना जाता है। यह एक प्रमुख फलीय सब्जी है और उसकी खेती विभिन्न भागों द्वारा की जाती है, जैसे कीपड़ा, बीज और पेड़। यह फल हरे रंग का होता है और आमतौर पर घरेलू खाद्य में उपयोग होता है। इसके फल का उपयोग ताजे रूप में, सलाद, रायता, रस, अचार और अन्य व्यंजनों में किया जाता है।- English – घिरकिन (Gherkin), Cucumber (क्यूकॅम्बर)
- Sanskrit – त्रपुष, कण्टकुल, सुधावास, सुशीतल
- Arabic – खेयार (Kheyaar)
खीरा से नुकसान (Side Effects of Kheera) क्या होते हैं ?
गैस : खीरे के सेवन से कुछ लोगों को गैस या वायुविकार की समस्या हो सकती है. इसके कारण पेट में गैस का बढ़ जाना हो सकता है. यदि आपको ऐसी समस्या होती है, तो आपको खीरे का सेवन कम करना चाहिए.अपच: कुछ लोगों में खीरे के सेवन से अपच (खाने का पचाने की समस्या) की समस्या हो सकती है. यदि आपको खाना पचाने में समस्या होती है, तो खीरे का सेवन कम करें.
एसिडिटी: कुछ लोगों में खीरे के सेवन से एसिडिटी की समस्या हो सकती है. इसके कारण आपको पेट में जलन और असहजता का अनुभव हो सकता है. यदि आपको एसिडिटी की समस्या होती है, तो आपको खीरे का सेवन कम करना चाहिए.
खट्टी डकार: कुछ लोगों में खीरे के सेवन से खट्टी डकार की समस्या हो सकती है. यदि आपको ऐसी समस्या होती है, तो आप मट्ठा पीने के लिए अपने चिकित्सक से सलाह लें.
खीरे के क्या फायदे होते हैं, बताइये ?
- आंखों को शीतलता प्रदान करना
- प्यास बुझाना
- दिल की जलन कम करना
- शरीर के जहरीले तत्वों को बाहर निकालना
- विटामिन्स प्रदान करना
- त्वचा को साफ, चिकनी और चमकदार बनाना
- वजन कम करना
- कब्ज से राहत देना
- कैंसर से लड़ने में मदद करना
- बालों और नाखूनों को मजबूत और चमकदार बनाना
खीरा आँखों के लिए लाभकारी कैसे है ?
- खीरा आँखों के लिए एक उपयोगी और लाभकारी उपादान है।
- आँखों के नीचे सूजन आने पर, खीरे के टुकड़ों को आँखों पर रखने से लाभ मिलता है।
- खीरे में मौजूद तत्व आँखों के नीचे काले घेरों को मिटाने और आँखों की रौशनी को बढ़ाने में मदद करते हैं।
- खीरा आँखों को ठंडक प्रदान करता है और उन्हें ताजगी देता है।
- इसका उपयोग काले घेरों और सूजन को कम करने के लिए भी किया जाता है।
क्या खीरा पाचन शक्ति में सुधार लाता है?
- खीरा पाचन शक्ति को बढ़ाने में बहुत लाभदायक होता है।
- यह में 95 प्रतिशत पानी और 5 प्रतिशत फाइबर होती है।
- खीरा का सेवन कब्ज, एसिडिटी, जलन, और गैस जैसी कई बीमारियों को दूर करने में मदद करता है।
- इसकी फाइबर आवश्यकताओं को पूरा करके पाचन सिस्टम को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखती है।
Source
- Phytochemical and therapeutic potential of cucumber
- Fermentation of Cucumber Extract with Hydromagnesite as a Neutralizing Agent to Produce an Ingredient for Dermal Magnesium Products
- A Comparative Study of the Anti-Obesity Effects of Dietary Sea Cucumber Saponins and Energy Restriction in Response to Weight Loss and Weight Regain in Mice
- Phytochemical screening and in vitro antibacterial and anticancer activities of the aqueous extract of Cucumis sativus
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