एल्केलाइन पानी पीने के फायदे Alkaline Paani Ke Fayde
पानी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। बिना पानी के इस सृष्टि की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। हम पानी का इस्तेमाल किसी न किसी कार्य के लिए करते ही रहते हैं। पृथ्वी पर पानी की मात्रा लगभग 70% है लेकिन पीने का पानी मात्र 3% प्रतिशत ही है। जो समय के साथ कम होता जा रहा है। पीने के पानी को भी आज के समय में शुद्ध करके पीया जाता है। मार्केट में पानी अलग-अलग रूप में मिलता है। एल्केलाइन वाटर भी पानी का एक रूप है जो आजकल काफी प्रचलन में है। एल्केलाइन वाटर सेहत और स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभप्रद माना जाता है। तो आज हम एल्केलाइन वाटर के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में जानेंगे। साथ ही जानेंगे कि यह शरीर पर क्या प्रभाव डालता है और एल्केलाइन वाटर के सेवन से हमें किन-किन रोगों में राहत प्राप्त होती है।
एल्केलाइन वाटर का पीएच स्तर सामान्य पानी से अधिक होता है। सामान्य पानी की पीएच का स्तर लगभग सात होता है। वहीं एल्केलाइन पानी का पीएच स्तर 8 से 9 होता है। इसलिए एल्केलाइन पानी को सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद माना गया है। एल्केलाइन वॉटर हमारे पाचन तंत्र को दुरुस्त कर शरीर को स्वस्थ बनाता है। अन्य कई रोगों में भी इसका सेवन फायदेमंद होता है।
एल्केलाइन वाटर के सेवन के फायदों के कारण ही सामान्य पानी में इलेक्ट्रोलाइट एड कर पानी को एल्केलाइन वाटर बनाया जाता है।
एल्कलाइन वॉटर क्या है ?
एल्कलाइन वॉटर एक प्रकार का पानी है जिसका pH स्तर सामान्य पानी के मुकाबले अधिक होता है। इस पानी का pH स्तर आम तौर पर 8 या 9 होता है, जबकि सामान्य पानी का pH स्तर 7 होता है, जो न्यूट्रल होता है। एल्कलाइन वॉटर के सेवन से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है और हाइड्रेशन में सुधार होता है। एल्कलाइन वॉटर अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदान करता है जो शरीर के कई नुकसानकारी रेडिकल्स को कम कर सकते हैं। इसे पीने से शरीर का pH स्तर संतुलित रहता है, जिससे शारीरिक प्रक्रियाएं ठीक से काम करती हैं।
एल्कलाइन वॉटर एक प्रकार का पानी है जिसका pH स्तर सामान्य पानी के मुकाबले अधिक होता है। इस पानी का pH स्तर आम तौर पर 8 या 9 होता है, जबकि सामान्य पानी का pH स्तर 7 होता है, जो न्यूट्रल होता है। एल्कलाइन वॉटर के सेवन से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है और हाइड्रेशन में सुधार होता है। एल्कलाइन वॉटर अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदान करता है जो शरीर के कई नुकसानकारी रेडिकल्स को कम कर सकते हैं। इसे पीने से शरीर का pH स्तर संतुलित रहता है, जिससे शारीरिक प्रक्रियाएं ठीक से काम करती हैं।
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विटामिन और मिनरल्स का सप्लाई: एल्कलाइन वॉटर में विटामिन C, विटामिन E, मैग्नीशियम, पोटैशियम, और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। वास्तविकता में एल्कलाइन वॉटर में "एल्कलाइन" शब्द उसके पीएच लेवल को दर्शाता है, जो एक माप है जो यह बताता है कि किसी पदार्थ का अम्लीय या क्षारीय होने की मात्रा कितनी है। पीएच स्केल 0 से 14 तक होता है, जहां 7 न्यूट्रल पीएच होता है, जिससे पानी न्यूट्रल होता है। पीएच स्केल पर, जो भी पीएच 7 से कम होता है, वह अम्लीय होता है और जो भी पीएच 7 से ज्यादा होता है, वह क्षारीय होता है।
पानी के रेगुलर पीएच लेवल 7 होता है, जो न्यूट्रल होता है। एल्कलाइन वॉटर का पीएच लेवल इससे ज्यादा होता है, जिससे यह क्षारीय होता है और पीएच 8 या 9 होता है। यह अधिकतर एक प्रकार का शुद्ध पानी होता है, जिसमें विशेष धरोहर या खास गुण शामिल होते हैं जो शारीर के लिए उपयोगी माने जाते हैं।
कैसे पाएं एल्केलाइन वॉटर
आजकल बाजार में एल्कलाइन वाटर वाले RO आसानी से उपलब्ध है। उनमें वाटर को एल्कलाइन बनाने के लिए अलग से कार्टिज लगाई जाती है जो पानी का पीएच लेवल बढ़ाकर आठ से नौ कर देती है। तथा पानी में कुछ मिनरल्स भी ऐड कर दिए जाते हैं जिससे यह पानी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक हो जाता है।
एल्कलाइन वाटर वाले RO ऐसी मशीनें हैं जो पीने के पानी को एंटीऑक्सीडेंट से युक्त कर सुपर वॉटर में बदल देती हैं। जिससे पानी अधिक स्वास्थ्यप्रद और लाभदायक हो जाता है।
एल्केलाइन वाटर के सेवन से होने वाले फायदे / एल्कलाइन वॉटर पीने के फायदे Benefits Of Alkaline Water in Hindi
पानी अमृत है, क्योंकि बिना पानी हम सृष्टि की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। पानी अपने आप में ही एक ऐसी दवा है जिसका सेवन करने से हमारे शरीर के बहुत से रोग स्वत ही दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही पानी में कुछ मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट्स ऐड करके पानी को और ज्यादा लाभदायक बनाया गया है जिसे एल्केलाइन वाटर कहा जाता है।
आइए अब जानते हैं एल्केलाइन वाटर का सेवन करने से होने वाले प्रमुख फायदे
एसिडिटी की समस्या में एल्केलाइन वाटर है सहायक
एल्केलाइन वाटर एसिडिटी की समस्या में राहत प्रदान करता है। इससे एसिड रिफ्लक्स की समस्या कम होती है। यह एसिड को कम कर एसिड रिफ्लक्स की समस्या में राहत प्रदान कर सकता है। आधुनिक जीवनशैली में ऑयली और स्पाइसी भोजन का उपयोग बढ़ रहा है और इससे अधिकतर लोगों को एसिडिटी (अम्लता) की समस्या होती है। यह अम्लता शरीर की रक्त और अंगों से निकलने वाले एसिड को बढ़ा देती है, जिससे शरीर के पीएच (पोटेंशियल हाइड्रोजन) स्तर में असंतुलन होता है। इस असंतुलन के कारण व्यक्ति को एसिडिटी की समस्या हो सकती है, जिसके लक्षण में जलन, पेट में तकलीफ, अधिक गैस बनना आदि शामिल हो सकते हैं।
एल्कलाइन वॉटर में अधिक एल्कलाइनता होती है और यह एसिडिटी को न्यूट्रल करने में मदद करता है। इसका सेवन एसिडिटी को कम करने और शरीर के पीएच को संतुलित करने में सहायक होता है। यह शरीर में अधिक एसिड को निकालने में भी मदद करता है और इससे एसिडिटी की समस्या में आराम होता है।
इसलिए, एसिडिटी की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए एल्कलाइन वॉटर एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है। न्यूयॉर्क के वाइस इंस्टिट्यूट (Weill Cornell Medicine) ने किये गए शोध में दिखाया गया है कि क्षारीय पानी के उपयोग से एसिड की उपस्थिति कम हो सकती है और इससे एसिड रिफ्लक्स की समस्या से राहत मिल सकती है। इस विशेषता से एक्सेस करके आप एसिड रिफ्लक्स की स्थिति में क्षारीय पानी का उपयोग करने में विश्वास कर सकते हैं।
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एल्केलाइन वाटर का सेवन करने से हड्डियां मजबूत बनती हैं। इसके सेवन से हड्डियों की डेंसिटी बढ़ती है, जिससे हड्डियों से जुड़ी हुई समस्या कम होती हैं। इसलिए एल्केलाइन वाटर का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाने में भी सहायक होता है। हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में एल्कलाइन वॉटर का प्रभाव हो सकता है, यह सम्भव है क्योंकि यह अधिक मात्रा में अल्कलाईन धातुओं को प्रदान करता है जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, और पोटेशियम जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। हड्डियों में इन धातुओं की कमी के कारण बोन मिनरल डेंसिटी कम हो सकती है जो कि ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) जैसी समस्या का कारण बन सकती है।
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी एल्केलाइन वाटर सहायक होता है। एल्केलाइन वाटर का नियमित रूप से सेवन करने पर ब्लड प्रेशर नियंत्रित हो सकता है। एल्कलाइन वॉटर (जिसे अक्षर के दायरे में pH 8 या उससे अधिक होता है) का मुख्य फायदा यह है कि यह विषाक्तता में मदद करता है, जिससे ब्लड विस्कोसिटी कम हो सकती है। ब्लड विस्कोसिटी बढ़ने से रक्त संचार में दिक्कतें हो सकती हैं और यह उच्च रक्तचाप के लिए एक कारक हो सकता है। एल्कलाइन वॉटर का सेवन करने से इसमें होने वाले विषाक्त तत्व और अधिक पानी पीने से शरीर की हालत में सुधार हो सकता है।
हालांकि, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए एल्कलाइन वॉटर के सिर्फ उपयोग से पर्याप्त नहीं है। आपको दैनिक व्यायाम करना, स्वस्थ आहार खाना, नमक का सेवन कम करना, स्ट्रेस को कम करना और अतिरिक्त वजन कम करना भी आवश्यक है।
इलेक्ट्रोलाइज्ड एल्केलाइन वाटर में एंटीओबेसिटी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं जिससे यह वजन को कम करने में भी सहायक होता है। वजन कम करने के लिए इलेक्ट्रोलाइज्ड एल्केलाइन वाटर को एंटीओबेसिटी (मोटापा कम करने वाला) गुण से लाभ प्राप्त होता है। यह एक ऐसा पानी है जिसमें अधिकतम अल्कलाइनता व अन्य विशेषताएं होती हैं जो शरीर में एसिडिटी को कम करने में मदद करती हैं। इसके सेवन से वजन कम करने में सहायता मिल सकती है। एल्केलाइन वाटर शरीर के अंगों से निकलने वाले एसिड को सामान्य करता है और इससे शरीर के पीएच का संतुलन होता है। इससे मोटापा कम करने में लाभ हो सकता है और यह वजन प्रबंधन में सहायक साबित हो सकता है।
एल्केलाइन वाटर शरीर में टेलोमर्स/telomeres को बढ़ाने का काम कर सकता है। टेलोमर्स डीएनए का महत्वपूर्ण पार्ट होता है जो क्रोमोसोम्स को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कार्य करता है। इस प्रकार एल्केलाइन वाटर का सेवन कैंसर के खतरे को कम करने के लिए भी किया जा सकता है। हालांकि कैंसर एक घातक बीमारी है जिसका इलाज डॉक्टर से परामर्श कर करवाना अति आवश्यक है। क्षारीय पानी के फायदे कैंसर के खतरे को कम करने और कैंसर के इलाज को अधिक प्रभावी बनाने में भी सकारात्मक संभावना है। एनसीबीआई (National Cancer Institute) के अनुसार कुछ शोधों से पता चलता है कि क्षारीय पानी का सेवन शरीर में टेलोमेर को बढ़ावा देने में सहायक हो सकता है। टेलोमेरेस डीएनए का मुख्य हिस्सा होता है, जो क्रोमोसोम की रक्षा करने का काम करता है।
टेलोमेर शरीर के सेलों के अंत में पाया जाता है और इसकी रक्षा सेल डीवाइड होने के दौरान करता है। सेल डीवाइड होने के प्रत्येक बार टेलोमेर का आकार घटता है, जो वृद्धि और विकास के लिए अहम है। टेलोमेर का सम्पूर्ण होना या उसके बढ़ने से, जैसा कि कुछ शोध से सुझाता है, सेलों के लंबे समय तक जीवित रहने में मदद मिल सकती है और इससे कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है।
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हड्डियों को मजबूत बनाता है एल्केलाइन वाटर
एल्केलाइन वाटर का सेवन करने से हड्डियां मजबूत बनती हैं। इसके सेवन से हड्डियों की डेंसिटी बढ़ती है, जिससे हड्डियों से जुड़ी हुई समस्या कम होती हैं। इसलिए एल्केलाइन वाटर का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाने में भी सहायक होता है। हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में एल्कलाइन वॉटर का प्रभाव हो सकता है, यह सम्भव है क्योंकि यह अधिक मात्रा में अल्कलाईन धातुओं को प्रदान करता है जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, और पोटेशियम जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। हड्डियों में इन धातुओं की कमी के कारण बोन मिनरल डेंसिटी कम हो सकती है जो कि ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) जैसी समस्या का कारण बन सकती है।
एल्केलाइन वाटर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकता है
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी एल्केलाइन वाटर सहायक होता है। एल्केलाइन वाटर का नियमित रूप से सेवन करने पर ब्लड प्रेशर नियंत्रित हो सकता है। एल्कलाइन वॉटर (जिसे अक्षर के दायरे में pH 8 या उससे अधिक होता है) का मुख्य फायदा यह है कि यह विषाक्तता में मदद करता है, जिससे ब्लड विस्कोसिटी कम हो सकती है। ब्लड विस्कोसिटी बढ़ने से रक्त संचार में दिक्कतें हो सकती हैं और यह उच्च रक्तचाप के लिए एक कारक हो सकता है। एल्कलाइन वॉटर का सेवन करने से इसमें होने वाले विषाक्त तत्व और अधिक पानी पीने से शरीर की हालत में सुधार हो सकता है।
हालांकि, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए एल्कलाइन वॉटर के सिर्फ उपयोग से पर्याप्त नहीं है। आपको दैनिक व्यायाम करना, स्वस्थ आहार खाना, नमक का सेवन कम करना, स्ट्रेस को कम करना और अतिरिक्त वजन कम करना भी आवश्यक है।
वजन को कम करने में भी सहायक है एल्केलाइन वाटर
इलेक्ट्रोलाइज्ड एल्केलाइन वाटर में एंटीओबेसिटी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं जिससे यह वजन को कम करने में भी सहायक होता है। वजन कम करने के लिए इलेक्ट्रोलाइज्ड एल्केलाइन वाटर को एंटीओबेसिटी (मोटापा कम करने वाला) गुण से लाभ प्राप्त होता है। यह एक ऐसा पानी है जिसमें अधिकतम अल्कलाइनता व अन्य विशेषताएं होती हैं जो शरीर में एसिडिटी को कम करने में मदद करती हैं। इसके सेवन से वजन कम करने में सहायता मिल सकती है। एल्केलाइन वाटर शरीर के अंगों से निकलने वाले एसिड को सामान्य करता है और इससे शरीर के पीएच का संतुलन होता है। इससे मोटापा कम करने में लाभ हो सकता है और यह वजन प्रबंधन में सहायक साबित हो सकता है।
एल्केलाइन वाटर कैंसर के खतरे को भी कम कर सकता है
एल्केलाइन वाटर शरीर में टेलोमर्स/telomeres को बढ़ाने का काम कर सकता है। टेलोमर्स डीएनए का महत्वपूर्ण पार्ट होता है जो क्रोमोसोम्स को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कार्य करता है। इस प्रकार एल्केलाइन वाटर का सेवन कैंसर के खतरे को कम करने के लिए भी किया जा सकता है। हालांकि कैंसर एक घातक बीमारी है जिसका इलाज डॉक्टर से परामर्श कर करवाना अति आवश्यक है। क्षारीय पानी के फायदे कैंसर के खतरे को कम करने और कैंसर के इलाज को अधिक प्रभावी बनाने में भी सकारात्मक संभावना है। एनसीबीआई (National Cancer Institute) के अनुसार कुछ शोधों से पता चलता है कि क्षारीय पानी का सेवन शरीर में टेलोमेर को बढ़ावा देने में सहायक हो सकता है। टेलोमेरेस डीएनए का मुख्य हिस्सा होता है, जो क्रोमोसोम की रक्षा करने का काम करता है।
टेलोमेर शरीर के सेलों के अंत में पाया जाता है और इसकी रक्षा सेल डीवाइड होने के दौरान करता है। सेल डीवाइड होने के प्रत्येक बार टेलोमेर का आकार घटता है, जो वृद्धि और विकास के लिए अहम है। टेलोमेर का सम्पूर्ण होना या उसके बढ़ने से, जैसा कि कुछ शोध से सुझाता है, सेलों के लंबे समय तक जीवित रहने में मदद मिल सकती है और इससे कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है।
एल्केलाइन वाटर डायबिटीज को नियंत्रित करता है
एल्केलाइन वाटर शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम कर शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। एल्केलाइन वाटर में anti-diabetic गुण होते हैं जिससे डायबिटीज को नियंत्रित रखने में भी मदद मिलती है।
गर्भावस्था में फायदेमंद है एल्कलाइन वाटर
गर्भावस्था में एल्केलाइन वाटर का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है। एल्केलाइन वाटर का सेवन करने से गर्भवती स्त्री को कब्ज की समस्या नहीं होती है। जिससे पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है। एल्केलाइन वाटर के सेवन करने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। गर्भावस्था में पानी की प्रचुरता होनी चाहिए। जिससे गर्भस्थ शिशु का विकास सुचारू रूप से हो सके। इसलिए गर्भावस्था के समय एल्केलाइन वाटर बहुत ही फायदेमंद होता है। एल्केलाइन वाटर शरीर में विटामिंस और मिनरल्स का अवशोषण करने में सहायक होता है। एल्केलाइन वाटर का सेवन करने से भ्रूण को उचित पोषक तत्वों की प्राप्ति होती हैं। इसलिए गर्भावस्था के दिनों में एल्केलाइन वाटर बहुत ही लाभदायक होता है।
गर्भावस्था के दौरान क्षारीय पानी को एक महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है। यह पानी गर्भकोशिकाओं और भ्रूण को पोषण पहुंचाने में मदद करता है। इसमें विटामिन और खनिजों का समृद्ध स्रोत होता है, जो गर्भावस्था के दौरान माँ और शिशु के लिए फायदेमंद होते हैं। क्षारीय पानी आमतौर पर विटामिन के अवशोषण में मदद करता है जो गर्भ के सही विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
गर्भावस्था में कब्ज की समस्या से पीड़ित महिलाओं के लिए भी क्षारीय पानी राहत दिलाने में मदद कर सकता है। यह पानी पाचन तंत्र को संतुलित रखने में मदद करता है और कब्ज के खिलाफ लड़ने में मदद करता है।
गर्भावस्था के दौरान प्रसव के समय होने वाली खून की कमी को सहन करने के लिए भी क्षारीय पानी उपयुक्त हो सकता है। इससे माँ और शिशु दोनों के लिए सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित होता है। अतः, गर्भावस्था के दौरान क्षारीय पानी का सेवन करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है।
गर्भावस्था में कब्ज की समस्या से पीड़ित महिलाओं के लिए भी क्षारीय पानी राहत दिलाने में मदद कर सकता है। यह पानी पाचन तंत्र को संतुलित रखने में मदद करता है और कब्ज के खिलाफ लड़ने में मदद करता है।
गर्भावस्था के दौरान प्रसव के समय होने वाली खून की कमी को सहन करने के लिए भी क्षारीय पानी उपयुक्त हो सकता है। इससे माँ और शिशु दोनों के लिए सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित होता है। अतः, गर्भावस्था के दौरान क्षारीय पानी का सेवन करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है।
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शरीर को डिटॉक्स करने में एल्केलाइन वाटर है सहायक
एल्कलाइन वाटर शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी सहायक हो सकता है। एल्कलाइन वाटर में एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होते हैं। जिससे एल्कलाइन वाटर शरीर को डिटॉक्स करने में सहायक होता है। क्षारीय पानी शरीर से विषाक्त और हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में लाभकारी होता है। शोध से पता चलता है कि क्षारीय पानी में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शराब जैसे हानिकारक पदार्थों को निकालने में मदद कर सकते हैं। इससे शरीर को सकारात्मक रूप से डिटॉक्सीफाई करने में सहायता मिल सकती है।
क्षारीय पानी का सेवन करके शराब, धूम्रपान, और अन्य हानिकारक पदार्थों के प्रभाव को कम करने में भी मदद मिलती है। यह पानी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार करता है जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है। अतः, क्षारीय पानी के सेवन से शरीर की डिटॉक्सीफिकेशन प्रक्रिया में सुधार होता है।
त्वचा के लिए लाभदायक है एल्केलाइन वाटर
एल्केलाइन वाटर में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज होती है। जो त्वचा पर बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करती हैं। एल्कलाइन वाटर का सेवन करने से त्वचा निखरती है। क्षारीय पानी त्वचा की रक्षा करने में गुणकारी होता है। कुछ शोध में यह पता चला है की क्षारीय जल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा को उम्र बढ़ने के प्रभाव से रोकने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, क्षारीय पानी से नहाने से त्वचा को पराबैंगनी किरणों के प्रभाव से बचाया जा सकता है, जिससे त्वचा की रक्षा होती है।
क्षारीय पानी से त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायता मिलती है। यह त्वचा के रंग को सुंदर और स्वच्छ बनाए रखने में मदद कर सकता है, साथ ही त्वचा की नमी को भी बनाए रखता है।
आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद है एल्केलाइन वाटर
एल्केलाइन वाटर का सेवन करना आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी लाभप्रद है। यह ड्राई आइज की समस्या को कम करने में मददगार हो सकता है। एल्केलाइन वाटर का सेवन करने से आंखों की ड्राइनेस कम हो सकती है। एल्केलाइन वाटर में एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होने के कारण यह आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रख सकता है। कुछ शोध में क्षारीय जल में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है जो मुक्त कणों को नष्ट करता है, जिससे सूखी आंखों से राहत मिल सकती है। इसके अलावा, अन्य शोध में भी माना गया है कि एंटीऑक्सिडेंट का मौखिक सेवन ड्राई ऑई से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
PCOS एक आम स्त्री रोग है जो हार्मोनल असंतुलन के कारण होता है और इसमें अनचाहे बाल उगने, अधिक वजन बढ़ने, अव्यवस्थित मासिक धर्म, और अंडाशय में छोटे गर्भाशय के बनने के कारण प्रतिरोधक शक्ति कम हो जाती है। इस स्थिति में, क्षारीय वॉटर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण, प्राकृतिक तरीके से शरीर के रोग-प्रतिरोधी प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।
एल्केलाइन वाटर ओवेरियन सिस्ट को कम करने में भी है सहायक
एल्केलाइन वाटर ओवेरियन सिस्ट की समस्याओं को दूर करने में भी सहायक हो सकता है। एल्केलाइन वाटर प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर उपापचय और हार्मोनल बैलेंस बनाने में सहायक होता है। इससे पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम में राहत प्राप्त हो सकती है, अल्कलाइन वॉटर कृत्रिम अपचय पानी के रूप में भी उपयोगी हो सकता है, जो क्षारीय इलेक्ट्रोलिसिस पानी भी कहलाता है। इस विषय में कुछ शोध प्रदर्शित करते हैं कि क्षारीय पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) में अल्कलाइन पानी के सेवन से सुधार हो सकता है।
PCOS एक आम स्त्री रोग है जो हार्मोनल असंतुलन के कारण होता है और इसमें अनचाहे बाल उगने, अधिक वजन बढ़ने, अव्यवस्थित मासिक धर्म, और अंडाशय में छोटे गर्भाशय के बनने के कारण प्रतिरोधक शक्ति कम हो जाती है। इस स्थिति में, क्षारीय वॉटर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण, प्राकृतिक तरीके से शरीर के रोग-प्रतिरोधी प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।
बालों को घना एवं चमकदार बनाने के लिए भी लाभदायक है एल्केलाइन वाटर
एल्केलाइन वाटर का सेवन करने से बाल घने एवं चमकदार बनते हैं। एल्केलाइन वाटर का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम, स्ट्रोंटियम, मोलिब्डेनम, आयरन और सेलेनियम जैसे तत्वों की प्राप्ति होती है। जो बालों के स्वस्थ बनाए रखते हैं। एल्कलाइन वाटर में पाए जाने वाले मिनरल्स बालों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं। बालों की देखभाल के लिए विभिन्न प्रकार के पानी महत्वपूर्ण हैं। एल्कलाइन वॉटर में अधिक एल्कलाइनता होती है और इसमें मिनरल्स और खनिज भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करते हैं।
क्षारीय जल में मौजूद पानी पीने से शरीर में कैल्शियम, स्ट्रोंटियम, मोलिब्डेनम, आयरन और सेलेनियम जैसे तत्वों की पूर्ति होती है। ये खनिज बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में सकारात्मक प्रभाव डालते हैं और उन्हें मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
कैल्शियम और सेलेनियम बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और उन्हें मजबूती देते हैं। इसके साथ ही, स्ट्रोंटियम और मोलिब्डेनम बालों के झड़ने को रोकने में मदद करते हैं और उन्हें गाढ़ा, चमकदार और स्वस्थ बनाए रखते हैं। आयरन बालों के विकास में महत्वपूर्ण होता है और उन्हें मजबूती देता है।
क्षारीय पानी का नियमित सेवन बालों के लिए आवश्यक खनिज तत्वों की पूर्ति करता है, जिससे उन्हें स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है। यह एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने के लिए।
कैल्शियम और सेलेनियम बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और उन्हें मजबूती देते हैं। इसके साथ ही, स्ट्रोंटियम और मोलिब्डेनम बालों के झड़ने को रोकने में मदद करते हैं और उन्हें गाढ़ा, चमकदार और स्वस्थ बनाए रखते हैं। आयरन बालों के विकास में महत्वपूर्ण होता है और उन्हें मजबूती देता है।
क्षारीय पानी का नियमित सेवन बालों के लिए आवश्यक खनिज तत्वों की पूर्ति करता है, जिससे उन्हें स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है। यह एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने के लिए।
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एल्केलाइन वाटर पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
एल्केलाइन वाटर के सेवन से शरीर में पाचन तंत्र की क्रिया को सुचारू रूप से संपन्न करने में सहायक होता है। जिससे पाचन क्रिया सुचारू रूप से संपन्न होती है। एल्केलाइन वाटर के सेवन से शरीर में पाचन तंत्र की क्रिया को दुरुस्त करने में मदद मिलती है और पाचन विकारों में भी लाभ प्राप्त होता है। यह पानी शरीर के पीएच को बैलेंस करता है, जिससे पाचन तंत्र का संतुलन बना रहता है। सही पीएच स्तर पर होने से पाचन शक्ति बढ़ती है और खाने के पचने की प्रक्रिया भी दुरुस्त होती है।
एल्केलाइन वाटर रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करता है
एल्केलाइन वाटर के सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। एल्केलाइन वाटर के सेवन से पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। जिससे शरीर स्वस्थ रहता है। एल्केलाइन वाटर के सेवन से शरीर को विभिन्न तरीकों से लाभ होते हैं और शरीर स्वस्थ रहता है। यह पानी शरीर के पीएच को बैलेंस करता है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है और रोगों से लड़ने में मदद करता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर की पूर्ति करते हैं और सेहत को सुधारते हैं। यह भी सुनिश्चित करता है कि शरीर में आवश्यक खनिजों की सही मात्रा होती है। इस तरह, एल्केलाइन वाटर के सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है और आपको सकारात्मक जीवन जीने में मदद मिलती है।
शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में है सहायक है
एल्केलाइन वाटर का सेवन करने से शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है। शरीर स्वस्थ रहता है। जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है। एल्कलाइन वॉटर का सेवन करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में बहुत सारे फायदे होते हैं। यह पानी शरीर के पीएच को बैलेंस करता है, जिससे शारीर स्वस्थ रहता है और समर्थ होता है विभिन्न समस्याओं का सामना करने के लिए। यह शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत बनता है, जो रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करते हैं और अस्थायी तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
एल्कलाइन वॉटर का सेवन शरीर के विभिन्न प्रणालियों को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे शरीर का ऊर्जा स्तर भी बढ़ता है और यह तंदुरुस्त रहने में सहायक होता है। इसके सेवन से ताजगी का अनुभव होता है और मन में सकारात्मकता आती है। एल्कलाइन वॉटर में मौजूद खनिजों की वजह से मस्तिष्क स्वास्थ्य को भी सुधार मिलता है, जिससे मेमोरी और कार्यक्षमता बढ़ती है।
मधुमेह को नियंत्रित करता है
एल्कलाइन वॉटर का सेवन मधुमेह विकार में लाभकारी होता है। एल्कलाइन वॉटर शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को कम करके शरीर को स्वस्थ बनाने में लाभकारी होता है। एल्कलाइन वॉटर में एंटीडायबिटिक (रक्त शर्करा कम करने वाला) प्रभाव भी पाया जाता है। कुछ अध्ययनों में, एल्कलाइन वॉटर के सेवन का मधुमेह के संबंध में गुणकारी प्रभाव दिखाया गया है, लेकिन इसका पूर्ण प्रमाण अभी तक नहीं मिला है। आधिकारिक स्वास्थ्य संगठन जैसे WHO (World Health Organization) या FDA (Food and Drug Administration) द्वारा एल्कलाइन वॉटर के मधुमेह नियंत्रण में उपयोग के लिए स्वीकृति नहीं मिली है।
आइए अब जान लेते हैं एल्केलाइन वाटर पीने के क्या नुकसान होते हैं।
एल्केलाइन वाटर पीने के नुकसान
हालांकि एल्केलाइन वाटर पीने का कोई नुकसान ज्ञात नहीं है। एल्केलाइन वाटर शरीर में क्षारीयता को बढ़ाता है, जो सेहत के लिए बहुत ही लाभप्रद होती है। लेकिन आवश्यकता से अधिक एल्केलाइन वाटर का सेवन करना भी नुकसानदायक हो सकता है। आवश्यकता से अधिक एल्केलाइन वाटर पीने से शरीर में क्षारीयता अधिक हो जाती है जिससे निम्न समस्याएं हो सकती हैं:
- एल्केलाइन वाटर के अधिक सेवन करने से मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होने लग सकता है।
- शरीर में अधिक क्षारीयता बढ़ने से भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- उल्टी, जी मिचलाना तथा चक्कर आने जैसी समस्याएं भी क्षारीयता की वजह से हो सकती हैं।
- शरीर में अधिक क्षारीयता होने की वजह से मांसपेशियों में ऐंठन भी हो सकती है।
अल्कलोसिस के लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
भ्रम: अधिक एल्कलाइन पानी पीने से शरीर के अम्लता स्तर में बदलाव हो सकता है, जिससे व्यक्ति को भ्रमित होने का अनुभव हो सकता है।
हाथ कांपना और चक्कर आना: अधिक एल्कलाइनता के कारण शरीर में व्यवस्थित तरीके से रक्त में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर कम हो सकता है, जिससे हाथ कांपने और चक्कर आने का अनुभव हो सकता है।
मांसपेशियों में खिंचाव और उल्टी, मतली: अधिक एल्कलाइन पानी पीने से शरीर के आंत्र में पानी की स्तर में बदलाव हो सकता है, जिससे मांसपेशियों में खिंचाव का अनुभव हो सकता है और उल्टी, मतली हो सकती है।
चेहरे, हाथों, और पैरों में झुनझुनी: अधिक एल्कलाइनता से शरीर के शरीर के प्राकृतिक pH का बिगड़ना हो सकता है और इससे त्वचा पर झुनझुनी का अनुभव हो सकता है।
मांसपेशियों में ऐंठन: अधिक एल्कलाइनता से शरीर में कैल्शियम और अन्य खनिजों की उपस्थिति के स्तर में परिवर्तन हो सकता है, जिससे मांसपेशियों में ऐंठन का अनुभव हो सकता है।
उपरोक्त लेख में आपने जाना कि एल्केलाइन वाटर के सेवन से क्या फायदे होते हैं। आधुनिक समय में एल्केलाइन वाटर का सेवन करके हम अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं। तथा पानी में मौजूद विषैले तत्वों को दूर कर पानी को शुद्ध एवं लाभकारी बना सकते हैं। एल्केलाइन वाटर का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (ऐनसीबीआई) की साइट पर प्रकाशित शोध में एल्कलाइन वॉटर या क्षारीय जल के फायदों के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हैं। इस शोध से पता चलता है कि यह जल कई शारीरिक समस्याओं को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है और व्यक्ति की जीवन और समय जीने की क्षमता में सुधार कर सकता है। एल्कलाइन वॉटर में विभिन्न मिनरल्स और खनिजों के उच्च स्तर के कारण यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह शरीर के तत्वों के संतुलन को बनाए रखने में सहायक होता है और विभिन्न समस्याओं के समाधान में मददगार साबित हो सकता है।
क्षारीय जल के इन्हीं फायदों को ध्यान में रखते हुए, विज्ञानिकों ने सामान्य पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स (कुछ आवश्यक खनिज) मिलाकर पानी को क्षारीय जल में परिवर्तित करने का प्रयास किया है। इस प्रक्रिया को क्षारीय इलेक्ट्रोलाइसिस पानी कहा जाता है। इस प्रकार, एल्कलाइन वॉटर के सभी फायदों को सामान्य पानी में उपयोग करने का माध्यम मिल जाता है।
क्षारीय जल के इन्हीं फायदों को ध्यान में रखते हुए, विज्ञानिकों ने सामान्य पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स (कुछ आवश्यक खनिज) मिलाकर पानी को क्षारीय जल में परिवर्तित करने का प्रयास किया है। इस प्रक्रिया को क्षारीय इलेक्ट्रोलाइसिस पानी कहा जाता है। इस प्रकार, एल्कलाइन वॉटर के सभी फायदों को सामान्य पानी में उपयोग करने का माध्यम मिल जाता है।
Alkaline वॉटर के फायदे
- हड्डियां मजबूत होती हैं: एल्कलाइन वॉटर में मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम, और दूसरे मिनरल्स हड्डियों के लिए उपयुक्त होते हैं, जिससे हड्डियों की मजबूती बढ़ती है।
- एसिडिटी कम होती है: एल्कलाइन वॉटर का सेवन करने से शरीर में एसिडिटी की मात्रा कम होती है और इससे एसिडिटी की समस्या से राहत मिलती है।
- हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कम होता है: एल्कलाइन वॉटर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्वों के कारण, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
- शरीर में हाइड्रेशन बढ़ता है: एल्कलाइन वॉटर पीने से शरीर में हाइड्रेशन बढ़ता है और इससे उपयुक्त पानी की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।
- एजिंग कम होती है: एल्कलाइन वॉटर में पाये जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व शरीर के कोशिकाओं को प्रतिरोधी बनाकर उनके खतरनाक प्रभाव को कम करते हैं और इससे एजिंग कम होती है।
- डाइजेशन इंप्रूव होता है: एल्कलाइन वॉटर के सेवन से पाचन तंत्र की क्रिया सुचारू रूप से संपन्न होती है, जिससे खाने को पचाने की प्रक्रिया में सुधार होता है।
एल्कलाइन पानी क्या होता है ?
हमारे भोजन में खाने और पीने में दो तरह के तत्व पाये जाते हैं एल्कलाइन और एसिडिक. एसिडिक खाना और पानी कई प्रकार की बीमारियां पैदा करता है जबकि एल्कलाइन सेहत के लिए गुणकारी होता है। एल्कलाइन को 0-14 pH लेवल पर मापते हैं और किसी खाने या पानी में अगर ये 14 तक है तो वो अच्छा माना जाता है. अगर कोई पानी या खाना 0 या 1 है तो उसे एसिडिक माना जायेगा और अगर 13-14 है तो उसे एल्कलाइन माना जायेगा वास्तव में, एल्कलाइन वॉटर एक पीएच स्तर के साथ विशेष रूप से यूज किया जाता है, जो सामान्य पानी (पीएच 7) से ऊपर होता है। यह पीएच स्तर विभिन्न विधियों से प्राप्त किया जा सकता है, जैसे कि एल्कलाइन फिल्टर्स के द्वारा, जो इसे मिनरल्स के साथ भर देते हैं। इसे भी दावा किया जाता है कि इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो शरीर को रखने में मदद कर सकते हैं।
कहां से लाएं एल्कलाइन वॉटर
एल्कलाइन वॉटर के साथ RO (रिवर्स ऑस्मोसिस) वाले फ़िल्टर के माध्यम से आप एल्केलाइन वाटर को प्राप्त कर सकते हैं। इसमें एल्कलाइन कार्ट्रिज़ होता है जो पानी के pH स्तर को बढ़ाने के लिए उपयुक्त मिनरल्स के साथ मिला देता है। यह पानी एक मिश्रण होता है जो आम रूप से सामान्य पानी से उच्च pH स्तर वाला होता है।
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एल्कलाइन वॉटर में पीएच स्तर आमतौर पर रेगुलर पीने के पानी की तुलना में अधिक होता है। इस वजह से, इसे कुछ लोग एसिडिटी को बेअसर करने में मददगार मानते हैं।
ORP वैल्यू एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करती है। जब पानी का ORP नकारात्मक होता है, तो उसमें अधिक एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो शरीर के विकास के लिए उपयुक्त होते हैं और उसे फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। यह शरीर को संतुलित रखने में मदद कर सकता है और बीमारियों के खिलाफ रक्षा में मदद कर सकता है। एल्कलाइन वाटर के बारे में जानकारी देने के लिए धन्यवाद। एल्कलाइन वाटर एक प्रकार का पानी है जिसमें पानी का pH स्तर सामान्य पानी से अधिक होता है। सामान्य पानी का pH आम तौर पर 7 होता है, जबकि एल्कलाइन वाटर का pH आम तौर पर 8 या उससे अधिक होता है। इसके कुछ फायदे हो सकते हैं, लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि इन फायदों का वैज्ञानिक प्रमाण अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। प्राकृतिक पानी को हम एल्कलाइन वाटर कहते हैं। मान्यता है की एल्कलाइन वाटर का पीएच स्तर काफी बेहतर होता है, जो शरीर के लाभकारी होता है। सामान्य पानी के पीएच स्तर की बात करें तो 7 होता है, वही एल्कलाइन पानी का पीएच स्तर 8 व 9 होता है और यही कारण है की यह हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। इस पानी को पीने से पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। वह कई रोगों से व्यक्ति को मुक्ति मिलती है। यही नहीं यह बड़ी से बड़ी बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है। यह पानी हमें कई बीमारियों से भी बचाता है।
ORP वैल्यू एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करती है। जब पानी का ORP नकारात्मक होता है, तो उसमें अधिक एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो शरीर के विकास के लिए उपयुक्त होते हैं और उसे फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। यह शरीर को संतुलित रखने में मदद कर सकता है और बीमारियों के खिलाफ रक्षा में मदद कर सकता है। एल्कलाइन वाटर के बारे में जानकारी देने के लिए धन्यवाद। एल्कलाइन वाटर एक प्रकार का पानी है जिसमें पानी का pH स्तर सामान्य पानी से अधिक होता है। सामान्य पानी का pH आम तौर पर 7 होता है, जबकि एल्कलाइन वाटर का pH आम तौर पर 8 या उससे अधिक होता है। इसके कुछ फायदे हो सकते हैं, लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि इन फायदों का वैज्ञानिक प्रमाण अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। प्राकृतिक पानी को हम एल्कलाइन वाटर कहते हैं। मान्यता है की एल्कलाइन वाटर का पीएच स्तर काफी बेहतर होता है, जो शरीर के लाभकारी होता है। सामान्य पानी के पीएच स्तर की बात करें तो 7 होता है, वही एल्कलाइन पानी का पीएच स्तर 8 व 9 होता है और यही कारण है की यह हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। इस पानी को पीने से पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। वह कई रोगों से व्यक्ति को मुक्ति मिलती है। यही नहीं यह बड़ी से बड़ी बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है। यह पानी हमें कई बीमारियों से भी बचाता है।
7 पी एच को न्यूट्रल कहते है और 7 से ऊपर का पी एच एल्कलाइन होता है। 7 से कम पी एच एसिडिक (अम्लीय) होता है। अतः पीने के लिए 7 पी एच का पानी अच्छा माना जाता है।